Yuzvendra Chahal : भारतीय टीम से बाहर चल रहे अनुभवी लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल ने अपने चयन को लेकर एक बार फिर जोरदार दस्तक दी है। दरअसल, लंबे समय से इंडियन टीम से बाहर चल रहे चहल ने अब अपनी गेंदबाजी का जलवा इंग्लैंड की काउंटी चैंपियनशिप में दिखाना शुरू कर दिया है। बता दे चहल इस समय नॉर्थहैम्पटनशायर की ओर से खेल रहे हैं और उन्होंने डर्बीशायर के खिलाफ खेले गए मुकाबले में शानदार प्रदर्शन कर सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा है। एक ही मैच में 8 विकेट लेकर चहल ने यह जता दिया है कि वह अब भी भारतीय टीम की स्पिन बॉलिंग यूनिट में जगह के दावेदार हैं।
पहली पारी में 6 विकेट लेकर तोड़ी हर अहम साझेदारी
आपको बता दे डर्बीशायर के खिलाफ पहले बल्लेबाजी करते हुए विपक्षी टीम ने 377 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया। वहीं इस पारी में जो चीज सबसे ज्यादा खास रही, वो थी चहल की धारदार गेंदबाजी। दरअसल, उन्होंने 33.2 ओवर की लंबी गेंदबाजी में 5 मेडन फेंके और 118 रन देकर 6 विकेट झटके। बता दे डर्बीशायर जब भी कोई साझेदारी मजबूत करने की कोशिश करता, तो चहल ने आकर विकेट निकालते हुए खेल का रुख पलट दिया।
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डर्बीशायर के लिए मार्टिन एंडरसन ने शानदार शतक जड़ा, लेकिन उनके इर्द-गिर्द टिकने वाले अन्य बल्लेबाजों को चहल ने टिकने नहीं दिया। वहीं बेन एचिसन और जो हॉकिन्स जैसे बल्लेबाजों को भी चहल ने दबाव में लाकर आउट किया। साथ ही उनके इस परफॉर्मेंस ने टीम को संतुलन में बनाए रखा और विपक्षी टीम को 400 के पार जाने से रोका।
दूसरी पारी में भी चहल ने किया कमाल
लेकिन इतने पर भी चहल का जादू यहीं नहीं थमा। क्यूंकि मैच के तीसरे दिन जब डर्बीशायर दूसरी पारी में बल्लेबाज़ी करने उतरा, तब भी चहल ने अपनी क्लास दिखाई। उन्होंने 8 ओवर में 2 मेडन डालते हुए सिर्फ 18 रन देकर 2 विकेट निकाले। उनका इकोनॉमी रेट 2.20 रहा, जो इंग्लैंड की परिस्थितियों में बेहद किफायती माना जाता है। बता दे चहल ने दूसरी पारी में Harry Came को LBW आउट किया और Zak Chappell को कैच आउट कराया। इस तरह चहल ने मैच में कुल 8 विकेट चटकाकर अपने प्रदर्शन से चयनकर्ताओं को एक साफ संदेश दे दिया – “मैं अभी खत्म नहीं हुआ हूं।”
टीम इंडिया में वापसी की उम्मीद
साथ ही बता दे गौतम गंभीर के इंडियन टीम का हेड कोच बनने के बाद से चयनकर्ताओं का फोकस यंग स्पिनर्स जैसे रवी बिश्नोई, कुलदीप यादव, और वाशिंगटन सुंदर की ओर ज्यादा रहा है। लेकिन युजवेंद्र चहल जैसा अनुभवी और मैच विनर गेंदबाज इस तरह काउंटी क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन कर यह साबित कर रहा है कि वह अभी भी टीम के लिए बेहद उपयोगी हो सकते हैं – खासकर विदेशी दौरों पर।
विदेशी धरती पर मिला मौका, बना डाली शानदार कहानी
इंडियन क्रिकेट फैंस भले ही चहल को मैदान पर मिस कर रहे हों, लेकिन चहल ने अपने क्रिकेट करियर को नई दिशा देने के लिए इंग्लैंड की घरेलू क्रिकेट में कदम रखा और यहां खुद को साबित भी कर रहे हैं। क्यूंकि काउंटी चैंपियनशिप जैसे प्रतिस्पर्धात्मक माहौल में 8 विकेट झटकना साधारण बात नहीं है। इस प्रदर्शन से यह कहना गलत नहीं होगा कि युजवेंद्र चहल ने भारतीय टीम में वापसी की उम्मीदों को ज़िंदा रखा है। अब देखना होगा कि आने वाले महीनों में चयनकर्ता इस बेहतरीन फॉर्म को किस तरह से आंकते हैं।
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