Shardul Thakur

Shardul Thakur: टीम इंडिया के पास इस समय एक से बढ़कर एक बेहतरीन ऑलराउंडर मौजूद हैं। इस टीम के पास विकल्पों की कोई कमी नहीं है। यही वजह है कि शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur) जैसा बेहतरीन खिलाड़ी टीम से बाहर होने को मजबूर है। उन्होंने अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच पिछले साल साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेला था।

हालांकि भारतीय टीम से बाहर होने के बावजूद मुंबई के इस खिलाड़ी ने डोमेस्टिक क्रिकेट में अपनी सेवाएं देना जारी रखा। रणजी ट्रॉफी 2024 के दौरान 32 वर्षीय क्रिकेटर ने शतक ठोककर अपनी टीम को न केवल हार से बचाया बल्कि आखिर में वह टीम की जीत के हीरो बने। आइए एक बार फिर उस पारी का जिक्र कर शार्दुल के कारनामे की सराहना कर लेते हैं।

जब Shardul Thakur बने मुंबई के हीरो

Shardul Thakur

दरअसल ये वाकया 2 मार्च 2024 का है। रणजी ट्रॉफी का दूसरा सेमीफाइनल खेला जा रहा था। इसके तहत तमिलनाडु और मुंबई एक दूसरे के विरुद्ध खेलने उतरी थी। इस मैच की अगर बात करें तो तमिलनाडु की टीम ने टॉस जीतने के बाद पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। पहले बैटिंग के लिए आई इस टीम की बल्लेबाजी बेहद शर्मनाक रही। पहली पारी में तमिलनाडु 146 रन बनाकर सिमट गई।

इसके जवाब में मुंबई की भी बैटिंग अच्छी नहीं रही। उन्होंने अपने 7 विकेट केवल 106 के स्कोर पर गंवा दिए थे। हालांकि इसके बाद बैटिंग के लिए आए शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur) ने तनुष कोटियान के साथ मिलकर मैच का रुख ही पलट दिया। शार्दुल ने बैजबॉल अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए 105 गेंदों में 13 चौकों और 4 छक्कों की मदद से 109 रन ठोक दिए। सैंकड़ा बनाने के बाद उनका जश्न कमाल का था।

मुंबई ने दर्ज की थी ऐतिहासिक जीत

तमिलनाडु द्वारा पहली पारी में बनाए गए स्कोर के बाद मुंबई ने अपनी पहली पारी 378 रनों पर समाप्त की थी। इसका काफी हद तक श्रेय शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur) को जाता है। दूसरी पारी में मुंबई के गेंदबाजों के आगे एक बार फिर तमिलनाडु के बल्लेबाजों ने आत्मसमर्पण कर दिया। दूसरी पारी में यह टीम 162 रन बनाकर ऑलआउट हो गई। मुंबई ने एक पारी और 70 रनों से यह मैच अपने नाम कर लिया।

 

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