Ishan Kishan: टीम इंडिया के कुछ युवा खिलाड़ी पिछले कुछ समय से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से दूर हैं। इसमें विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन (Ishan Kishan) का भी नाम शामिल है। उन्होंने अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच पिछले साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज के दौरान खेला था।
वहीं साउथ अफ्रीका दौरे से अपना नाम वापस लेने और बोर्ड द्वारा रणजी ट्रॉफी खेलने के निर्देशों का पालन न करने के चलते वह टीम से बाहर चल रहे हैं। इतना ही नहीं, 26 वर्षीय युवा की अब शायद ही दुबारा टीम में वापसी हो। हालांकि वह इकलौते नहीं हैं। दो और भी यंग टैलेंट मौजूद हैं जिनके लिए अब टीम इंडिया के दरवाजे पूरी तरह से बंद हो चुके हैं। आइए विस्तार से उनके बारे में जान लेते हैं।
Ishan Kishan के लिए बंद हुए टीम इंडिया के दरवाजे
भारतीय क्रिकेट की किताब में ईशान किशन (Ishan Kishan) का नाम बैड बॉय के तौर पर शामिल हो गया है। दरअसल पिछले साल इस खिलाड़ी ने साउथ अफ्रीका दौरे से अपना नाम वापस ले लिया। इसके पीछे उन्होंने बीसीसीआई के सामने मानसिक तनाव और अवसाद का कारण दिया। हालांकि इसके कुछ ही दिनों बाद वह एक क्लब में पार्टी करते हुए नजर आए थे।
इसके अलावा इस साल की शुरुआत में बोर्ड ने उन्हें रणजी ट्रॉफी खेलने का निर्देश दिया था। ईशान ने इसे भी नजरअंदाज करते हुए महीनों पहले ही आईपीएल की तैयारी शुरु कर दी। इससे टीम मैनेजमेंट व मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर काफी नाराज हो गए थे। इसके बाद से विकेटकीपर बल्लेबाज को परमानेंट तौर पर टीम से निकाल दिया।
इन दो युवा खिलाड़ियों का भी करियर संकट में
टीम इंडिया से लंबे समय से बाहर चल रहे पृथ्वी शॉ के साथ भी ईशान किशन (Ishan Kishan) जैसा ही हाल हुआ था। कम उम्र में ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखने वाले मुंबई के इस खिलाड़ी की टीम के सीनियर खिलाड़ियों ने टीम मैनेजमेंट से शिकायत की थी। शॉ पर ये आरोप लगे थे कि वह सीनियर प्लेयर्स की इज्जत नहीं करते हैं। साथ ही वह प्रतिबंधित दवाओं का सेवन करते हुए पाए गए थे।
यही वजह है कि उन्हें भारतीय टीम से परमानेंट रूप से निकाल दिया गया। उनके अलावा लंबे समय से उमरान मलिक भी बाहर चल रहे हैं। गौतम गंभीर के आने के बाद अब शायद ही इन खिलाड़ियों की वापसी होगी। ऐसे में ये तीनों प्लेयर्स अमेरिका जाकर क्रिकेट खेल सकते हैं। गौरतलब है कि पहले से ही कई भारतीय खिलाड़ी इस टीम के लिए डेब्यू कर चुके हैं। सौरभ नेत्रवलकर सबसे बड़े उदाहरण हैं।