न्यूजीलैंड दौरे पर गयी टीम इंडिया ने मेजबान टीम को हराकर 3 मैचों की टी20 सीरीज को 1-0 से जीत ली। इस सीरीज में भले ही टीम इंडिया की जीत हुई हो लेकिन लगातार खराब खराब प्रदर्शन के बावजूद प्लेइंग इलेवन में विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर ऋषभ पंत को शामिल किया गया।
उनकी वजह से एक बार फिर संजू सैमसन (Sanju Samson) को मौका नहीं पाया और वो पूरे सीरीज के दौरान बेंच पर ही बैठे रह गये। ये कोई पहली बार ऐसा नहीं हुआ है, संजू सैमसन (Sanju Samson) को अक्सर ही सेलेक्टर्स से लेकर कोच और टीम के कप्तान नजरअंदाज करते रहते हैं और उन्हें लगातार ही इग्नोर करने की एक बड़ी वजह भी है जिसके बारे में यहां आगे जानेंगे।
सैमसन को नजरअंदाज करने की बड़ी वजह
एशिया कप हो टी20 वर्ल्ड कप या फिर न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20 सीरीज, सभी में विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर ऋषभ पंत को मौका दिया गया था लेकिन वहीं संजू सैमसन (Sanju Samson) को नजरअंदाज कर दिया गया।
न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गये 3 मैचों की टी20 सीरीज का पहला मुकाबला बारिश की वजह से रद्द हो गया था। वहीं दूसरे मुकाबले में ऋषभ पंत के बल्ले से महज 6 रन तो तीसरे मुकाबले में 11 रन निकला था। हालांकि पंत मौजूदा समय में टीम इंडिया के चहेते विकेटकीपर बल्लेबाज बन चुके हैं जिस वजह से टीम मैनेजमेंट लगातार ही संजू सैमसन (Sanju Samson) को नजरअंदाज कर रही है।
सभी के चहेते ऋषभ पंत
टीम इंडिया के युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत मौजूदा समय में कप्तान से लेकर कोच और सेलेक्टर्स सभी के चहेते बन चुके हैं। जिस वजह से कप्तान और मैनेजमेंट उनपर ही अपना ज्यादा भरोसा दिखाते हैं।
इस वजह से कहीं न कहीं संजू सैमसन के साथ नाइंसाफी हो रही है। पंत के टीम में होने की वजह से ही संजू सैमसन (Sanju Samson) को प्लेइंग इलेवन में मौका नहीं पाता है। इसे देखकर ये कहना गलत नहीं होगा कि सैमसन को प्लेइंग इलेवन में मौका न मिलने की सबसे बड़ी वजह पंत ही है।
पंत से बेहतर सैमसन
ऋषभ पंत के पिछले 5 मैचों की रिकॉर्ड पर ध्यान दें तो उन्होंने 27, 3, 6, 6 और 11 के साथ कुल 53 रन बनाये हैं। वहीं अगर संजू सैमसन (Sanju Samson) की बात करें तो पिछले पांच मैचों में उन्होंने एक अर्धशतकीय पारी के साथ 39, 18, 77, 30 और 15 के साथ कुल 179 रन ठोक चुके हैं। दोनों की बल्लेबाजी की तुलना की जाये तो ये कहना गलत नहीं होगा कि संजू सैमसन (Sanju Samson) का रिकॉर्ड ऋषभ पंत से बेहतर है।