Coach Gambhir – इंडियन क्रिकेट में कई ऐसे खिलाड़ी हैं जिनके पास गज़ब का टैलेंट है, लेकिन उन्हें समय पर मौका न मिलने से उनका करियर एक दम से ठहर सा जाता है। ऐसे ही एक बार फिर एक खिलाड़ी के साथ देखने को मिला है, जो प्रथम श्रेणी क्रिकेट में हजारों रन बना चुके हैं, लेकिन अभी तक इंडिया के लिए डेब्यू नहीं कर पाए।
बल्कि हैरानी की बात यह है कि इतने शानदार रिकॉर्ड के बावजूद, टीम इंडिया के हेड कोच गंभीर (Coach Gambhir) ने उन्हें लगातार नजरअंदाज किया है, जबकि वे चाहें तो उन्हें पहले ही मौका दे सकते थे। तो आखिर कौन है ये खिलाड़ी आइये जानते है।
अभिमन्यु के पिता का दिल टूट गया
आपको बता दे हम जिस खिलाडी की बात कर रहे है उनका नाम अभिमन्यु ईश्वरन है। और कोच गंभीर (Coach Gambhir) के उनके करियर बर्बाद करने वाली बता अभिमन्यु के पिता, रंगनाथन ईश्वरन ने खुद सारी दुनिया को बताई है। दरअसल अभिमन्यु के पिता का कहना है कि कोच गंभीर (Coach Gambhir) ने खुद अभिमन्यु को भरोसा दिलाया था।
Also Read – ऋतुराज गायकवाड़ नहीं, IPL 2026 में CSK का कप्तान होगा ये दिग्गज खिलाड़ी, धोनी खुद करेंगे ऐलान
कि उन्हें लंबा मौका मिलेगा, एक-दो मैच के बाद बाहर नहीं किया जाएगा। लेकिन पाठकों, हकीकत में, पिछले 4 साल से उनका इंतजार जारी है और उनके सामने 15 नए खिलाड़ियों को इंडिया के लिए डेब्यू का मौका मिल चुका है। और इसमें बड़े बड़े खिलाडी है, बता दे इनमें केएस भरत, यशस्वी जायसवाल, सरफराज खान और साई सुदर्शन जैसे नाम शामिल हैं।
अभिमन्यु की जगह सुदर्शन को मौका मिला
इसके साथ ही सबसे बड़ी नाराज़गी इस बात को लेकर है कि इंग्लैंड दौरे पर जब वन-डाउन बल्लेबाज की जरूरत थी, तब कोच गंभीर (Coach Gambhir) ने मौका साई सुदर्शन को दिया गया, जबकि अभिमन्यु ईश्वरन का घरेलू क्रिकेट में इस पोजीशन पर शानदार रिकॉर्ड रहा है। साथ ही उनके पिता का कहना है कि साई सुदर्शन के शुरुआती स्कोर (0, 31, 0, 61) यह साबित करते हैं कि कोच गंभीर (Coach Gambhir) अभिमन्यु को भी आज़मा सकता था, खासकर ग्रीन विकेट्स पर खेलने के उनके अनुभव को देखते हुए।
कोच गंभीर का चयन पैटर्न सवालों में
और तो और रंगनाथन ने यह भी तंज कसा कि करुण नायर, जो कभी वन-डाउन नहीं खेले, उन्हें अचानक इस पोजीशन पर क्यों उतारा गया? साथ ही उनका मानना है कि टीम मैनेजमेंट ऐसे खिलाड़ियों को मौका दे रहा है जो मिडिल ऑर्डर में खेलते हैं, लेकिन ओपनिंग के असली दावेदारों को नजरअंदाज किया जा रहा है। यह न केवल अभिमन्यु के साथ अन्याय है बल्कि टीम इंडिया के लिए भी घाटे का सौदा है, क्योंकि वे लंबे समय तक पारी संभालने में माहिर हैं।
शानदार घरेलू रिकॉर्ड
रिकार्ड्स पर नज़र डाले तो अभिमन्यु के प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 12,000 से अधिक रन हैं, जिसमें 37 शतक और 57 अर्धशतक शामिल हैं। और तो और 2022 में बांग्लादेश के खिलाफ उन्होंने लगातार दो शतक जड़े, जबकि न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भी उनका बल्ला खूब चला। साथ ही 2021 में वह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे। ऐसे में यह रिकॉर्ड बताता है कि अभिमन्यु में सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली जैसा क्लास है—तकनीक, धैर्य और मैच जिताने की क्षमता।
अगर कोच गंभीर (Coach Gambhir) चाहते तो…
हालांकि यह साफ है, अगर कोच गंभीर (Coach Gambhir) चाहते तो अभिमन्यु को पहले ही टेस्ट टीम में मौका दिला सकते थे। क्योंकि इतने सालों का इंतजार न केवल खिलाड़ी का मनोबल गिराता है, बल्कि उसकी प्रगति भी रोक देता है। दरअसल, सचिन या कोहली को भी करियर की शुरुआत में समय पर मौका मिला, और उन्होंने उसका फायदा उठाकर इतिहास रच दिया। बता दे अभिमन्यु ईश्वरन में भी वैसा ही पोटेंशियल है, लेकिन उन्हें (Coach Gambhir) की वजह से वही मौका नहीं मिल रहा।
Also Read – एशिया कप 2025 से मोहम्मद सिराज बाहर! UAE जायेंगे टीम इंडिया के लिए ये 4 बॉलर