Test Cricket: भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया के सामने खेलने के लिए संघर्ष करते देखा जा रहा है। भारतीय टीम की बल्लेबाजी लाईनअप लगातार निराश कर रही है। टीम की बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों ही फेल हो रही है।
गेंदबाजी में बुमराह के अलावा कोई भी गेंदबाज स्थिरता के साथ गेंदबाजी नहीं कर पा रहा है और बल्लेबजी में वो भी दिखाई नहीं दे रही है। हालांकि टीम के पास एक ऐसा खिलाड़ी है जो अगर टेस्ट क्रिकेट में अपनी शिरकत करें तो अकेले के दम पर टीम को जीत दिला सकते हैं लेकिन वह टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलना चाहते हैं।
ये खिलाड़ी अकेले के दम पर जीता सकता है टीम को जीत
टीम इंडिया टेस्ट क्रिकेट में जीत दौर से गुजर रही है उससे उन्हें उनकी टीम का एक ऑलराउंडर खिलाड़ी निकाल सकता है। टीम के स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या टीम में बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में किफायती साबित होते हैं। हार्दिक कई ऐसी पारियां भी खेली हैं जिसमें उन्होंने टीम को जीत दिलाई है। हाल ही में टी20 वर्ल्ड कप की बात की जाए तो हार्दिक ने अंत में विकेट लेकर टीम को जीत दिलाई।
साल 2018 में खेला था आखिरी टेस्ट मैच
बात करें हार्दिक पांड्या के आखिरी टेस्ट मैच की तो हार्दिक ने अपना आखिरी मैच साल 2018 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था। उसके बाद से हार्दिक ने चोटिल होने के कारण टेस्ट क्रिकेट से दूरी बना ली थी। हार्दिक ने एक बार कहा भी थी कि वह लंबे फॉर्मेट का क्रिकेट फिटनेस के नजरिए से नहीं खेलना चाहते हैं। हालांकि फैंस का मानना है कि हार्दिक अपने घमंड के कारण लंबे फॉर्मेट का क्रिकेट नहीं खेलते हैं।
हार्दिक का टेस्ट करियर
टीम इंडिया के ऑलराउंडर ने टेस्ट फॉर्मेट में केवल 11 मैच ही खेले हैं उन्होंने इन 11 मैचों में 31.29 की औसत से 532 रन बनाए हैं जबकि 3.38 की इकॉनमी से 17 विकेट लिए हैं।
यह भी पढ़ें: इंग्लैंड के साथ घर पर 5 टी20 खेलने को तैयार हैं ये 15 सदस्यीय टीम इंडिया! CSK प्लेयर नजरंदाज, तो MI के 4 खिलाड़ी