Gautam Gambhir: टीम इंडिया को श्रीलंका दौरे से पहला नया हेड कोच मिला। राहुल द्रविड़ के हटने के बाद बीसीसीआई ने गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) के हाथों में बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। गौती ने श्रीलंकाई दौरे के लिए चुनी गई टीम में कई सारे प्रयोग किए हैं। उन्होंने युवा खिलाड़ियों को अधिक तवज्जो दी है।
वहीं सीनियर खिलाड़ियों जैसे-रविन्द्र जडेजा को बाहर का रास्ता दिखाया है। इससे एक बात तो साफ हो जाती है कि गंभीर अपने कार्यकाल में युवाओं को ज्यादा मौके देने वाले हैं। इसका मतलब है कि टीम के 3 “बुजुर्ग” खिलाड़ियों का करियर समाप्त हो जाएगा, जो अब तक मौके के इंतजार में हैं। आइए विस्तार से इन भारतीय क्रिकेटरों के बारे में जान लेते हैं।
Gautam Gambhir नहीं होने देंगे 3 खिलाड़ियों की वापसी
इशांत शर्मा:
लंबे कद के तेज गेंदबाज इशांत शर्मा (Ishant Sharma) 105 टेस्ट, 80 वनडे व 14 टी20 मुकाबलों में टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। टेस्ट में उन्होंने 311 विकेट, वनडे में 115 तो वहीं टी20 में 8 विकेट चटकाए हैं। हालांकि ये 35 वर्षीय खिलाड़ी करीब 3 साल से भारतीय टीम में वापसी का मौका तलाश रहे हैं।
वैसे गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) के आने के बाद अब ये शायद ही मुमकिन हो। टीम में इस समय जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, अर्शदीप सिंह के अलावा कई सारे युवा पेसर मौजूद हैं। जिनके रहते इशांत दुबारा कभी इंटरनेशनल क्रिकेट नहीं खेल पाएंगे।
वृद्धिमान साहा:
टीम इंडिया के सीनियर विकेटकीपर बल्लेबाज वृद्धिमान साहा (Wriddhiman Saha) ने साल 2010 में इंटरनेशनल क्रिकेट में अपना डेब्यू किया था। तब से लेकर अबतक ये खिलाड़ी भारत की ओर से 40 टेस्ट, 9 वनडे मुकाबले खेल चुके हैं। टेस्ट में उनके नाम 1353 रन तो वनडे में 41 रन दर्ज है।
हालांकि इस 39 वर्षीय खिलाड़ी ने 2021 के बाद एक भी इंटरनेशनल मैच नहीं खेला। भारतीय टीम में जिस तादाद में युवा खिलाड़ियों की एंट्री हो रही है, उसे देखते हुए कहना गलत नहीं होगा कि साहा का अंतरराष्ट्रीय करियर अब समाप्त हो चुका है। अब देखना है वह कब रिटायरमेंट का ऐलान करते हैं।
उमेश यादव:
घरेलू सरजमीं पर भारत की ओर से सबसे सफल तेज गेंदबाजों का अगर जिक्र होगा तो सूची में उमेश यादव का नाम ऊपर से शामिल होगा। दाएं हाथ के पेसर ने अपने करियर में 57 टेस्ट, 75 वनडे और 9 टी20 मुकाबले खेले हैं। टेस्ट में उमेश के नाम 170 विकेट, वनडे में 106 तो टी20 में 12 विकेट दर्ज है।
हालांकि पिछले एक साल से उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेला। ऐसे में अब उनके लिए संन्यास ही आखिरी चारा बचा हुआ है।