टीम इंडिया (Team India) इस वक्त क्रिकेट की बुलंदियों में हैं और हर एक प्रारूप में भारतीय टीम का प्रदर्शन आला दर्जे का रहा है। भारतीय टीम लगातार 2 आईसीसी टूर्नामेंट जीत चुकी है और अब भारतीय टीम की निगाहें एशिया कप के ऊपर जमी हुई है और इस टूर्नामेंट को भारतीय टीम आसानी के साथ अपने नाम करेगी।
भारतीय टीम को इस मुकाम तक पहुंचाने के पीछे खिलाड़ियों का बड़ा योगदान रहा है। लेकिन इन खिलाड़ियों को बनाने के पीछे इनके कोच का बड़ा योगदान रहा है। आज 5 सितंबर को पूरा देश शिक्षक दिवस मना रहा है और आज के खास लेख में हम आपको टीम इंडिया (Team India) के 10 सुपर-स्टार खिलाड़ियों के कोच के बारे में बताएंगे।
Team India के टॉप-10 खिलाड़ियों के कोच

शुभमन गिल
टीम इंडिया (Team India) के बेहतरीन खिलाड़ी शुभमन गिल अपनी बल्लेबाजी का पूरा लोहा मनवा रहे हैं और हर एक प्रारूप में खेलते हुए इन्होंने बेहतरीन बल्लेबाजी की है। शुभमन गिल के प्रारंभिक कोच इनके पिता लखविंदर सिंह गिल थे। लेकिन बाद में इन्होंने केआर मंगवानी की अकादमी को जॉइन किया और वहीं अभ्यास करने लगे। इसके साथ ही इन्होंने युवराज सिंह के साथ भी खूब समय व्यतीत किया है।
यशस्वी जायसवाल

क्रिकेटर बनने का सपना लेकर जब यशस्वी जायसवाल मुंबई आए तो इन्होंने मशहूर कोच ज्वाला सिंह की अकादमी को जॉइन किया। ज्वाला सिंह ने इन्हें न सिर्फ क्रिकेटिंग स्किल्स सिखाई बल्कि इसके साथ ही इन्होंने यशस्वी को मुंबई में रहने के लिए छत भी दी। इनकी अकादमी में खेलते हुए ही यशस्वी ने खुद को बेहतर बनाया और आज ये दुनिया के बेहतरीन सलामी बल्लेबाजों में से एक हैं।
विराट कोहली
टीम इंडिया (Team India) के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक विराट कोहली ने भी खेल के मैदान में अपनी छाप कुछ इस कदर छोड़ी है कि वो अमिट हो चुकी है और इनके द्वारा स्थापित किए गए मानक आज भी टिके हुए हैं। कोई भी खिलाड़ी इन मानकों के करीब नहीं पहुँच पाए हैं। विराट कोहली ने दिल्ली के मशहूर कोच राजकुमार शर्मा की अकादमी को जॉइन किया था और ये कई सालों तक इन्हीं की निगरानी में अपनी क्रिकेटिंग स्किल्स को बढ़ाते रहे। अभी भी कई खास मौकों पर विराट कोहली और राजकुमार शर्मा को साथ देखा जाता है।
रोहित शर्मा

टीम इंडिया (Team India) के बेहतरीन खिलाड़ी रोहित शर्मा के विस्फोटक बल्लेबाज बनने के पीछे इनके कोच दिनेश लाड का बड़ा योगदान है। दरअसल बात यह है कि, इन्होंने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत तो एक ऑफ-स्पिनर के तौर पर करने की सोची थी। लेकिन कोच दिनेश लाड ने इन्हें बैटिंग पर ज्यादा फोकस करने को कहा और रोहित ने बैटिंग प्रैक्टिस करना शुरू कर दिया और आज ये दुनिया के सबसे खतरनाक सलामी बल्लेबाज हैं।
एमएस धोनी
भारतीय क्रिकेट इतिहास के सबसे सफल कप्तानों में से एक एमएस धोनी को पहले फुटबॉल से लगाव था लेकिन इनके स्कूल के पीटी टीचर केशव बैनर्जी ने इन्हें क्रिकेट में ध्यान देने को कहा और विकेटकीपर बनाया। धोनी आज भी कहते हैं कि, उनका फेवरेट सपोर्ट अब क्रिकेट है और उसके बाद मैं फुटबॉल खेलना और देखना पसंद करता हूँ। इन्होंने खुले शब्दों से यह भी कहा है कि, अगर इनके कोच केशव बैनर्जी न रहते तो ये क्रिकेटर नहीं बन पाते।
जसप्रीत बुमराह
मौजूदा समय के सबसे खतरनाक तेज गेंदबाजों में से एक जसप्रीत बुमराह के कोच का नाम किशोर त्रिवेदी है। बुमराह 12 साल की उम्र में इनकी अकादमी में गए थे और इन्होंने बॉलिंग के गुण अपने कोच से ही सीखे थे। इसके बाद साल 2013 में मुंबई इंडियंस के ड्रेसिंग रूम में इन्होंने जॉन राइट के साथ काम किया और जॉन राइट की सलाह इनके जीवन में काम आई और आज ये खतरनाक गेंदबाज के रूप में सामने आए हैं।
सचिन तेंदुलकर

टीम इंडिया (Team India) के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर के बचपन के कोच रमाकांत आचरेकर हैं। रमाकांत आचरेकर के पास सचिन तेंदुलकर छोटी उम्र में गए थे और एक अच्छा करियर बनाने के बाद भी सचिन को जब भी परेशानी का सामना करना पड़ता था तब वो अपने कोच के पास ही जाते थे। सचिन तेंदुलकर के साथ ही रमाकांत आचरेकर ने विनोद कांबली और अजित अगरकर जैसे खिलाड़ियों को कोचिंग दी है।
युवराज सिंह
टीम इंडिया (Team India) के पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह की गिनती क्रिकेट के सबसे खतरनाक खिलाड़ियों में की जाती है और इन्होंने खेलते हुए कई बड़े रिकॉर्ड्स को अपने नाम किया है। युवराज सिंह के कोच इनके पिता योगराज सिंह हैं और योगराज सिंह को देखकर ही इन्होंने क्रिकेट खेलने का फैसला किया था। योगराज ने युवराज के अलावा भी कई अन्य खिलाड़ियों को भी कोचिंग दी है।
अभिषेक शर्मा

टीम इंडिया (Team India) के सबसे खतरनाक खिलाड़ियों में से एक अभिषेक शर्मा अपनी खतरनाक बल्लेबाजी से अमिट छाप छोड़ चुके हैं। अभिषेक शर्मा ने विराट कोहली के कोच राजकुमार शर्मा की अकादमी में दाखिला लिया था और कई सालों तक इन्होंने राजकुमार शर्मा की निगरानी में खेला था। इसके साथ ही इनकी बल्लेबाजी को सुधारने के लिए युवराज सिंह ने भी इनके साथ काम किया है।
श्रेयस अय्यर
भारतीय क्रिकेट टीम के बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक श्रेयस अय्यर ने 12 साल की उम्र में प्रवीण आमरे की कोचिंग में दाखिला लिया था। प्रवीण आमरे मुंबई ही नहीं बल्कि देश के मशहूर कोचों में से एक हैं। साल 2024 में जब अय्यर को खराब फॉर्म और शॉर्ट बॉल की परेशानी की वजह से ड्रॉप किया गया था तो इन्होंने प्रवीण आमरे से संपर्क किया और इसके बाद इनकी बल्लेबाजी में निखार देखने को मिला था।