IND vs SA: गुवाहाटी में खेले जा रहे भारत और दक्षिण अफ्रीका (IND vs SA) के दूसरे टेस्ट मैच का दूसरा दिन पूरी तरह मेहमान टीम के नाम रहा। जहाँ एक ओर दक्षिण अफ्रीका के निचले क्रम ने भारत के गेंदबाजों पर दबाव बनाए रखा, वहीं भारतीय टीम को पूरे दिन विकेटों के लिए संघर्ष करना पड़ा।
सेनुरन मुथुसामी और मार्को यानसन की बेहतरीन पारियों ने दक्षिण अफ्रीका को पहली पारी में मजबूत आधार दिया, जबकि भारत को अपनी पारी की शुरुआत संभलकर करनी पड़ी। दिन का खेल खराब रोशनी के कारण जल्दी समाप्त हुआ, लेकिन तब तक दक्षिण अफ्रीका का पलड़ा भारी हो चुका था।
दक्षिण अफ्रीका की मजबूत शुरुआत और भारतीय गेंदबाजों की चुनौती
दक्षिण अफ्रीका ने पहले दिन (IND vs SA) का खेल समाप्त होने तक छह विकेट पर 247 रन बनाए थे और दूसरे दिन अपनी पारी को आगे बढ़ाते हुए बल्लेबाज़ी शुरू की। सेनुरन मुथुसामी और काइल वेरेने ने सुबह के सत्र में एक भी विकेट नहीं गिरने दिया और स्कोर को तेजी से 300 रन के पार पहुंचाया।
भारतीय गेंदबाज चाहे जसप्रीत बुमराह हों, मोहम्मद सिराज हों या फिर स्पिनर कुलदीप यादव, किसी को भी जल्दी सफलता नहीं मिली। न्यू बॉल और कंडीशंस का लाभ नहीं मिलने से भारतीय रणनीति असंतुलित दिखी। वेरेने और मुथुसामी की यह साझेदारी भारत के लिए चुनौती बन गई, जिसे तोड़ने में लगभग पूरा पहला सेशन बीत गया।
मुथुसामी का पहला टेस्ट शतक और यानसन की आक्रामक बल्लेबाजी

पहले सत्र (IND vs SA) के अंतिम चरण में भारत को राहत तब मिली जब काइल वेरेने 45 रन बनाकर जडेजा की गेंद पर आउट हो गए। इसके बाद अफ्रीकी पारी में मार्को यानसन की एंट्री हुई, और उन्होंने आते ही अपनी आक्रामक शैली से मैच का रुख और दक्षिण अफ्रीका की पकड़ मजबूत कर दी।
मुथुसामी ने संयमित बल्लेबाजी जारी रखते हुए 10 चौकों और दो छक्कों की मदद से अपने करियर का पहला टेस्ट शतक लगाया। दूसरी ओर यानसन ने केवल 53 गेंदों में अर्धशतक पूरा किया और भारतीय गेंदबाजों को बैकफुट पर ढकेल दिया। दोनों ने मिलकर सातवें विकेट के लिए महत्वपूर्ण साझेदारी की, जिसने भारत के लिए चिंताएं बढ़ा दीं।
दक्षिण अफ्रीका की 489 रनों पर पारी समाप्त, भारत का संघर्ष बढ़ा
दोपहर और चाय के बाद यानसन ने तेज रफ्तार से रन बनाते हुए अपने पहले टेस्ट शतक की ओर कदम बढ़ाए। वह 93 रनों की शानदार पारी खेलकर कुलदीप यादव की गेंद पर बोल्ड हुए और शतक से चूक गए। इससे पहले मुथुसामी 109 रन बनाकर सिराज का शिकार बने।
इन दोनों पारियों की बदौलत दक्षिण अफ्रीका पहली पारी में 489 रन बनाकर आउट हुई, जो इस पिच पर एक मजबूत स्कोर माना जा रहा है। भारत की ओर से कुलदीप यादव ने सर्वाधिक विकेट लिए, लेकिन उन्हें अन्य गेंदबाजों से पूरी मदद नहीं मिली और भारत को पारी समाप्त करने में काफी समय लग गया।
IND vs SA : भारतीय पारी की धीमी शुरुआत और बढ़ता दबाव
489 रनों का पीछा करते हुए भारतीय टीम ने दिन के अंतिम सत्र में अपनी पहली पारी की शुरुआत की। यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल ने सतर्कता के साथ पारी की शुरुआत की, क्योंकि साउथ अफ्रीका के गेंदबाजों ने नई गेंद के साथ कसकर गेंदबाजी की। जायसवाल, जो पिछली पारी में शून्य पर आउट हुए थे, इस बार आत्मविश्वास के साथ पहली ही गेंद पर रन लेकर क्रीज पर टिके रहे।
हालांकि मार्को यानसन और मुल्डर की कसी हुई लाइन और लेंथ ने भारतीय ओपनर्स को खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया। खराब रोशनी के चलते दिन का खेल जल्दी समाप्त कर दिया गया और भारत ने 6.1 ओवर में बिना कोई विकेट खोए 9 रन बनाए।
दूसरे दिन के अंत में दक्षिण अफ्रीका मैच में पूरी तरह हावी दिख रही है। भारतीय बल्लेबाजों पर अब लंबी पारी खेलने और लक्ष्य से अंतर कम करने की बड़ी जिम्मेदारी होगी, क्योंकि टेस्ट का तीसरा दिन मैच का निर्णायक मोड़ साबित हो सकता है।
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