Fatest Fifty in Ranji Trophy : क्रिकेट के इतिहास में कई अविश्वसनीय रिकॉर्ड बने हैं, लेकिन जो कारनामा सूरत में हुआ, उसने क्रिकेट प्रेमियों को हैरान कर दिया। रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) प्लेट ग्रुप के मुकाबले में मेघालय के 25 वर्षीय बल्लेबाज ने महज 11 गेंदों पर अर्धशतक जमाकर फर्स्ट-क्लास क्रिकेट के इतिहास में नया विश्व रिकॉर्ड बना दिया।
यह उपलब्धि किसी अंतरराष्ट्रीय मैच से कम नहीं मानी जा रही, क्योंकि इस बल्लेबाज ने इंग्लैंड के वेन व्हाइट का 12 गेंदों में अर्धशतक का रिकॉर्ड तोड़ दिया, जो 2012 से अब तक कायम था।
Ranji Trophy में रच दिया इतिहास

यह रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) मुकाबला रविवार को सूरत में मेघालय और अरुणाचल प्रदेश के बीच खेला जा रहा था। मेघालय की टीम पहले बल्लेबाजी कर रही थी और 576 रन के स्कोर पर 6 विकेट गिर चुके थे। इसी समय बल्लेबाजी करने आए आकाश चौधरी ने आते ही गेंदबाजों पर कहर बरपा दिया।
उन्होंने गेंदबाजों को संभलने का कोई मौका नहीं दिया और चौकों-छक्कों की बरसात कर दी। आकाश ने अपनी पारी में लगातार आठ गेंदों पर आठ छक्के जड़ दिए, जिसमें से छह छक्के उन्होंने एक ही ओवर में लगाए। यह नजारा टी20 क्रिकेट में भी कम देखने को मिलता है।
उनकी इस आक्रामक बल्लेबाजी ने दर्शकों को युवराज सिंह की याद दिला दी, जिन्होंने 2007 के टी20 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के स्टुअर्ट ब्रॉड के एक ओवर में छह छक्के लगाए थे। आकाश चौधरी की इस पारी की बदौलत मेघालय ने 6 विकेट पर 628 रन बनाकर पारी घोषित कर दी।
सबसे तेज फर्स्ट-क्लास फिफ्टी का नया विश्व रिकॉर्ड
आकाश ने अपनी पारी में मात्र 11 गेंदों में अर्धशतक पूरा किया, जो फर्स्ट-क्लास क्रिकेट के इतिहास में अब तक की सबसे तेज फिफ्टी है। इससे पहले यह रिकॉर्ड इंग्लैंड के वेन व्हाइट के नाम था, जिन्होंने 2012 में लीसेस्टरशायर के लिए खेलते हुए 12 गेंदों पर अर्धशतक जमाया था।
इतना ही नहीं, श्रीलंका के क्लाइव इनमैन ने 1965 में 13 गेंदों पर फिफ्टी बनाकर समय के लिहाज से दूसरा सबसे तेज अर्धशतक बनाया था। आकाश ने महज 9 मिनट में यह पचासा पूरा किया, जबकि इनमैन ने यह उपलब्धि 8 मिनट में हासिल की थी। भारतीय क्रिकेट में इससे पहले जम्मू-कश्मीर के बंदेव सिंह के नाम 15 गेंदों पर फिफ्टी का रिकॉर्ड था, जिसे आकाश ने आसानी से पीछे छोड़ दिया।
लगातार छह छक्के लगाने वाले तीसरे भारतीय
आकाश चौधरी फर्स्ट-क्लास क्रिकेट में लगातार छह गेंदों पर छह छक्के लगाने वाले तीसरे भारतीय बन गए हैं। इससे पहले यह दुर्लभ कारनामा सबसे पहले सर गैरी सोबर्स ने 1968 में किया था, जब उन्होंने नॉटिंघमशायर की ओर से खेलते हुए ग्लैमरगन के गेंदबाज मैल्कम नैश की गेंदों पर लगातार छह छक्के जड़े थे।
इसके बाद 1984-85 सीजन में भारत के रवि शास्त्री ने यह उपलब्धि हासिल की थी। अब मेघालय के आकाश चौधरी इस सूची में तीसरे नाम के रूप में जुड़ गए हैं।
उन्होंने अरुणाचल प्रदेश के गेंदबाज लीमर डाबी के ओवर में छह छक्के लगाए, और अगले दो गेंदों पर भी छक्के जड़ते हुए आठ गेंदों पर लगातार आठ छक्के ठोक दिए। यह नजारा भारतीय घरेलू क्रिकेट में पहली बार देखने को मिला, जिसने क्रिकेट जगत में नई चर्चा छेड़ दी।
2019 से खेल रहे हैं फर्स्ट-क्लास क्रिकेट
मेघालय के युवा क्रिकेटर आकाश चौधरी 2019 से फर्स्ट-क्लास क्रिकेट खेल रहे हैं। अब तक उन्होंने 30 मैचों में 503 रन बनाए हैं और उनका औसत 14.37 रहा है। वे दाएं हाथ के बल्लेबाज और मध्यम गति के गेंदबाज हैं। इस मैच में अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी के बाद उन्होंने नई गेंद से गेंदबाजी भी की और जल्दी ही एक विकेट झटका।
उनकी यह पारी केवल रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) ही नहीं, बल्कि विश्व क्रिकेट के इतिहास में यादगार बन गई है। आकाश चौधरी का यह प्रदर्शन इस बात का प्रमाण है कि भारतीय घरेलू क्रिकेट में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। उन्होंने यह दिखा दिया कि मौका मिलने पर युवा खिलाड़ी भी इतिहास रच सकते हैं।
🚨 Record Alert 🚨
First player to hit eight consecutive sixes in first-class cricket ✅
Fastest fifty, off just 11 balls, in first-class cricket ✅
Meghalaya’s Akash Kumar etched his name in the record books with a blistering knock of 50*(14) in the Plate Group match against… pic.twitter.com/dJbu8BVhb1
— BCCI Domestic (@BCCIdomestic) November 9, 2025
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