Gautam Gambhir Press Conference : दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में मिली हार के बाद मुख्य कोच गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) आलोचनाओं के घेरे में आ गए हैं। गुवाहाटी टेस्ट की पहली पारी में भारतीय बल्लेबाजी लड़खड़ाते ही सोशल मीडिया पर गंभीर को हटाने की मांग तेज हो गई थी।
अब टीम के दो मैचों की सीरीज 0-2 से हारने के बाद एक बार फिर गंभीर पर सवाल उठ रहे हैं। इसी बीच कोच ने भी चुप्पी तोड़ते हुए कहा है कि उनके भविष्य का फैसला बीसीसीआई ही करेगा और साथ ही उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी और एशिया कप जीतने का क्रेडिट भी लिया।
गंभीर का दो टूक बयान: बीसीसीआई ही तय करेगा मेरा भविष्य

गंभीर (Gautam Gambhir) ने अपने भविष्य को लेकर साफ-साफ बयान देते हुए कहा कि इस पर निर्णय बीसीसीआई ही करेगा। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि लोग उनके कार्यकाल में मिली सफलताओं को नजरअंदाज न करें। प्रेस कॉन्फ्रेंस में गंभीर ने कहा, “मेरे आगे क्या होना है, इसका फैसला बीसीसीआई करेगा। मैंने पहले भी कहा है कि मैं नहीं, भारतीय क्रिकेट सबसे अहम है। लेकिन यह भी मत भूलिए कि इंग्लैंड और चैंपियंस ट्रॉफी में कोच रहते मैंने ही आपको नतीजे दिलाए हैं।”
गंभीर की कोचिंग में भारत ने साल की शुरुआत में चैंपियंस ट्रॉफी और सितम्बर में एशिया कप का ख़िताब जीता था और इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज 2-2 से बराबरी पर खत्म की थी।
हमें कौशल और मजबूती वाले खिलाड़ी चाहिए : Gautam Gambhir
प्रेस कांफ्रेंस में बातचीत के दौरान कोच गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने स्पष्ट किया कि टेस्ट क्रिकेट के लिए सबसे ज़्यादा आक्रामक या अत्यधिक प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की नहीं, बल्कि मजबूत मानसिकता और ठोस कौशल वाले खिलाड़ियों की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा, “टेस्ट क्रिकेट को प्राथमिकता देनी होगी और सभी को इस दिशा में मिलकर प्रयास करना होगा।”
जब उनसे प्लेइंग इलेवन में शामिल खिलाड़ियों के हालिया फॉर्म पर सवाल किया गया, तो गंभीर ने बताया कि यही खिलाड़ी व्हाइट-बॉल क्रिकेट में लगातार बेहतरीन प्रदर्शन करते आए हैं।
13 महीनों में दूसरी बार घरेलू सरज़मीं पर टीम इंडिया को झटका
भारत को एक बार फिर अपने ही घर में भारी पराजय का सामना करना पड़ा। दक्षिण अफ्रीका ने गुवाहाटी टेस्ट में 408 रन से जीत दर्ज करते हुए दो मैचों की टेस्ट सीरीज में भारत को 0-2 से मात दे दी। इससे पहले कोलकाता टेस्ट भी दक्षिण अफ्रीका ने 30 रन से अपने नाम किया था। प्रोटियाज ने भारत को 549 रन का विशाल लक्ष्य दिया था, लेकिन मेजबान टीम दूसरी पारी में सिर्फ 140 रन पर ढेर हो गई और बड़ी हार झेलनी पड़ी।
पिछले 13 महीनों में यह दूसरी बार है जब भारतीय टीम घरेलू टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप का शिकार हुई है। इससे पहले अक्टूबर-नवंबर 2024 में न्यूजीलैंड ने तीन मैचों की सीरीज में भारत को 3-0 से हराकर ऐसा किया था।
18 में से 10 टेस्ट हारे, गंभीर पर बढ़ा दबाव
गंभीर (Gautam Gambhir) के कार्यकाल में भारत ने 18 में से 10 टेस्ट हारें हैं, जिनमें पिछले साल न्यूजीलैंड के खिलाफ मिली 3-0 की हार भी शामिल है। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ गुवाहाटी टेस्ट में टीम इंडिया को रन अंतर के आधार पर अपनी सबसे बड़ी हार झेलनी पड़ी। टीम संयोजन में लगातार बदलाव और खासकर लाल गेंद क्रिकेट में अधिक ऑलराउंडरों को प्राथमिकता देने के कारण गंभीर लगातार आलोचना के घेरे में हैं।
गंभीर ने इस पर अपनी बात रखते हुए कहा कि टेस्ट क्रिकेट में बेहद चमकदार या अत्यधिक प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की जरूरत नहीं होती, बल्कि सीमित कौशल के साथ मजबूत व्यक्तित्व वाले खिलाड़ी ज्यादा अच्छे टेस्ट क्रिकेटर साबित होते हैं।
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