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7 साल कोमा में रहने के बाद इस श्रीलंकाई क्रिकेटर का हुआ निधन, क्रिकेट जगत में पसरा मातम

7 साल कोमा में रहने के बाद इस श्रीलंकाई क्रिकेटर का हुआ निधन, क्रिकेट जगत में पसरा मातम 1

Sri Lanka former U19 cricketer dies: श्रीलंका (Sri Lanka) क्रिकेट को मंगलवार, 30 दिसंबर को एक बेहद दर्दनाक खबर ने झकझोर दिया। पूर्व अंडर-19 क्रिकेटर अक्षु फर्नांडो का सात साल तक कोमा में रहने के बाद 34 वर्ष की उम्र में निधन हो गया।

दिसंबर 2018 में हुए एक भयावह रेलवे हादसे के बाद से अक्षु जीवन और मृत्यु के बीच संघर्ष कर रहे थे। एक ऐसा खिलाड़ी, जिसका करियर बस उड़ान भरने ही वाला था, खामोशी से इस दुनिया को अलविदा कह गया।

रेलवे हादसा जिसने बदल दी ज़िंदगी

Former Sri Lanka Under-19 cricketer Akshu Fernando passes away - DailyNews

दिसंबर 2018 में दक्षिणी कोलंबो के माउंट लाविनिया इलाके में समुद्र तट के पास ट्रेनिंग सेशन के बाद घर लौटते समय अक्षु फर्नांडो एक असुरक्षित रेलवे ट्रैक पार कर रहे थे। इसी दौरान वह एक तेज़ रफ्तार ट्रेन की चपेट में आ गए। हादसा इतना गंभीर था कि उनके सिर में गहरी चोटें आईं और शरीर में कई फ्रैक्चर हो गए।

उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कर लाइफ सपोर्ट पर रखा गया, जहां वह वर्षों तक कोमा में रहे। यह दुर्घटना न सिर्फ एक खिलाड़ी के करियर, बल्कि उसके पूरे जीवन की दिशा बदलने वाली साबित हुई।

अंडर-19 विश्व कप 2010 में चमका सितारा

अक्षु फर्नांडो को जनवरी 2010 में न्यूजीलैंड में हुए ICC पुरुष अंडर-19 क्रिकेट विश्व कप 2010 के लिए श्रीलंका अंडर-19 टीम में चुना गया था। इस टूर्नामेंट में उन्होंने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। ग्रुप स्टेज में कनाडा के खिलाफ और क्वार्टर फाइनल में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उनकी पारियां निर्णायक रहीं।

सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लिंकन में खेली गई 88 गेंदों में 52 रनों की जुझारू पारी ने उन्हें एक भरोसेमंद बल्लेबाज़ के रूप में स्थापित किया। श्रीलंका (Sri Lanka) की टीम ने इस टूर्नामेंट में चौथा स्थान हासिल किया और अक्षु उस सफर के अहम स्तंभ थे।

घरेलू क्रिकेट में उभरता हुआ नाम

अंडर-19 स्तर पर शानदार प्रदर्शन के बाद अक्षु ने घरेलू क्रिकेट में भी अपनी जगह बनाई। उन्होंने कोल्ट्स क्रिकेट क्लब, पनादुरा स्पोर्ट्स क्लब, चिलाव मैरियंस स्पोर्ट्स क्लब और रागामा क्रिकेट क्लब जैसे प्रतिष्ठित क्लबों का प्रतिनिधित्व किया। अपने नौ साल के घरेलू करियर में उन्होंने 39 फर्स्ट-क्लास और 25 लिस्ट-ए मैच खेले, जिसमें एक शतक और छह अर्धशतक शामिल रहे।

हादसे से ठीक एक हफ्ते पहले उन्होंने रागामा क्रिकेट क्लब के लिए अपना पहला फर्स्ट-क्लास शतक लगाया था और अपनी ऑफ-स्पिन गेंदबाज़ी पर भी काम कर रहे थे, जो उनके ऑलराउंड विकास का संकेत था।

क्रिकेट जगत की भावुक श्रद्धांजलि

अक्षु फर्नांडो के निधन की खबर से श्रीलंका का क्रिकेट जगत शोक में डूब गया। रागामा क्रिकेट क्लब से जुड़े वरिष्ठ प्रशासक और प्रसिद्ध कमेंटेटर रोशन अबेसिंघे ने उन्हें एक होनहार, खुशमिजाज और सज्जन व्यक्ति बताते हुए भावुक श्रद्धांजलि दी।

उन्होंने कहा कि अक्षु का करियर एक क्रूर हादसे की भेंट चढ़ गया, लेकिन जो लोग उन्हें जानते थे, उनके दिलों में वह हमेशा ज़िंदा रहेंगे। अक्षु फर्नांडो की कहानी प्रतिभा, संघर्ष और अधूरे सपनों की एक ऐसी दास्तान है, जो लंबे समय तक क्रिकेट प्रेमियों को भावुक करती रहेगी।

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FAQS

अक्षु फर्नांडो किस देश से थे?

श्रीलंका

अक्षु फर्नांडो कितने साल कोमा में रहे?

सात

Vasu Jain

खेल सिर्फ मनोरंजन नहीं, एक कहानी है। मैं एक स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट हूँ, जो 2007 से क्रिकेट...

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