Ranji Trophy: महेंद्र सिंह धोनी न केवल एक सफल क्रिकेटर हैं, बल्कि उतने ही सफल गुरु भी हैं। टीम इंडिया में जब तक वह थे, तब तक उन्होंने युवाओं का मार्गदर्शन किया। वहीं अब ये कार्य माही इंडियन प्रीमियर लीग के दौरान करते हैं। मैच खत्म होने के बाद धोनी से बातें करने के लिए खिलाड़ियों का तांता लगता है।
उन्हीं के एक चेले ने एमएस धोनी द्वारा मिले ज्ञान का फायदा उठाकर रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) में शानदार शतक ठोक दिया था। हालांकि ये कोई पेशेवर बल्लेबाज नहीं हैं, बल्कि उनकी छवि एक गेंदबाज और 10वें नंबर के बल्लेबाज के रूप में है। आइए विस्तार से जान लेते हैं आखिर हम किस प्लेयर की बात कर रहे हैं।
जब धोनी के चेले ने Ranji Trophy में ठोका शतक
दरअसल हम जिस खिलाड़ी की बात कर रहे हैं उनका नाम तुषार देशपांडे (Tushar Deshpande) है। मुंबई का ये तेज गेंदबाज आईपीएल में एमएस धोनी की टीम चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेलता है। तुषार यूं तो अपनी सटीक गेंदबाजी के लिए जाने जाते हैं, मगर 2023-24 रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) में इस खिलाड़ी के बल्ले का कमाल देखा गया।
मुंबई के इस खिलाड़ी ने बड़ौदा के खिलाफ दूसरे क्वार्टर फाइनल मुकाबले में बेहतरीन बल्लेबाजी का नमूना पेश किया था। दूसरी पारी में जब मुंबई की टीम 313 के स्कोर पर 8 विकेट गंवाकर संघर्ष कर रहे थे, तब तुषार देशपांडे ने क्रीज पर उतरकर विपक्षी गेंदबाजों की बखियां उधेड़ दी थी। दाएं हाथ से गेंदबाजी करते हुए उन्होंने 129 गेंदों का सामना करके 123 रनों की पारी खेली थी। इसमें 10 चौके और 8 छक्के शामिल थे।
कुछ ऐसा रहा था इस मुकाबले का लेखा-जोखा
मुंबई बनाम बड़ौदा मैच के स्कोरकार्ड पर नजर डालें तो मुंबई की टीम ने टॉस जीतने के बाद पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। पहले बैटिंग करने आई मुंबई ने पहली पारी में 384 रनों का स्कोर खड़ा किया था। जवाब में बल्लेबाजी के लिए आई बड़ौदा की टीम पहली पारी में 348 रन बनाने में कामयाब हो गई।
दूसरी पारी में मुंबई ने तुषार देशपांडे (Tushar Deshpande) के शतक की बदौलत 569 रन ठोके। वहीं बड़ौदा की टीम ने जब दूसरी पारी में 3 विकेट खोकर 121 रन बना लिए थे, तब दोनों कप्तानों की सहमति से अंपायर ने इस मैच को ड्रॉ करार दिया।
यह भी पढ़ें: दलीप ट्रॉफी के इंडिया A टीम के लिए प्लेइंग 11 का ऐलान! गिल ने MI-CSK प्लेयर्स को निकाला, तो मयंक अग्रवाल फिर नजरअंदाज