These 3 Indian players are playing only and only at the mercy of Rahul Dravid, otherwise Ranji is not worth playing.

Rahul Dravid: भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की सीरीज का तीसरा मैच राजकोट में खेला जा रहा है। भारत तीसरा टेस्ट जीतने के करीब पहुंच चुका है। युवा खिलाड़ियों के दमदार प्रदर्शन के दम पर भारतीय टीम सीरीज में बढ़त बनाने की ओर बढ़ रही है, लेकिन सीरीज में तीन ऐसे युवा खिलाड़ी भी हैं जिनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा है।

दो खिलाड़ी ऐसे हैं जिनको राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) की विशेष कृपा हासिल होने के कारण बार-बार टीम में शामिल कर लिया जाता  है, लेकिन प्रदर्शन आशा के अनुरुप नहीं हो पाया है। आज हम आपको आर्टिकल के माध्यम से तीन ऐसे ही खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनका प्रदर्शन इग्लैंड सीरीज में निराशाजनक रहा है। इस सीरीज के प्रदर्शन को आधार बनाकर इन्हें रणजी ट्रॉफी की टीम में भी स्टेट बोर्ड ना चुनें।

मुकेश कुमार तीनों फॉर्मेट खेल गए

सिर्फ और सिर्फ राहुल द्रविड़ के रहमोकरम में खेल रहे ये 3 भारतीय खिलाड़ी, नहीं तो रणजी खेलने लायक नहीं 1

राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) को मुकेश कुमार (Mukesh Kumar) की गेंदबाजी पर इतना भरोसा है कि उन्हें डेब्यू करने के कुछ महीने बाद ही  क्रिकेट से  सभी फार्मेट में डेब्यू कर लिया। लगातार सभी मैच खेलने वाले मुकेश का प्रदर्शन खराब रहा है।

अफगानिस्तान के खिलाफ तीन मैचों में मुकेश कुमार को जमकर बल्लेबाजों के द्वारा कूटा गया। इग्लैंड के खिलाफ मौजूदा सीरीज में उन्हें एक मैच खेलने को मिला, जिसमें उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। उन्होंने मैच में सिर्फ एक विकेट ही लिया

रजत पाटीदार ने किया निराश

टीम इंडिया शामिल किए जाने से पहले रजत पाटीदार (Rajat Patidar) की खूब चर्चा हो रही थी, लेकिन पाटीदार ने मिले मौके का फायदा नहीं उठा पाया। दूसरे मैच की दोनों पारियों में फ्लॉप होने के बाद पाटीदार को तीसरे मैच में भी मौका दिया गया, लेकिन यहां भी दोनों पारियों में असफल साबित हुए।

पाटीदार 2 मैचों की चार पारियों में महज 46 रन ही बना पाए हैं। उनका सर्वाधिक स्कोर 32 का रहा है।  अगर पाटीदार को चौथे मैच में भी जगह मिलता है तो यह सिर्फ कोच राहुल द्रविड़ की कृपा ही हो सकती है।

सिर्फ कीपिंग के दम पर खेल गए 7 मैच

केएस भरत ने टीम इंडिया के लिए 7 मैच अबतक खेले हैं, लेकिन इन मैचों में उनके बल्ले से एक भी अर्धशतक नहीं निकल पाया है। लगातार 7 मैच खेलने वाले भरत अपने प्रदर्शन से सबको निराश किया। लगातार नाकाम साबित होने के बाद भी भरत को राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) ने मौका दिया।

इंग्लैंड के खिलाफ दो मैचों में भी भरत फ्लॉप साबित हुए तब जाकर अंतत:  टीम से बाहर का रास्ता दिखाया गया। भरत ने टेस्ट मैच की 12 पारियों में 221 रन बनाए हैं। सर्वाधिक 44 का रहा है।

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