टीम इंडिया (Team India) का प्रदर्शन पिछले कुछ सालों में बेहद ही शानदार रहा है। सभी खिलाड़ी खुद को बेहतर साबित करने की होड़ में लगे हुए हैं। खिलाड़ियों के बीच बेहतर बनने की प्रतिस्पर्धा अब सिर्फ खेल के मैदानों तक सीमित नहीं रही है। अब खुद को फिट रखने के लिए ये खिलाड़ी तरह-तरह की डाइट प्लान को फॉलो कर रहे हैं।
इसी बीच यह खबर आई है कि, टीम इंडिया (Team India) के एक ऐसे बल्लेबाज के बारे में जो अपने करियर के शुरुआती दौर में पूरी तरह से शाकाहारी था। लेकिन सचिन तेंदुलकर के साथ समय बिताने के बाद वो मांसाहारी हो गया। खुद खिलाड़ी ने कई बार चैनलों में यह बोला है कि, सचिन की वजह से वो मांसाहारी हुए हैं।
मांसाहारी बना Team India का यह सलामी बल्लेबाज

टीम इंडिया (Team India) के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग के बारे में यह कहा जाता है कि, करियर के शुरुआती दौर में ये पूरी तरह से शाकाहारी थे। लेकिन बाद में ये मांसाहारी हो गए और फिर इन्होंने चिकन, मटन, फिश हर एक के जायके का लुफ़्त उठाया है।
सहवाग अभी भी मांसाहारी ही हैं और इन्होंने कई मौकों पर इस बात को स्वीकार भी किया है। इन्होंने कहा कि, मांसाहार के सेवन से इन्हें ताकत मिलती थी और इसी वजह से ये लंबे समय तक बल्लेबाजी करने में सफल हो पाते थे और बड़ा स्कोर करते थे।
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सचिन तेंदुलकर की वजह से मांसाहारी बने सहवाग
टीम इंडिया (Team India) के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने कई बार खुले शब्दों में यह कहा है कि, जब इन्होंने अपने करियर की शुरुआत की थी तो ये पूरी तरह से शाकाहारी थे। लेकिन जब सचिन तेंदुलकर से इन्होंने बात की तो उन्होंने इन्हें मांसाहार करने के लिए प्रेरित किया।
सचिन ने कहा था कि, घर में तो ठीक है कि, तुम शाकाहारी भोजन का सेवन कर लोगे मगर विदेशी सरजमीं पर वेजेटेरियन खाना मिल पाना बेहद ही मुश्किल है। इसी वजह से तुम्हें दोनों ही प्रकार के भोजन में सहज रहना होगा। इसके बाद से ही सहवाग ने मांसाहारी भोजन को करना शुरू किया था और इसके बाद से इनके प्रदर्शन में तेजी देखने को मिली थी।
बेहद ही शानदार रहा है सहवाग का करियर
अगर बात करें भारतीय क्रिकेट टीम के बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक वीरेंद्र सहवाग के क्रिकेट करियर की तो इनका करियर बेहद ही शानदार रहा है। इन्होंने अपने करियर में खेली गई कुल 104 टेस्ट मैचों की 180 पारियों में 49.34 की औसत से 8586 रन बनाए हैं। इस दौरान इन्होंने 23 शतकीय और 32 अर्धशतकीय पारियां खेली हैं।
वहीं ओडीआई की बात करें तो इन्होंने 251 मैचों की 245 पारियों में 35.05 की औसत से 8273 रन बनाए हैं। इस दौरान इन्होंने 15 शतकीय और 38 अर्धशतकीय पारियां खेली हैं। जबकि टी20 की बात करें तो इन्होंने 19 मैचों में 3 अर्धशतकों की मदद से 394 रन बनाए हैं।