Prithvi Shaw bat roared fiercely in domestic cricket, leaving behind Brian Lara 501 runs and played a stormy inning of 546 runs.

Prithvi Shaw: भारत क्रिकेट टीम इस समय इंग्लैंड टीम (England Team) के साथ 5 टेस्ट मैचों की सीरीज खेल रही है, जिसके पहले मुकाबले में टीम इंडिया (Team India) रोहित शर्मा (Rohit Sharma) की अगुवाई में बेहद शानदार प्रदर्शन दिखा रही है। भारत ने इस समय अपनी शानदार बल्लेबाजी और गेंदबाजी से अंग्रेजी टीम के नाक में दम कर दिया है। जिसको लेकर सोशल मीडिया पर काफी चर्चा हो रही है और इन्हीं चर्चाओं के बीच पृथ्वी शॉ ( Prithvi Shaw) की चर्चा भी तेज हो गई है। जिन्होंने 546 रनों की ऐतिहासिक पारी खेल सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है। तो आइए जानते हैं कि आखिर पूरा मामला क्या है।

Prithvi Shaw के बल्ले से निकली ऐतिहासिक पारी!

Prithvi Shaw bat roared fiercely in domestic cricket, leaving behind Brian Lara 501 runs and played a stormy inning of 546 runs.

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दरअसल, पृथ्वी शॉ ( Prithvi Shaw) का नाम भारत के बेहतरीन बल्लेबाजों में शुमार है और वह जब भी मैदान पर उतरते हैं। तब कोई ना कोई रिकॉर्ड उनके नाम अपने आप हो जाता है। कुछ ऐसा ही कारनामा उन्होंने महज 14 साल की उम्र में करके दिखाया था। जहां उन्होंने मुंबई के आजाद मैदान में हैरिस शील्ड ट्रॉफी के एक मुकाबले के दौरान 546 रन बना दिए थे और इस पारी की बदौलत उनका नाम रिकॉर्ड बुक में दर्ज हो गया है। उनके बल्ले से निकली 546 रनों की पारी किसी भी भारतीय बल्लेबाज द्वारा जूनियर क्रिकेट में बनाया गया सर्वोच्च स्कोर है।

हैरिस शील्ड ट्रॉफी में शॉ ने दिखाया था जलवा

बता दें कि पृथ्वी शॉ ( Prithvi Shaw) ने हैरिस शील्ड ट्रॉफी के एक मैच में रिजवी स्प्रिंगफील्ड की ओर से खेलते हुए सेंट फ्रांसिस डी’असीसी के खिलाफ ए डिवीजन मैच में 546 रन बनाए थे। उनकी पारी दो दिनों में 367 मिनट तक चली थी और इस बीच उनके बल्ले से 85 चौके और पांच छक्के भी देखने को मिले थे। उनकी इस पारी की चर्चा आज भी होती है और होना लाजमी भी है। चूकिं ऐसा करना हर किसी के बाद की बात नहीं है।

वहीं क्रिकेट इतिहास के सबसे महान बल्लेबाज ब्रायन लारा (Brian Lara) के बल्ले से काउंटी क्रिकेट में 501 रनों की सबसे लम्बी पारी देखने को मिली है। जिसकी तुलना में कई लोग पृथ्वी शॉ ( Prithvi Shaw) की पारी को बेहतर बताते हैं। हालांकि दोनों ही पारियां बेहतर हैं और दोनों ने अपनी-अपनी परिस्थिति के अनुसार बेस्ट खेला था।

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