रवि शास्त्री के बाद टीम इंडिया (Team India) के हेड कोच के रुप में राहुल द्रविड (Rahul Dravid) की एंट्री हुई। द्रविड की एंट्री होने के साथ ही लगा था कि टीम इंडिया में सही खिलाड़ियों को ज्यादा से ज्यादा मौका मिलेगा। खासकर युवा प्रतिभावान खिलाड़ियों को लेकर तो स्पष्ट था कि टीम में इन खिलाड़ियों को ज्यादा से ज्यादा मौका दिया जाएगा। क्योंकि टीम इंडिया (Team India) के हेड कोच बनने से पहले द्रविड अंडर-19 और इंडिया ए टीम के कोच रह चुके थे। उनके बेहतर प्रदर्शन के आधार पर ही टीम इंडिया के हेड कोच बने।
द्रविड जबसे टीम इंडिया (Team India) के कोच बने तीन खिलाड़ी ईशान किशन, पृथ्वी शॉ औऱ अभिमन्यू ईश्वरन के क्रिकेटिंग करियर ग्रहण लग गया है। इन तीनों खिलाड़ियों को नजर अंदाज किया जाने लगा। द्रविड के हटते ही इन तीनों खिलाड़ियों की टीम इंडिया सीधे एंट्री हो सकती है।
किशन का करियर चौपट हुआ
राहुल द्रविड (Rahul Dravid) के कोच बनने से सबसे ज्यादा फायदा केएल राहुल और नुकसान ईशान किशन(Ishan Kishan) को हुआ है। किसी भी कीमत पर टीम इंडिया के प्लेइंग इलेवन में राहुल को फिट करने की परंपरा ने ईशान किशन को तीनों फॉर्मेट से बाहर कर दिया।
जरूरत के हिसाब से राहुल को लेकर टीम चयन को लेकर परिभाषा बदल देने की आदत से ईशान का करियर चौपट हो गया है।जिस तरह से ईशान का प्रदर्शन पूर्व में रहा है।उस देखते हुए द्रविड के हटते ही ईशान किशन की टीम इंडिया में वापसी हो सकती है। ईशान ने भारत के लिए अभी तक 61 इंटरनेशनल मुकाबले खेले हैं, जिसमें उन्होंने 1807 रन बनाए हैं।
शॉ के साथ हुआ बुरा
राहुल द्रविड (Rahul Dravid) के कोच बनने के बाद सबसे ज्यादा नजरअंदाज कोई खिलाड़ी हुआ है तो वह पृथ्वी शॉ हैं। डेब्यू में शतक ठोकने वाले पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) लंबे समय से टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं। उन्होंने अबतक रणजी के इस सीजन में तीन मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 4 पारियों में 269 रन बनाए हैं। इसके बाद भी शॉ को चुना नहीं जा रहा है। द्रविड के हटते हा शॉ को टीम इंडिया में चुना जा सकता है। शॉ ने भारत के लिए 5 टेस्ट मैच की नौ पारियों में 339 रन बनाए हैं। उन्होंने एक शतक और 2 अर्धशतक भी लगाया है।
22 शतक जड़ने वाले खिलाड़ी को भी मौका नहीं
फर्स्ट क्लास करियर में 22 शतक लगाने वाला खिलाड़ी भारतीय दल में शामिल किया जाता है, लेकिन बगैर मैच खेले ही टीम इंडिया से बाहर कर दिया जाता है तो फिर ऐसे निर्णय पर क्या कहेंगे। अभिमन्यु ईश्वरन (Abhimanyu Easwaran) के साथ ऐसा ही हुआ है। अफ्रीका सीरीज में शामिल किया जाता है, लेकिन मैच खेलने का मौका नहीं मिलता है उसके इग्लैंड के खिलाफ सीरीज में बाहर कर दिया जाता है।
ईश्वरन ने अपने फर्स्ट क्लास करियर में 47.24 की एवरेज से 6,567 रन बनाए हैं। ईश्वरन ने फर्स्ट क्लास करियर में 22 शतक जड़े हैं। इसके बाद भी राहुल द्रविड (Rahul Dravid) मौका नहीं दे रहे हैं। द्रविड के हटते ही इस खिलाड़ी को जल्द ही टीम में मौका मिल सकता है।