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Team India के लिए 1 ODI खेलकर ही इन 10 खिलाड़ियों का करियर हो गया बर्बाद, फिर कभी नहीं मिला मौका

Team India
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हर एक खिलाड़ी की कोशिश रहती है कि, वो एक दिन टीम इंडिया (Team India) के लिए खेलते हुए दिखाई दे। लेकिन इतने बड़े देश में हर एक खिलाड़ी को राष्ट्रीय टीम के लिए खेलने का मौका मिल पाना लगभग नामुमकिन है। इसी वजह से कई खिलाड़ियों का क्रिकेट करियर घरेलू क्रिकेट में ही खप जाता है तो वहीं कई खिलाड़ी ऐसे होते हैं जो दूसरे देशों के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट में हिस्सा लेना शुरू कर देते हैं। पिछले कुछ सालों में यह देखा गया है कि, क्रिकेट के खेल में अपने पैर पसार रही टीमों में भारतीय मूल के खिलाड़ियों की संख्या बहुतायत में है। उदाहरण के तौर पर आप यूएसए और नीदरलैंड जैसी क्रिकेट टीमों को देख सकते हैं।

इसके साथ ही कुछ खिलाड़ी ऐसे भी होते हैं जिन्हें टीम इंडिया (Team India) के लिए डेब्यू का मौका तो दिया जाता है लेकिन जल्द ही उन खिलाड़ियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है। कुछ बदनसीब खिलाड़ी तो ऐसे भी होते हैं जो सिर्फ एक मैच ही खेल पाते हैं और जिंदगी भर दूसरे मैच का इंतजार करते रहते हैं। आज के इस लेख में हम आपको 10 ऐसे भारतीय खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे जिन्होंने ओडीआई क्रिकेट में सिर्फ एक ही मैच खेला है।

ये खिलाड़ी Team India के लिए खेल पाए सिर्फ एक ODI मैच

The career of these 10 players was ruined after playing only 1 ODI for Team India, they never got a chance again
The career of these 10 players was ruined after playing only 1 ODI for Team India, they never got a chance again

नमन ओझा

भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज नमन ओझा को साल 2010 में टीम इंडिया (Team India) के लिए ओडीआई क्रिकेट में डेब्यू करने का मौका दिया गया था। इन्होंने श्रीलंका के खिलाफ खेलते हुए अपना डेब्यू किया था और इसके बाद इन्हें दोबारा कभी भारतीय टीम के लिए ओडीआई क्रिकेट में नहीं चुना गया। इनके प्रदर्शन की बात करें तो उस मुकाबले में खेलते हुए इन्होंने सिर्फ एक रन बनाया था।

पंकज सिंह

दाएं हाथ के तेज गेंदबाज पंकज सिंह को साल 2010 में हरारे के मैदान में श्रीलंका के खिलाफ खेले गए ओडीआई मैच में डेब्यू करने का मौका दिया गया था। यह मुकाबला इनके ओडीआई करियर का पहला और आखिरी मुकाबला था और इसके बाद इन्हें दोबारा कभी ओडीआई में खेलने का मौका नहीं दिया गया था। डेब्यू मैच में इनके प्रदर्शन की बात करें तो इन्होंने 7 ओवरों में 45 रन लुटाते हुए कोई भी विकेट नहीं लिया था।

परवेज रसूल

जम्मू कश्मीर से आने वाले बॉलिंग ऑलराउंडर परवेज रसूल को भी बीसीसीआई के द्वारा घरेलू क्रिकेट में इनके प्रदर्शन को देखते हुए डेब्यू का मौका दिया गया था। इन्होंने ओडीआई क्रिकेट में अपना डेब्यू साल 2014 में मीरपुर के मैदान में खेलते हुए बांग्लादेश के खिलाफ किया था। यह मैच इनके ओडीआई करियर का पहला और आखिरी मैच था। इनके प्रदर्शन की बात करें तो इन्होंने उस मुकाबले में 10 ओवरों में 60 रन लुटाते हुए 2 विकेट अपने नाम किए थे।

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फैज फजल

विदर्भ की टीम के लिए घरेलू क्रिकेट में लगातार बेहतरीन खेल दिखाने वाले बेहतरीन खिलाड़ी फैज फजल को हरारे के मैदान में जिम्बाब्वे के खिलाफ ओडीआई क्रिकेट में डेब्यू का मौका दिया गया था। इस मुकाबले में बल्लेबाजी करते हुए इन्होंने 61 गेदों में 55 रन बनाए थे। लेकिन इस मुकाबले के बाद इन्हें दोबारा कभी टीम इंडिया (Team India) में मौका नहीं दिया गया और ये मैच इनके करिया का पहला और आखिरी मैच बनकर रह गया।

अभिजित काले

महाराष्ट्र के लिए घरेलू क्रिकेट में रनों का अम्बार लगाने वाले बेहतरीन खिलाड़ी अभिजीत काले को साल 2003 में बांग्लादेश के खिलाफ ढाका के मैदान में डेब्यू का मौका दिया गया था। इस मुकाबले के बाद इन्हें किसी भी मैच की प्लेइंग 11 में शामिल नहीं किया गया था। डेब्यू मैच में इनके प्रदर्शन की बात करें तो इन्होंने उस मैच में 10 रन बनाए थे।

गोपाल बोस

बंगाल के लिए कई सालों तक घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के बाद गोपाल बोस को 1974 में इंग्लैंड के खिलाफ ओडीआई क्रिकेट में डेब्यू करने का मौका दिया गया था। इस मैच के बाद इन्हें किसी भी मैच में खेलने का मौका नहीं दिया गया और इनका करियर भी महज एक मैच में ही सिमट कर रह गया। अगर इनके प्रदर्शन की बात करें तो इन्होंने भारतीय टीम के लिए अपने डेब्यू मैच में 13 रन बनाए थे।

अशोक मांकड़

साल 1974 में बीसीसीआई के द्वारा अशोक मांकड़ को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ डेब्यू करने का मौका दिया गया था। ये मुकाबला इनके करियर का पहला और आखिरी ओडीआई मैच था। इस मुकाबले में खेलते हुए इन्होंने 61 गेदों में 3 चौकों की मदद से 44 रनों की पारी खेली थी। इस मैच के बाद इन्हें कभी भी ओडीआई क्रिकेट में खेलने का मौका नहीं दिया गया था।

बीएस. चंद्रशेखर

दिग्गज लेग ब्रेक बॉलर भगवंत चंद्रशेखर को भारतीय क्रिकेट मैनेजमेंट के द्वारा साल 1976 में ओडीआई क्रिकेट में डेब्यू का मौका दिया गया था। इन्होंने ओडीआई क्रिकेट में अपना डेब्यू ऑकलैंड के मैदान में न्यूजीलैंड के खिलाफ किया था। इस मुकाबले में खेलते हुए इन्होंने 3 विकेट अपने नाम किए थे। इसके बाद इन्हें दोबारा कभी भी ओडीआई मैच की प्लेइंग 11 में शामिल नहीं किया गया था।

सुधाकर राव

विकेटकीपर बल्लेबाज सुधाकर राव को साल 1976 में टीम इंडिया (Team India) के लिए ओडीआई क्रिकेट में डेब्यू का मौका दिया गया था। इस मुकाबले के बाद इन्हें किसी भी मैच की प्लेइंग 11 में शामिल नहीं किया और एक बेहतरीन खिलाड़ी करियर महज एक मैच में ही सिमट कर रह गया था। इन्होंने ऑकलैंड के मैदान में न्यूजीलैंड के खिलाफ डेब्यू किया था और इस मैच में खेलते हुए इन्होंने 4 रन बनाए थे।

राशिद पटेल

बड़ौदा के लिए घरेलू क्रिकेट में बेहतरीन खेल दिखाने वाले बाएं हाथ के तेज गेंदबाज राशिद पटेल को मैनेजमेंट के द्वारा मुंबई के वानखेडे मैदान में न्यूजीलैंड के खिलाफ साल 1988 में किया था। इस मुकाबले के बाद इन्हें कभी भी दोबारा टीम इंडिया (Team India) की मैनेजमेंट के द्वारा मौका नहीं दिया गया। डेब्यू मैच में इन्हें कोई भी सफलता हासिल नहीं हो पाई थी।

FAQs

परवेज रसूल ने ओडीआई डेब्यू कब किया था?
परवेज रसूल ने ओडीआई डेब्यू साल 2014 में बांग्लादेश के खिलाफ मीरपुर के मैदान में किया था।
फैज फजल का ओडीआई में सर्वश्रेष्ठ स्कोर कितना है?
फैज फजल का ओडीआई में सर्वश्रेष्ठ स्कोर 55 रन है।

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Adarsh Kumar Tiwari

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