T20 World Cup : भारतीय महिला ब्लाइंड क्रिकेट टीम ने कोलंबो में इतिहास रचते हुए पहला महिला टी20 वर्ल्ड कप क्रिकेट फॉर द ब्लाइंड (T20 World Cup) अपने नाम कर लिया। यह खिताबी जीत सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं, बल्कि भारतीय महिला ब्लाइंड क्रिकेट के लिए नई दिशा साबित हुई है। पूरे टूर्नामेंट में टीम ने शत-प्रतिशत जीत दर्ज की और अपने प्रदर्शन से साफ कर दिया कि वह अब दुनिया की शीर्ष टीमों में शामिल है।
यह सफलता केवल फाइनल की जीत का परिणाम नहीं थी, बल्कि पूरे टूर्नामेंट में खिलाड़ियों के जज्बे, संयम और शानदार टीमवर्क का नतीजा रही। सेमीफाइनल में मिली दमदार जीत और फाइनल में दिखाई गई पूर्णता ने इस सफर को ऐतिहासिक बना दिया।
T20 World Cup फाइनल में भारतीय टीम का उत्कृष्ट प्रदर्शन
फाइनल (T20 World Cup) कोलंबो में खेला गया जहां भारत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। टीम की रणनीति साफ थी नेपाल पर शुरुआत से दबाव बनाना। भारतीय गेंदबाजों ने इस योजना को बखूबी लागू किया। नेपाल की शुरुआत निराशाजनक रही, क्योंकि शुरुआती विकेट जल्दी गिर गए। हालांकि मध्यक्रम ने कुछ हद तक पारी को संभाला और चौथे विकेट के लिए 65 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी की। इसके बावजूद भारत ने नेपाल को 20 ओवर में 114/5 जैसे साधारण स्कोर पर रोक दिया।
लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम ने शुरुआत धीमी की, लेकिन जल्द ही रनगति में सुधार लाया। करुणा, फुला सरेन और बसंती हांसदा जैसी खिलाड़ियों ने बल्लेबाजी में संयम और टाइमिंग का शानदार मेल दिखाया। फुला सरेन की 27 गेंदों में नाबाद 44 रन की पारी इस जीत की सबसे बड़ी नींव साबित हुई। भारत ने 12.1 ओवर में लक्ष्य हासिल कर खिताब जीत लिया।
सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया पर दबदबा
सेमीफाइनल में भारत का सामना ऑस्ट्रेलिया से हुआ, जो ब्लाइंड क्रिकेट में हमेशा से मजबूत टीम रही है। इस मुकाबले में भारत ने शुरुआत से ही अपनी पकड़ मजबूत रखी। गेंदबाजों ने स्कोर को नियंत्रित किया और ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को बड़े रन बनाने का मौका नहीं दिया। फील्डिंग में भारतीय खिलाड़ियों की फुर्ती और निर्णय क्षमता देखने लायक थी।
लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने अपनी बल्लेबाजी क्षमता का शानदार प्रदर्शन किया और 9 विकेट से मैच जीतकर फाइनल में जगह पक्की की। यह जीत टीम की लय और मानसिक मजबूती की परिचायक रही और खिलाड़ियों में आत्मविश्वास का नया जोश भर गई।
नेपाल का शानदार अभियान और फाइनल में प्रवेश
दूसरे सेमीफाइनल में नेपाल ने पाकिस्तान का सामना किया। यह मुकाबला काफी हद तक बराबरी का दिख रहा था, लेकिन नेपाल ने सामूहिक प्रदर्शन के दम पर मैच जीतकर पहली बार फाइनल में कदम रखा। उनकी बल्लेबाजी ने शुरुआत से स्थिरता दिखाई और साझेदारियों ने टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया।
गेंदबाजी में भी नेपाल ने अनुशासन बनाए रखा और पाकिस्तान के बल्लेबाजों को खुलकर खेलने नहीं दिया। यह जीत नेपाल के लिए ऐतिहासिक थी और इस प्रदर्शन ने फाइनल मुकाबले को और रोमांचक बनाने का काम किया। भारत को पता था कि फाइनल आसान नहीं होगा क्योंकि नेपाल पूरे टूर्नामेंट में संतुलित खेल दिखा चुका था।
भारतीय महिला ब्लाइंड क्रिकेट का नया अध्याय
इस खिताबी जीत (T20 World Cup) ने भारतीय महिला ब्लाइंड क्रिकेट को नई पहचान दिलाई है। कुछ ही समय पहले नवी मुंबई में भारतीय महिला टीम ने दक्षिण अफ्रीका को हराकर महिला क्रिकेट के नए दौर की शुरुआत की थी। उसी आत्मविश्वास को आगे बढ़ाते हुए महिला ब्लाइंड टीम ने भी कमाल कर दिखाया।
इस जीत ने साबित किया कि भारतीय महिला क्रिकेट, चाहे सामान्य हो या ब्लाइंड, दुनिया में अपनी अलग पहचान बना रहा है। खिलाड़ियों की मेहनत, समर्पण और खेल के प्रति जुनून ने भारत को इस मुकाम पर पहुंचाया है। कोलंबो में उठाई गई यह ट्रॉफी आने वाले वर्षों में महिला ब्लाइंड क्रिकेट के विकास को नई रफ्तार देगी और कई युवा खिलाड़ियों को प्रेरित करेगी।
India are champions of the inaugural Blind Women’s T20 World Cup 🏆
They defeated Nepal by 7 wickets in the final in Colombo to seal the title and finish the tournament unbeaten 🇮🇳 pic.twitter.com/7zxyhyqjjc
— ESPNcricinfo (@ESPNcricinfo) November 23, 2025
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