Imran Khan Assassination : पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और विश्व क्रिकेट में अपनी नेतृत्व क्षमता के लिए जाने जाने वाले इमरान खान (Imran Khan) को लेकर सोशल मीडिया पर भारी हड़कंप मचा हुआ है। पिछले कुछ दिनों से इंटरनेट पर ऐसी अफवाहें आग की तरह फैल रही हैं कि रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद इमरान खान की कथित तौर पर हत्या कर दी गई है।
इन दावों ने पाकिस्तान के राजनीतिक माहौल में नई अशांति पैदा कर दी है। हालांकि अब तक इन खबरों की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन सोशल मीडिया पर हो रही चर्चाओं और दावों ने स्थिति को बेहद गंभीर बना दिया है।
सोशल मीडिया पर फैली अफवाहों से मचा हड़कंप
सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X पर कई अकाउंट्स द्वारा दावा किया गया कि इमरान खान (Imran Khan) की जेल में हत्या कर दी गई है। इनमें से कुछ कथित रूप से सरकारी या मंत्रालयों से जुड़े लग रहे थे, जिनमें सबसे ज्यादा चर्चित बलूचिस्तान के विदेश मंत्रालय नाम के एक अकाउंट का ट्वीट रहा। इस ट्वीट में कहा गया था कि विभिन्न न्यूज़ आउटलेट्स के हवाले से इमरान खान को सेना प्रमुख आसिम मुनीर और ISI प्रशासन ने मार डाला है।
दावा इतना सनसनीखेज था कि कुछ ही घंटों में यह वायरल होने लगा। हालांकि सोशल मीडिया यूज़र्स ने तुरंत इस बात की ओर ध्यान दिलाया कि संबंधित अकाउंट संदिग्ध और फर्जी प्रतीत होता है। इसके बावजूद अफवाहें थमी नहीं और कई अन्य अकाउंट्स ने उन्हें आगे बढ़ाया।
Reports are now surfacing from inside the prisons of PUnjabi Pakistan that Imran Khan, who was being held in custody, has been killed by Asim Munir and his ISI administration according to several news outlets. If this information is confirmed to be true, it marks the absolute end… pic.twitter.com/SbbVB5uJll
— Ministry of Foreign Affairs Baluchistan (@BaluchistanMFA) November 26, 2025
अफगान मीडिया की रिपोर्ट और बढ़ती आशंकाएँ
अफगानिस्तान की कुछ मीडिया रिपोर्ट्स ने भी दावा किया कि इमरान खान (Imran Khan) की बॉडी को जेल से बाहर ले जाया गया है। ये रिपोर्टें किसी ठोस प्रमाण के बिना आईं, लेकिन मौजूदा राजनीतिक तनाव और खान के हालिया परिस्थितियों ने इन्हें और विश्वसनीयता दे दी। पिछले कुछ महीनों से खान के मिलने-जुलने पर बिना स्पष्ट कारण प्रतिबंध लगाया गया था, जिससे संदेह और बढ़ गया।
इस अवधि में इमरान खान (Imran Khan) तक न परिवार पहुँच पाया, न उनके राजनीतिक सहयोगी। यहां तक कि खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री सोहेल अफरीदी को भी उनसे मिलने नहीं दिया गया, जबकि उन्होंने सात बार प्रयास किए। इन घटनाओं ने अफवाहों को और हवा दी और जनमानस में असुरक्षा की भावना बढ़ी।
Imran Khan के परिवार और समर्थकों का विरोध, पुलिस कार्रवाई ने बढ़ाया तनाव
इमरान खान की तीन बहनें अलीमा खान, नोरीन नियाज़ी और डॉ. उज़मा खान लगातार अदियाला जेल के बाहर धरने पर बैठी हुई हैं। उनका कहना है कि उन्हें 21 दिनों से अपने भाई से मिलने नहीं दिया गया, जबकि वे सिर्फ उनकी सुरक्षा की पुष्टि करना चाहती हैं। हाल ही में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई हिंसक झड़प ने पूरे मामले को और संवेदनशील बना दिया।
खान की बहनों का आरोप है कि वे शांतिपूर्वक बैठी थीं, तभी पुलिस ने उन पर हमला कर दिया। उनकी पार्टी PTI ने इसे राजनीतिक प्रताड़ना बताया और सवाल उठाया कि यदि इमरान खान पूरी तरह सुरक्षित हैं तो परिवार से मुलाकात की अनुमति क्यों नहीं दी जा रही।
सरकारी प्रतिक्रिया और स्थिति पर अनिश्चितता
पाकिस्तान के पूर्व मंत्री फवाद खान ने भारतीय मीडिया से बातचीत में इन खबरों को पूरी तरह गलत बताया। उनके अनुसार इमरान खान सुरक्षित हैं और हत्या संबंधी दावे केवल अफवाहें हैं। इसके बावजूद देशभर में तनाव की स्थिति बनी हुई है, और PTI समर्थक लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। अदियाला जेल के बाहर भारी सुरक्षा बल तैनात कर दिए गए हैं।
वर्तमान स्थिति में सबसे बड़ा सवाल यह है कि इमरान खान की वास्तविक स्थिति क्या है, और सरकार उनकी सुरक्षा को लेकर पारदर्शिता क्यों नहीं दिखा रही। जब तक इस विषय पर आधिकारिक और विश्वसनीय जानकारी सामने नहीं आती, तब तक अफवाहें और अनिश्चितता दोनों दुनिया भर में चर्चा का विषय बने रहेंगे।
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