Wriddhiman Saha

Wriddhiman Saha: भारतीय टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा (Wriddhiman Saha) ने पंजाब के खिलाफ अपने करियर का आखिरी मैच खेला। साहा ने इसकी घोषणा पहले ही कर दी थी। साहा ने अपने संन्यास का बाद एक भावुक कर देने वाला पोस्ट अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया। साहा अपने आखिरी मैच में शून्य पर आउट हो गए लेकिन उनकी टीम बंगाल ने पंजाब को 13 रनों हराया दिया उसके बाद साहा के टीम सदस्यों ने उन्हें अपने कंधो पर उठाकर उनको विदाई दी।

उन्होंने अपने संन्यास के बाद टीम को लेकर कई खुलासा किया साथ ही उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी, सौरव गांगुली और विराट को बेस्ट कप्तान बताया है। साथ ही साहा ने टीम से खुद को ड्रॉप होने पर भी बात की। उन्होंने कहा कि वह टीम के लिए 2-3 साल और खेल सकते थे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उन्हें टीम से ड्रॉप कर दिया।

Wriddhiman Saha ने ट्विटर पर किया भावुक पोस्ट

Wriddhiman Saha

भारतीय टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा (Wriddhiman Saha) ने पंजाब के खिलाफ अपना आखिरी मैच खेला। साहा ने संन्यास लेने के बाद अपने ट्विटर अकाउंट पर एक  भावुक कर देने वाला पोस्ट शेयर किया है। उन्होंने पोस्ट में अपने करियर और  खेल बारे में बताया।

साहा ने लिखा कि मैने साल 1997 में क्रिकेट के मैदान पर कदम रखा था जिसे आज 28 साल हो चुके हैं। तब से आज तक मैं जो कुछ भी अपने खेल के कारण ही हूं। मैने अपने क्रिकेट करियर में अपने देश, राज्य, जिले, क्लब, कॉलेज और स्कूल का प्रतिनिधित्व किया जोकि मेरे लिए बेहद गर्व और सम्मान की बात है।

धोनी, गांगुली और विराट में से इन्हें बताया बेस्ट कप्तान

साहा के संन्यास के बाद इंडिया टुडे को दिए  इंटनव्यु के दौरान जब  उनसे बेस्ट कप्तान के बारे में पुछा गया तो उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी, विराट कोहली  और सौरव गांगुली को सर्वश्रेष्ठ कप्तान बताया। बता दें साहा ने तीनों की कप्तानी में खेला है। उन्होंने कहा कि मैने कोहली की कप्तानी में बहुत खेला है। आप जिसकी कप्तानी में खेलते  हो वह  आपको पसंद होता है। साथ ही उन्होंने धोनी और दादा की कप्तानी की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि दादा को गेम पढ़ना आता है।

साहा  का क्रिकेट करियर

विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा के क्रिकेट करियर की बात की जाए तो 40 साल  के दांए हाथ के बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा ने अपने क्रिकेट करियर में कुल 49 मुकबाले 40 टेस्ट और 9 वनडे खेले हैं। इसके अलावा उन्होंने 142 मुकाबले खेले हैं जिनमें उन्होंने 41.43 की औसत  से 7169 रन बनाए हैं। साथ ही लिस्ट ए में 116 मैच में 40.42 की औसत से 3072 रन बनाए हैं।

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