भारत (India): भारत (India) के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलना बड़े गर्व की बात होती है और सभी खिलाड़ी जो क्रिकेट खेलते हैं या फिर खेलने का सपना देखते है वो सोचते हैं कि अपनी जिंदगी में कम से एक बार टेस्ट मैच जरूर खेल लें. कई ऐसे दिग्गज खिलाडी हैं जिन्होंने रणजी ट्रॉफी में सालों मेहनत की और हज़ारों रन बनाये और ढेर सारी विकेट ली थी लेकिन उनको एक टेस्ट मैच खेलना नसीब नहीं हुआ है.
लेकिन कुछ खिलाड़ी है जिन्हें टेस्ट क्रिकेट खेलना का मौका मिल जाता है वो उसकी कीमत को नहीं पहचानते है. वो कहते हैं न कि जिसे आसानी से कोई चीज मिल जाती है उसे उस चीज की अहमियत नहीं पता होती है ठीक ऐसा ही इस खिलाड़ी के साथ भी है. टीम इंडिया की मैनेजमेंट तो चाहती है कि वो टेस्ट क्रिकेट खेले लेकिन वो नहीं खेलते है.
चोट के बाद India के लिए टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलते हैं हार्दिक
दरअसल ये खिलाड़ी कोई और नहीं बल्कि टीम इंडिया के तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या है. हार्दिक पांड्या ने भारत के लिए कुछ टेस्ट मैच खेले है लेकिन साल 2018 में दुबई में हो रहे एशिया कप में उनकी बैक में चोट लगी थी जिसके बाद से उन्होंने टेस्ट क्रिकेट खेलना बंद कर दिया है और वो इस बात का जिक्र कई बार कर चुके है कि उनकी फिटनेस ऐसी नहीं है कि वो टेस्ट क्रिकेट खेल सकें, जिसकी वजह से उन्होंने टेस्ट क्रिकेट से दूरी बना ली है.
वाइट बॉल पर हैं हार्दिक का फोकस
उनके जाने के बाद से टीम इंडिया एक तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर की तलाश कर रही है जो उनकी कमी को पूरा कर सकें, लेकिन कोई ऐसा मिल नहीं रहा है जिसकी वजह से अभी भी टीम मैनेजमेंट चाहती है कि वो टेस्ट क्रिकेट खेल लें. वहीँ हार्दिक ने बीसीसीआई को पहले ही बता दिया है कि वो टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलेंगे और वो सिर्फ वनडे और टी20 क्रिकेट ही खेलेंगे. इसके बाद से हार्दिक का प्रदर्शन वाइट बॉल में काफी अच्छा हुआ है. वो न सिर्फ बल्ले के साथ बल्कि गेंद के साथ भी काफी अच्छा प्रदर्शन कर रहे है.
अच्छा हैं हार्दिक का टेस्ट करियर
वहीँ अगर हार्दिक पांड्या के टेस्ट करियर की बात करें, तो उन्होंने भारत के लिए 11 टेस्ट मैचों में 31.29 की औसत से 532 रन बनाये है. जिसमें उन्होंने 1 शतक और 4 अर्धशतक लगाए है. वहीँ गेंदबाजी में उन्होंने 31.05 की औसत और 55.1 के स्ट्राइक रेट से 17 विकेट लिए है.