Gautam Gambhir: इस वक्त तमाम भारतीय क्रिकेट फैंस की निगाहें बीसीसीआई के ऊपर हैं। दरअसल राहुल द्रविड़ के बाद अगले हेड कोच का जल्द ऐलान होने वाला है। पिछले कुछ समय से जो खबरों आ रही थीं, उसकी मानें तो गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) इस पद के प्रमुख दावेदार हैं।
कुछ मीडिया संस्थानों ने ये तक दावा किया कि पूर्व भारतीय ओपनर के नाम पर मुहर लगने वाली है। हालांकि सोशल मीडिया पर अब जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार बीसीसीआई (BCCI) गंभीर को नहीं बल्कि एक अन्य दिग्गज क्रिकेट के हाथों में यह जिम्मेदारी सौंपने जा रही है। आइए विस्तार से पूरी खबर जान लेते हैं।
BCCI ने इस दिग्गज को बनाया हेड कोच
भारतीय टीम आईसीसी टी20 विश्व कप 2024 (ICC T20 World Cup 2024) के बाद जिम्बाब्वे दौरे पर जाएगी। इन दोनों टीमों के बीच पांच मैचों की टी20 सीरीज खेली जाएगी। देश की बड़ी मीडिया संस्थान टाइम्स ऑफ इंडिया ने यह दावा किया है कि इस टूर पर टीम इंडिया (Team India) के साथ हेड कोच के रूप में पूर्व दिग्गज भारतीय क्रिकेटर वीवीएस लक्ष्मण (VVS Laxman) जाएंगे।
बता दें कि वह पहले भी कई दफा अंतरिम कोच की भूमिका में भारतीय खेमे के साथ अलग-अलग टूर पर जा चुके हैं। चीन में हुए 2023 एशियन गेम्स के दौरान लक्ष्मण ने ही खिलाड़ियों का मार्गदर्शन किया था।
यहां देखें ट्वीट:
VVS Laxman likely to Head Coach team India for the Zimbabwe tour.
– Gambhir likely to take the charge from the Sri Lanka tour. (TOI). pic.twitter.com/5AGlT0Ke6R
— Mufaddal Vohra (@mufaddal_vohra) June 20, 2024
Gautam Gambhir इस सीरीज से संभालेंगे जिम्मेदारी
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार जिम्बाब्वे दौरे पर वीवीएस लक्ष्मण टीम इंडिया के मुख्य कोच होंगे। वहीं जुलाई में श्रीलंका के साथ होनी वाली तीन वनडे और तीन टी20 मैचों की सीरीज से गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) यह बड़ी जिम्मेदारी संभालेंगे।
उनका कार्यकाल जुलाई 2024 से लेकर दिसंबर 2027 तक रहने वाला है। इस दौरान आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025, वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025, 2026 टी20 विश्व कप व 2027 वनडे वर्ल्ड कप जैसे कुछ बड़े टूर्नामेंट खेले जाएंगे।
गंभीर के सामने ये होगा पहला बड़ा टास्क
गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) अगर भारतीय टीम के हेड कोच बनते हैं, तो सबसे पहले उनपर तीनों फॉर्मैट में एक अच्छा स्क्वॉड बनाने की जिम्मेदारी होगी। इसके अलावा गंभीर से भारतीय टीम मैनेजमेंट को ये अपेक्षा होगी कि वह अधिक से अधिक युवा खिलाड़ियों को निखारकर, उन्हें परिपक्व प्लेयर बनाएं।