दिल्ली के पूर्व रणजी खिलाड़ी मिथुन मन्हास (Mithun Manhas) के बारे में यह खबर आई है कि, ये बीसीसीआई के अगले अध्यक्ष बनने जा रहे हैं। इन्होंने मुंबई स्थिति बीसीसीआई के हेड क्वार्टर में पहुंचकर अपना नामांकन दाखिल किया है। देश के खेल प्रेमियों में एक बड़ा हिस्सा ऐसा है जिसे मिथुन मन्हास (Mithun Manhas) के बारे में कुछ खास जानकारी नहीं है।
आज के इस लेख में हम आपको बताएंगे कि, मिथुन मन्हास (Mithun Manhas) कौन हैं और इनका क्रिकेट करियर किस प्रकार का रहा। इसके साथ ही हम आपको इनके जीवन से जुड़ी कई रोचक चीजों के बारे में बताएंगे।
दिल्ली से खेला Mithun Manhas ने क्रिकेट

दिल्ली रणजी टीम के पूर्व खिलाड़ी मिथुन मन्हास (Mithun Manhas) का जन्म जम्मू में हुआ था। लेकिन जम्मू में बेहतरीन सुविधाएं न होने की वजह से इन्होंने दिल्ली का रुख किया और दिल्ली से इन्होंने क्रिकेट खेलना शुरू किया। इन्हें पहली बार साल 1997 में दिल्ली क्रिकेट का हिस्सा बनाया गया और साल 2016 तक इन्होंने क्रिकेट खेला। इनके प्रदर्शन की बात करें तो इन्होंने दिल्ली के लिए 157 प्रथम श्रेणी मैच खेले और इस दौरान इन्होंने 45.82 की औसत से 9714 रन बनाए हैं। वहीं लिस्ट ए में इन्होंने 130 मैच में 45.84 की औसत से 4126 रन बनाए हैं। जबकि टी20आई में इन्होंने 91 मैचों में 1170 रन बनाए हैं।
कोचिंग में भी आजमाया हाथ
साल 2016 में जब मिथुन मन्हास (Mithun Manhas) ने क्रिकेट से संन्यास का ऐलान किया तो इसके बाद इन्होंने कोचिंग में हाथ आजमाया। सबसे पहले इन्होंने आईपीएल फ्रेंचाईजी पंजाब किंग्स के साथ जुड़कर सहायक कोच की भूमिका को निभाया और बाद में ये रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरु की टीम के साथ जुड़े। साल 2022 से गुजरात टाइटन्स की टीम के साथ सहायक कोच की भूमिका में जुड़े हुए हैं।
Mithun Manhas के जीवन से जुड़ी रोचक बातें
1. घरेलू क्रिकेट का लंबा करियर: मन्हास ने 1997/98 से 2016 तक करीब 19 साल तक क्रिकेट खेला। इस दौरान इन्होंने तीनों ही प्रारूपों में हिस्सा लिया है।
2. रणजी ट्रॉफी में नेतृत्व: मिथुन मन्हास (Mithun Manhas) ने 2007-08 में दिल्ली की रणजी टीम का नेतृत्व किया और टीम को 16 साल बाद खिताब जिताया। रणजी ट्रॉफी के उस सत्र में इन्होंने खेलते हुए 921 रन बनाए थे।
3. अंतरराष्ट्रीय मैच का अनुभव नहीं: सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग, राहुल द्रविड, युवराज सिंह, मोहम्मद कैफ जैसे महान खिलाड़ियों के युग में होने के बावजूद, उन्हें भारतीय टीम में खेलने का मौका नहीं मिला, जिसके कारण वह एक अनकैप्ड क्रिकेटर के तौर पर बीसीसीआई का अध्यक्ष बनने वाले पहले व्यक्ति होंगे।
4. आईपीएल में भी लिया हिस्सा: मिथुन मन्हास (Mithun Manhas) ने दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स), पुणे वॉरियर्स इंडिया और चेन्नई सुपर किंग्स जैसी बेहतरीन IPL टीमों के लिए खेला है।
5. संन्यास के बाद शुरू हुआ कोचिंग करियर: क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद मन्हास ने कोचिंग की दुनिया में कदम रखा. ये पंजाब किंग्स, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और वर्तमान में गुजरात टाइटन्स के सहायक कोच रहे हैं।
6. प्रशासनिक अनुभव: मिथुन मन्हास (Mithun Manhas) ने जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन (JKCA) में क्रिकेट ऑपरेशंस के डायरेक्टर के रूप में काम किया है और कई बार बीसीसीआई की AGM में राज्य का प्रतिनिधित्व भी किया है।
7. विराट कोहली के पूर्व कप्तान: विराट कोहली ने अपने शुरुआती दिनों में मिथुन मन्हास (Mithun Manhas) की कप्तानी में खेला था, जब वह दिल्ली रणजी टीम के कप्तान थे।
8. तीन फॉर्मेट में प्रदर्शन: उन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट के साथ-साथ लिस्ट-ए और टी-20 क्रिकेट में भी अच्छा प्रदर्शन किया है। प्रथम श्रेणी में इन्होंने 9714 रन, लिस्ट ए में 4126 रन और टी20आई में इन्होंने 921 रन बनाए हैं।
9. मिथुन मन्हास (Mithun Manhas) निर्विरोध चुने जाएंगे बीसीसीआई के अध्यक्ष।
10. पहले क्रिकेटर, फिर कोच, बाद में जम्मू कश्मीर क्रिकेट का प्रशासक और अब बीसीसीआई अध्यक्ष, इन्होंने सब कुछ बेहद ही कम उम्र में हासिल कर लिया है।