IPL: आईपीएल (IPL) को दुनिया की सबसे मुश्किल लीग माना जाता है. इसमें हर खिलाड़ी अच्छा करने में सफल नहीं हो पाते है. जिस तरीके से आईपीएल का क्रेज बढ़ रहा है और इसमें से जितना अच्छा टैलेंट आ रहा है वो अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में बिल्कुल सामान होता है. अब आईपीएल और अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में ज्यादा अंतर नहीं रह गया है.
जो खिलाड़ी आईपीएल के दबाव को अच्छे से झेल लेता है वो इंटरनेशनल क्रिकेट में भी अच्छा प्रदर्शन कर सकता है, क्योंकि दोनों के बीच का फासला बहुत कम बचा हुआ है. हालाँकि अभी भी कुछ खिलाड़ी हैं जो कि आईपीएल में तो अच्छा प्रदर्शन कर लेते हैं लेकिन इंटरनेशनल में प्रदर्शन नहीं कर पाते है.
खलील का इंटरनेशनल में प्रदर्शन हैं ख़राब
दरअसल ये खिलाड़ी कोई और नहीं बल्कि टीम इंडिया के तेज गेंदबाज खलील अहमद है. खलील अहमद ने आईपीएल में तो अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन इंटरनेशनल में वो वैसा प्रदर्शन करने में सफल नहीं हो पाए है. टीम इंडिया बहुत समय से लेफ्ट हैंड का तेज गेंदबाज की तलाश कर रही है लेकिन उनको वैसा खिलाड़ी मिल नहीं पा रहा है. खलील ने बीच में प्रतिभा तो दिखाई थी लेकिन वो उसको प्रदर्शन में तब्दील नहीं कर पाए थे.
वापसी में कुछ नहीं कर पाए थे खलील
खलील ने पिछले आईपीएल सीजन में भी अच्छी गेंदबाजी की थी जिसके चलते उनकी लम्बे समय के आबाद टीम में वापसी हुई थी लेकिन उसमें वो कुछ ख़ास नहीं कर सके थे जिसके चलते उनको टीम से ड्रॉप कर दिया गया था. खलील ने ज़िम्बाब्वे के खिलाफ वापसी की थी जिसमें उन्होंने 4 मैच खेले थे और दो मैचों में वो विकेट लेने में सफल नहीं हुए थे.
IPL और आंतराष्ट्रीय के प्रदर्शन में जमीन आसमन का अंतर
वहीँ अगर खलील का ओवरऑल प्रदर्शन देखें, तो उन्होंने भारत के लिए वनडे और टी20 फॉर्मेट में खेला हुआ है. खलील ने 11 वनडे मैच खेले है जिसमें उन्होंने 31.00 की औसत से 15 विकेट चटकाए है. वहीँ उन्होंने भारत के लिए 18 टी20 मैच खेले है जिसमें उन्होंने 35.12 की औसत और 8.51 की इकॉनमी से 16 विकेट लिए है. जबकि उन्होंने आईपीएल में उन्होंने 57 मुकाबले खेले हैं जिसमं उन्होंने 8.84 की इकॉनमी से 74 विकेट लिए है.