Virat Kohli: टीम इंडिया इस वर्ल्ड कप में बेहद शानदार फार्म में चल रही है। टीम ने कुल आठ मुकाबले खेले हैं और सभी आठ मुकाबले बड़े ही शानदार तरीके से जीते हैं। इसके साथ ही टीम इंडिया ने बिना कोई मुकाबला हर वर्ल्ड कप 2023 के सेमीफाइनल में भी अपनी जगह बना ली है। टीम इंडिया ने इस वर्ल्ड कप में कोई भी खेमा खाली नहीं छोड़ा है। टीम ने गेंदबाजी बल्लेबाजी और फील्डिंग तीनों ही खेलों में जोरदार प्रदर्शन करके दिखाया है।
वहीं अगर बल्लेबाजी की बात की जाए तो टीम इंडिया के दिग्गज बल्लेबाज किंग के नाम से मशहूर विराट कोहली (Virat Kohli) ने इस वर्ल्ड कप में बेहतरीन पारियां खेली हैं। विराट कोहली जिस हिसाब से खेल रहे हैं अगर वह कुछ और रन बना लेते हैं तो प्लेयर ऑफ़ द टूर्नामेंट बनने से उन्हें कोई नहीं रोक सकता। आईए जानते हैं कितने रन बनाने पर विराट कोहली प्लेयर ऑफ टूर्नामेंट बन सकते हैं।
200 रन बना लें Virat Kohli तो बन जाएंगे प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट
विराट कोहली का वर्ल्ड कप 2023 अब तक का सबसे बेहतरीन वर्ल्ड कप गया है। उन्होंने वर्ल्ड कप में अब तक कुल 8 मुकाबले खेले हैं। जिनमें उन्होंने 108.60 की औसत से बल्लेबाजी करते हुए 2 शतक और 4 अर्धशतकों की मदद से 543 रन बनाए हैं। विराट कोहली के पास अभी तीन मुकाबले और हैं 543 के इस आंकड़े को 743 तक भी पहुंचा सकते हैं।
अगर विराट कोहली ऐसा करने में कामयाब हो जाते हैं तो यकीनन उन्हें प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का खिताब जीतने से कोई भी ताकत नहीं रोक सकती। विराट कोहली 200 रन और बना लेते हैं इन 3 मुकाबलों में तो वह न सिर्फ इस वर्ल्ड कप के प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट बन जाएंगे बल्कि एक वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज भी बन जाएंगे।
2003 में सचिन तेंदुलकर , 2011 में युवराज सिंह ने जीता था खिताब
वर्ल्ड कप में प्लेयर ऑफ़ द टूर्नामेंट की बात की जाए तो भारत के 2 दिग्गजों ने अब तक वर्ल्ड कप के इतिहास में प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का खिताब जीता है। साल 2003 के वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का खिताब अपने नाम किया था।
तो वहीं साल 2011 के वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज ऑलराउंडर और सिक्सर किंग के नाम से मशहूर युवराज सिंह ने यह खिताब अपने नाम किया था हालांकि 2003 में टीम इंडिया फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया से हार गई थी लेकिन 2011 में टीम इंडिया ने श्रीलंका को हराकर खिताब पर कब्जा किया था।