Virender Sehwag: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ओपनर और विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehwag() को दुनिया के सबसे खतरनाक बल्लेबाजों में से एक माना जाता है। अपने खेल के दिनों में वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehwag) गेंदबाजों की कुटाई के लिए कुख्यात थे और पहली गेंद से ही गेंदबाजों की पिटाई करना शुरू कर देते थे। ऐसे में गेंदबाजों के अंदर उनके नाम का खौफ बैठा हुआ करता था।
Hanif Mohammad 1959 में ही करते थे Virender Sehwag की तरह बल्लेबाजी
हनीफ मोहम्मद को पाक में लिटिल मास्टर के नाम से जाना जाता है। हनीफ ने 1959 में पाकिस्तान की घरेलू मैच में ऐतिहासिक 499 रनों की पारी खेली थी। यह पारी कराची में खेले गए एक फर्स्ट क्लास मैच के दौरान आई थी, जब हनीफ ने बहवलपुर की टीम के खिलाफ कराची की ओर से खेलते हुए वीरेंद्र सहवाग की तरह अपनी टीम के लिए 499 रनों की पारी खेली थी। इस दौरान उन्हें कोई भी गेंदबाज आउट नहीं कर सका था और वें रन आउट हो गए थे। हनीफ मोहम्मद का यह स्कोर उस समय फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर था, जो कि 35 साल तक अटूट रहा।
जड़े थे 64 चौके, नहीं लगाया था एक भी छक्का
Bahawalpur vs Karachi, Semi Final at Karachi, , Jan 08 1959 – Scorecard Credit: ESPN
हनीफ मोहम्मद ने इस पारी में उन्होंने 64 चौके लगाए थे, लेकिन उनकी पारी इतनी धैर्यूपूर्ण थी कि एक भी छक्का नहीं लगाया था। उनकी यह पारी सचिन के तेंदुलकर के ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए उस पारी की तरह थी, जिसमें उन्होंने एक ऑफ साइड पर एक भी शॉट नहीं खेला था। पाकिस्तान के हनीफ मोहम्मद ने 1952-53 सीज़न और 1969-70 सीज़न के बीच 55 टेस्ट मैचों में पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के लिए खेला। उन्होंने 43.98 की औसत से रन बनाए और इस दौरान उन्होंने बारह शतक बनाए थे। इसके साथ ही उन्होंने घरेलू क्रिकेट में भी कई सारी शानदार पारियां खेली है। इनमें सबसे अधिक उनके 499 रनों की पारी की चर्चा होती है।
सेमीफाइनल में टीम को दिलाई थी जीत
हनीफ मोहम्मद ने 499 रनों की ऐतिहासिक पारी 1959 में कराची के जिमखाना ग्राउंड में पाकिस्तान की घरेलू प्रतियोगिता कायदे-आज़म ट्रॉफी के सेमीफाइनल मुकाबले में खेली थी। यह मैच कराची और बहवलपुर की टीम के बीच खेला गया था। हनीफ की इस पारी की बदौलत कराची की टीम ने पहली पारी में 772 रन बनाए, जिसमें उनका व्यक्तिगत योगदान सबसे अहम था। बहवलपुर की टीम इस विशाल स्कोर के जवाब में लड़खड़ा गई और पहली पारी में केवल 185 रन बना सकी और फॉलो-ऑन दिया, लेकिन वे दूसरी पारी में भी खास प्रदर्शन नहीं कर सके। कराची ने यह मैच पारी और 479 रनों के बड़े अंतर से जीत लिया।