Team India: क्रिकेट की दुनिया में जब भी कोई खिलाड़ी कदम रखता है। हर किसी को उससे काफी ज्यादा उम्मीदें होती हैं और खासकर जब वह अपने शुरुआती मैचों में ही एक लंबी पारी खेल दे, तो उसके बाद उसे काफी हाई रेट किया जाता है। लेकिन हर खिलाड़ी लगातार अच्छा नहीं कर पाता।
आज के अपने इस आर्टिकल के जरिए हम एक ऐसे ही खिलाड़ी के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसने अपने करियर के शुरुआत में ही एक ऐतिहासिक पारी खेलकर सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर लिया। लेकिन उसके बाद से लगातार फ्लॉप होता चला रहा है, जिस वजह से कई फैंस उसे वन मैच वंडर बोलते हैं।
इस खिलाड़ी को वन मैच वंडर बोलते हैं फैंस
दरअसल, जिस खिलाड़ी को फैंस वन मैच वंडर बोलते हैं वह कोई और नहीं बल्कि 33 वर्षीय करुण नायर (Karun Nair) हैं, जिन्होंने साल 2016 में भारतीय क्रिकेट टीम के लिए डेब्यू किया था और अपने डेब्यू सीरीज में ही एक नाबाद तिहरा शतक जड़ दिया था। लेकिन इसके बाद से लगातार फ्लॉप होते चले और रहे हैं।
इंटरनेशनल क्रिकेट के 11 मैचों में एक तिहरे शतक के अलावा उन्होंने कभी भी 50 रन का आंकड़ा तक टच नहीं किया है। यही कारण है कि उन्हें एक बार फिर प्लेइंग 11 से बाहर कर दिया गया है।
प्लेइंग 11 से बाहर हुए करुण नायर
दरअसल, बीसीसीआई ने करुण नायर को साल 2017 के बाद इंग्लैंड सीरीज के लिए टीम इंडिया के स्क्वाड में शामिल किया था। लेकिन वह लगातार फ्लॉप होते रहे। इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के शुरुआती 3 मैचों में वह 50 रन का आंकड़ा तक नहीं टच कर सके। इस वजह से उन्हें चौथे में से पहले प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया गया है और अब खबरें आ रही है कि उन्हें टीम से भी ड्रॉप कर दिया जाएगा।
कुछ ऐसा है उनका इंटरनेशनल करियर
करुण नायर के इंटरनेशनल करियर की बात करें तो वह बेहद ही साधारण है। अब तक उन्होंने 9 टेस्ट मैचों की 13 पारियों में 505 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने नाबाद 303 रन की सर्वश्रेष्ठ पारी खेली है। इसके अलावा उनके बल्ले से एक भी शतक या अर्धशतक नहीं निकला है। उनका टेस्ट में 42.08 का औसत और 68.88 का स्ट्राइक रेट रहा है।
वनडे क्रिकेट की बात करें तो उन्होंने वनडे में दो मैचों की दो पारियों में 46 रन बनाए हैं। इसमें उनका बेस्ट स्कोर 39 का है। उन्होंने 23 की औसत और 52.57 की स्ट्राइक रेट से रन बनाया है।
ओवरऑल आंकड़े हैं ठीक-ठाक
बताते चलें कि करुण नायर भले ही इंटरनेशनल क्रिकेट में पूरी तरह से फ्लॉप रहे हों। लेकिन ओवरऑल उनके आंकड़े ठीक-ठाक रहे हैं। उन्होंने 119 फर्स्ट क्लास मैचों की 192 पारियों में 8601 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 24 शतक और 36 अर्धशतक जड़ा है।
इसके अलावा लिस्ट ए में उन्होंने 109 मैचों की 97 पारियों में 3128 बनाए हैं, जिसमें उनके बल्ले से 163 के नाबाद स्कोर के साथ 8 शतक और 14 अर्धशतक निकले हैं। टी20 क्रिकेट में उन्होंने 171 मैचों की 156 पारियों में 3660 रन बनाए हैं। इसमें उन्होंने दो शतक और 22 अर्धशतक जड़ा है।
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