डिफेंडिंग चैंपियन कोलकाता नाइटराइडर्स की आईपीएल 2025 में हालत पस्त हो गई है। KKR इस सीजन में अब तक 8 मुकाबले खेली है जिसमें से सिर्फ 3 में ही जीत दर्ज कर पाई है। पांच मुकाबले हारने के बाद KKR की टीम अंक तालिका में काफी नीचे है और अब तो प्लेऑफ से बाहर होने की भी संभावना बढ़ गई है। कल गुजरात टाइटंस (GT)और कोलकाता नाइट राइडर्स(KKR) के बीच खेले गए मुकाबले में गुजरात ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवर में 3 विकेट पर 198 रन बनाए।
199 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी कोलकाता नाइट राइडर्स(KKR) की टीम टीम 20 ओवर में आठ विकेट के नुकसान पर 159 रन ही बना सकी और ये मुकाबला गुजरात ने 39 रनों से जीत लिया। इस जीत के साथ ही ये साफ हो गया है कि KKR हर डिपार्टमेंट में फ्लॉप दिखी। यहां हम आपको 3 ऐसे कारण के बारे में बताने जा रहे हैं जो KKR की हार की वजह बनी।
इन 3 कारणों के चलते ईडन गार्डन पर KKR को मिली हार
पहले गेंदबाजी करने का फैसला
गुजरात टाइटंस से मिली हार की सबसे बड़ी वजह है कि कोलकाता की टीम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। पिच रिपोर्ट देखें तो मालूम होता है कि ये पिच बल्लेबाजों के लिए काफी फायदेमंद साबित होती है। पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम को रन चेज करने में आसानी होती है। जैसा कल के मुकाबले में देखने को भी मिला। पहले बल्लेबाजी करने उतरी गुजरात की टीम ने महज 3 विकेट के नुकसान पर 198 रन बनाए।
बल्लेबाजों का खराब प्रदर्शन
कल खेले गए मुकाबले में जीत के करीब आकर भी कोलकाता की टीम को हार का सामना करना पड़ा। इसकी सबसे बड़ी वजह KKR की खराब शुरुआती थी। मध्य क्रम में भी बल्लेबाज कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाए थे। कोलकाता की तरफ सबसे ज्यादा अजिंक्य रहाणे ने 50 रन की पारी खेली थी। उन्होंने 36 गेंदों का सामना कर ये रन बनाया था। वहीं टीम के बाकी सभी खिलाड़ी 20 और 30 रनों के नीचे ही सिमट गए। केकेआर कल के मुकाबले में आसानी से जीत हासिल कर सकती थी अगर अंगक्रिश रघुवंशी को वो थोड़ा पहले बल्लेबाजी करने भेजती, क्योंकि अंत में उन्होंने अच्छी पारी खेलते हुए मैच को संभाला था।
बॉलर पूरी लय में नहीं
आईपीएल के पिछले सीजन में KKR के सभी बॉलर्स फॉर्म में दिखे थे, लेकिन इस सीजन में गंदबाजों का फॉर्म काफी खराब है। वरुण चक्रवर्ती के नाम सबसे ज्यादा 21 विकेट थे। हर्षित राणा और आंद्रे रसेल ने 19-19 विकेट लिए थे। सुनील नरेन और मिचेल स्टार्क को 17-17 विकेट मिले थे। वैभव अरोड़ा के नाम 11 विकेट लिए थे। लेकिन इस सीजन में किसी भी खिलाड़ी का प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा है। सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले टॉप-10 गेंदबाजों में केकेआर का सिर्फ एक नाम है वो भी 10वें नंबर पर।
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