Unmukt Chand: टीम इंडिया में चयन होने का सबसे बेहतरीन तरीका है अंडर19 क्रिकेट वर्ल्डकप, अगर कोई खिलाड़ी अंडर19 क्रिकेट वर्ल्डकप में बेहतरीन खेल दिखाता है तो फिर जल्द ही उसका चयन भारतीय टीम के लिए किया जाता है। लेकिन कई खिलाड़ी ऐसे होते हैं जो अंडर19 क्रिकेट वर्ल्डकप में बेहतरीन खेल दिखाने के बाद भी भारतीय टीम का हिस्सा नहीं बन पाते हैं।
अंडर19 क्रिकेट वर्ल्डकप 2012 में भारतीय टीम को चैंपियन बनाने वाले कप्तान उन्मुक्त चंद (Unmukt Chand) को भी भारतीय टीम में मौका नहीं दिया गया। इसी वजह से इन्होंने भारतीय क्रिकेट को अलविदा कहने में ही अपनी भलाई समझी। अब ये अमेरिका की टीम में शामिल होने के लिए प्रयसरत्न हैं।
अमेरिका की टीम में भी नहीं मिल रही है Unmukt Chand को जगह
अंडर19 क्रिकेट वर्ल्डकप में भारतीय टीम को खिताब जिताने वाले कप्तान उन्मुक्त चंद (Unmukt Chand) ने कुछ सालों पहले ही भारतीय टीम को अलविदा कहा है। इसके बाद ये अमेरिका की लोकल टीम में शामिल होने के प्रयास में हैं। लेकिन हाल ही में खेले गए टी20 वर्ल्डकप के लिए अमेरिका की मैनेजमेंट ने जब 15 सदस्यीय टीम का चयन किया तो इन्हें दरकिनार कर दिया गया। लेकिन इन्हें अभी भी उम्मीद है कि, ये जल्द ही अमेरिका की टीम की तरफ से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करते हुए दिखाई देंगे।
Unmukt Chand की राह पर चले मध्यप्रदेश के मुनीष अंसारी
मध्यप्रदेश के सीहोर जिले से ताल्लुक रखने वाले तेज गेंदबाज मुनीश अंसारी (Munis Ansari) ने कई सालों तक प्रदेश में डिवीजनल क्रिकेट खेला। लेकिन इसके बाद भी रणजी चयनकर्ताओं ने इन्हें दरकिनार किया। इसके बाद इन्होंने मध्यप्रदेश और देश को छोड़कर दूसरे देश की तरफ से खेलने का फैसला किया। मुनीश ने भारतीय क्रिकेट को छोड़ने के बाद ओमान की तरफ से खेलने का फैसला किया और इस टीम के लिए इन्होंने लगातार बेहतरीन खेल दिखाया है।
कुछ इस प्रकार का रहा करियर
अगर बात करें मुनीश अंसारी (Munis Ansari) के क्रिकेट करियर की तो इनका करियर ओमान की तरफ से भी ज्यादा लंबा नहीं रहा। लेकिन इसके बावजूद इन्हें यह संतोष है कि, इन्होंने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में प्रतिनिधित्व किया। मुनीश ने अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर में खेले गए 11 मैचों में 8 विकेट अपने नाम किए। मुनीश के इसी प्रदर्शन के बाद से ही इन्हें भारतीय चयनकर्ताओं की भूल समझा जाने लगा।
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