Mohammed Shami – जैसा की आप सब अबतक जान ही गए होंगे कि भारतीय क्रिकेट टीम ने अगले महीने वेस्टइंडीज के खिलाफ होने वाली 2 मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए अपने स्क्वॉड का ऐलान कर दिया है। इस ऐलान के बाद सबसे बड़ा सवाल जो चर्चा में है, वह है वरिष्ठ तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) की गैरमौजूदगी।
दरअसल, फैंस लगातार यह जानना चाह रहे हैं कि आखिर इतने अनुभवी गेंदबाज को बार-बार क्यों नजरअंदाज किया जा रहा है। चयन समिति के अध्यक्ष अजीत अगरकर (Ajit Agarkar) ने इस पर अपनी साफ राय रखी है।
अगरकर ने बताई शमी की गैरहाजिरी की वजह
दरअसल, अगरकर (Ajit Agarkar) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि शमी (Mohammed Shami) ने पिछले 2 से 3 सालों में बहुत कम रेड-बॉल क्रिकेट खेला है। और तो और उन्होंने यह भी साफ किया कि एक-दो मैच खेलने से किसी खिलाड़ी को सीधे टेस्ट टीम में जगह नहीं मिल सकती।
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“उन्होंने (शमी) दलीप ट्रॉफी (Duleep Trophy) में एक मैच खेला है, लेकिन पिछले 2-3 सालों में ज्यादा क्रिकेट नहीं खेल पाए हैं। हम सभी जानते हैं कि वह कितना बड़ा परफॉर्मर है, लेकिन उन्हें फिर से लंबे फॉर्मेट में खुद को साबित करना होगा,” – अजीत अगरकर (Ajit Agarkar) का यह बयान साफ करता है कि चयन समिति फिलहाल शमी (Mohammed Shami) की फिटनेस और लगातार रेड-बॉल क्रिकेट खेलने की क्षमता को लेकर आश्वस्त नहीं है।
लंबे समय से टेस्ट टीम से बाहर
आपको बता दे शमी (Mohammed Shami) ने आखिरी बार भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट जून 2023 में खेला था, जब उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल (ओवल) में हिस्सा लिया था। लेकिन अफ़सोस उस मैच के बाद से वह चोट और फिटनेस समस्याओं के कारण टीम से बाहर हैं। इसके बाद नवंबर 2024 में लंबे समय तक बाहर रहने के बाद उनकी वापसी हुई, लेकिन तब से उन्होंने सिर्फ:
- रणजी ट्रॉफी में बंगाल के लिए एक मैच खेला (7 विकेट)
- दलीप ट्रॉफी में खेलते हुए सिर्फ 1 विकेट लिया (136 रन खर्च कर)
मतलब की लगातार रेड-बॉल क्रिकेट की कमी उनके चयन न होने की सबसे बड़ी वजह मानी जा रही है।
सीमित ओवर क्रिकेट में वापसी
लंबी चोट के बाद शमी ने इस साल वनडे और T20 इंटरनेशनल में वापसी की थी।
- उन्होंने 7 ODI और 2 T20 मुकाबले खेले।
- इतना ही नहीं चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई और एक मैच में 5 विकेट भी चटकाए।
- हालांकि आईपीएल (IPL) 2025 में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) के लिए उनका प्रदर्शन औसत रहा और टीम भी खराब प्रदर्शन के चलते जल्दी बाहर हो गई।
टीम इंडिया का ध्यान युवाओं पर
असल में भारतीय टीम मैनेजमेंट अब भविष्य को ध्यान में रखकर तेज गेंदबाजों का पूल तैयार कर रहा है। जिस वजह से जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा, आकाश दीप, हर्षित राणा और अर्शदीप सिंह जैसे युवा गेंदबाज लगातार मौके पा रहे हैं।
और तो और इन युवा खिलाड़ियों के प्रदर्शन और फिटनेस पर भरोसा जताकर टीम मैनेजमेंट आने वाले समय की मजबूत नींव रख रहा है। लिहाज़ा ऐसे में शायद यही कारण है कि मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) को इस बार भी टीम से बाहर रहना पड़ा।
मोहम्मद शमी का करियर एक नजर में
- कुल इंटरनेशनल मैच: 194
- कुल विकेट: 462 (टेस्ट – 229, वनडे – 206, टी20 – 27)
- टेस्ट करियर: 122 पारियों में 229 विकेट
- वनडे करियर: 107 पारियों में 206 विकेट
- टी20 करियर: 25 पारियों में 27 विकेट
35 वर्षीय शमी (Mohammed Shami) का करियर शानदार रहा है और वह भारत के सबसे सफल तेज गेंदबाजों में गिने जाते हैं। लेकिन अफ़सोस वर्तमान परिस्थितियों में उनकी वापसी तभी संभव लगती है जब वह लगातार घरेलू स्तर पर रेड-बॉल क्रिकेट खेलें और फिटनेस साबित करें।
संछेप में
मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) जैसे अनुभवी गेंदबाज की गैरमौजूदगी टीम इंडिया (Team India ) के लिए बड़ी खबर है, लेकिन चयन समिति ने साफ कर दिया है कि जब तक वह लगातार रेड-बॉल क्रिकेट नहीं खेलते और अपनी फिटनेस साबित नहीं करते, तब तक उनकी टेस्ट टीम में वापसी मुश्किल है। ऐसे में अगरकर (Ajit Agarkar) के बयान ने यह स्पष्ट कर दिया कि मौजूदा दौर में चयन सिर्फ नाम या अनुभव से नहीं होगा, बल्कि वर्तमान प्रदर्शन और तैयारी के आधार पर होगा।
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