Virat Kohli: भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार बल्लेबाजी विराट कोहली (Virat Kohli) को पिछले कई दिनों धीमी स्टाइक रेट को लेकर आलोचना का सामना करना पड़ा है। विराट कोहली ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 17वें सीजन रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की टीम की ओर से खेलते हुए इस सीजन में 700 से अधिक रन बनाए। विराट कोहली ने इसी सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) के खिलाफ 43 गेंदों पर 51 रन बनाए हैं। पॉवरप्ले के बाद कोहली की बल्लेबाजी काफी धीमी हो गई थी, जिसके बाद पूर्व भारतीय ओपनर बल्लेबाज सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने कमेंट्री बॉक्स से उनकी धीमी बल्लेबाजी की आलोचना की थी।
Virat Kohli की स्ट्राइक रेट को लेकर बोले Sanjay Manjrekar

विराट कोहली के बारे में पूर्व भारतीय खिलाड़ी संजय मांजरेकर हिंदुस्तान टाइम्स के लिए लिखे अपने कॉलम के बारे में बात करते हुए कहा विराट कोहली ने आज के समय में दो साल पहले के टी20 बल्लेबाज नहीं हैं। संजय ने कहा कि बाहरी आलोचना ने विराट कोहली को अपने खेल को लेकर सुधार लाने को विवश किया है। ऐसे में विराट कोहली अब जाकर पता चला कि टी20 क्रिकेट में बल्लेबाज के तौर पर उन्हें और अधिक आक्रमक होना चाहिए। मांजरेकर ने कहा है कि विराट अब पहले से अधिक आक्रामक हैं।
Rohit Sharma और Kohli पिछली गलतियों से सीखने की जरुरत
अपने कॉलम के टी20 विश्व कप 2022 में इंग्लैंड के खिलाफ मिली हार के बारे में बात करते हुए पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने कहा है कि कप्तान रोहित शर्मा और पूर्व कप्तान विराट कोहली इंग्लैंड के खिलाफ की गई अपनी पुरानी गलतियों को नहीं दोहराएंगे। विराट पहले की तुलना में आज अधिक टी20 बल्लेबाज हैं। इस सीजन उन्होंने 150 से अधिक की स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करते हुए 700 से अधिक रन बनाए हैं और आरेंज कैप हासिल किया है।
अक्षर पटेल और रवींद्र जडेजा के कोई मायने नहीं
भारत के गेंदबाजी आक्रमण पर संजय मांजरेकर ने कहा है कि टी20 विश्व कप टीम में अक्षर पटेल और रवींद्र जडेजा के रूप में दो बाएं हाथ के स्पिनिंग ऑलराउंडर रखना उनके लिए कोई मायने नहीं रखता। संजय मांजरेकर का मानना है कि वरुण चक्रवर्ती बेहतर विकल्प होते, ऐसे में टीम इंडिया के स्पिन आक्रमण में अधिक विविधता होती। मांजरेकर ने कहा कि आईसीसी टूर्नामेंट में अक्षर को जगह उनकी बल्लेबाजी की वजह से मिली है।
मांजरेकर ने कहा है कि अगर मैं होता तो मोहम्मद शमी के अनुपस्थिति से सीम गेंदबाजी कमजोर होने की वजह से स्पिन अटैक और मजबूत करता। युजवेंद्र चहल का आईपीएल सीजन अच्छा नहीं रहा क्योंकि उन्होंने 15 मैचों में सिर्फ 18 विकेट लिए और 9.41 की इकॉनमी रेट के साथ महंगे रहे। हालांकि, मांजरेकर लेग स्पिनर के फॉर्म को लेकर चिंतित नहीं हैं क्योंकि उनका मानना है कि कैरेबियाई क्षेत्र की परिस्थितियां चहल के लिए आदर्श होंगी।