Team India: राहुल द्रविड़ वर्तमान समय में टीम इंडिया के हेड कोच हैं लेकिन 25 दिन के बाद वो भारतीय टीम के हेड कोच नहीं रहेंगे। टी20 वर्ल्ड कप 2024 के बाद उनका कार्यकाल खत्म हो रहा है और द्रविड़ ने खुद ये साफ़ कर दिया है कि इसके बाद वो टीम इंडिया की कोचिंग नहीं करना चाहते हैं।
BCCI ने हेड कोच पद के लिए आवेदन मंगवाए थे, जिसकी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है लेकिन बोर्ड की तरफ से अब तक कुछ साफ़ नहीं किया गया है कि अगला हेड कोच कौन होगा? हालांकि, इसी बीच नजर आ रहा है कि इस पद के लिए दो दिग्गज खिलाड़ी आपस में भिड़ते नजर आ सकते हैं। आइये जानते हैं, कौन हैं वो दो दिग्गज?
कौन होगा अगला हेड कोच?
टीम इंडिया (Team India) का अगला हेड कोच कौन होगा? ये एक सस्पेंस फिल्म के सीन की तरह है क्योंकि अब तक ये पता ही नहीं चल सका है कि BCCI किसपर अपना दांव खेलने वाली है। शुरुआत में खबर आई कि ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग को BCCI हेड कोच बना सकती है। फिर खबर आई कि जस्टिन लैंगर कोच हो सकते हैं, फिर खबर आई कि टॉम मूडी या महेला जयवर्धने में से किसी को चुना गया सकता है लेकिन सचिव जय शाह ने इन सारी चीजों पर विराम लगा दिया।
उनके मुताबिक वो इनमे से किसी के बारे में भी नहीं सोच रहे हैं लेकिन इसी बीच अटकलों का दौर और गहरा तब हो गया जब गौतम गंभीर के मेंटरशिप में KKR आईपीएल 2024 का ख़िताब जीत जाती है और इसके बाद जय शाह और गंभीर की मुलाकात भी होती है। फिर खबर भी आती है कि गंभीर के नाम पर मुहर लग चुकी है, बस आधिकारिक ऐलान होना बाकी है।
हालांकि, अब तक इसपर कोई अपडेट नहीं है लेकिन इसी बीच एक पूर्व खिलाड़ी और है जो गंभीर का पत्ता काट सकता है और खुद को हेड कोच बनाने की बात तक कह रहा है। गंभीर उनके अच्छे मित्र माने जाते हैं लेकिन कहीं ऐसा ना हो एक पद को लेकर दोनों के बीच मनमुटाव आ जाए।
आपस में भिड़ सकते हैं ये दो दिग्गज
दरअसल, जिन दो दोस्तों की दोस्ती दुश्मनी में बदल सकती है, वो कोई और नहीं बल्कि गंभीर और गांगुली की जोड़ी है। दोनों एक दूसरे के पूरक माने जाते हैं, एक दूसरे की इज्जत भी करते हैं लेकिन लगता है कि टीम इंडिया (Team India) के हेड कोच पद को लेकर दोनों में मनमुटाव ना हो जाए। हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि हाल ही में पूर्व कप्तान और पूर्व BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली ने गौतम गंभीर को टीम इंडिया का हेड कोच ना बनने की सलाह दी थी और इसके बाद एक इवेंट के दौरान खुद को टीम इंडिया के हेड कोच के रूप में कार्य करने की बात कह रहे थे।
ऐसे में साफ़ लगता है कि गांगुली गंभीर का पत्ता काटने के चक्कर में हैं। बता दें कि गांगुली भी दिल्ली कैपिटल्स में इस समय डायरेक्ट के पद पर हैं और वो इस टीम के लिए बतौर मेंटर भी काम कर चुके हैं। ऐसे में उनके पास भी खिलाड़ियों को समझने का अच्छा अनुभव है। और तो और दादा जब टीम इंडिया के कप्तान थे, तब भारतीय टीम की तूती बोलती थी। तो कह सकते हैं कि गंभीर और गांगुली में एक खटास देखने को मिल जाए।
कैसा रहा है दोनों का कार्यकाल?
गौरतलब है कि बतौर टीम इंडिया (Team India) के कप्तान के रूप में सभी ये जानते ही हैं कि दादा कैसी कप्तानी करते थे लेकिन एक मेंटर के तौर पर और खिलाड़ियों को समझने का दौर उनके लिए तब शुरू हुआ जब वो 2019 में दिल्ली कैपिटल्स के मेंटर बने। उनके मेंटर बनते ही दिल्ली की टीम ने प्लेऑफ तक का सफर तय किया लेकिन एलिमिनेटर में बाहर हो गई।
इसके बाद दादा BCCI अध्यक्ष बन गए और उनकी बनाई टीम 2020 में फ़ाइनल तक गई। वहीं, गंभीर की बात करें तो, 2022 में वो बतौर मेंटर लखनऊ से जुड़े और दो सीजन इस टीम का प्रदर्शन शानदार रहा। लखनऊ ने प्लेऑफ में जगह तक बनाई। वहीं, 2023 में KKR के मेंटर बनते ही गंभीर ने टीम को ट्रॉफी ही जिता दी। ऐसे में अगर दोनों ने हेड कोच पद के लिए अप्लाई किया है तो BCCI को थोड़ी माथा पच्ची जरूर करनी पड़ेगी।
गांगुली-गंभीर का क्रिकेट करियर
आपको बता दें कि सौरव गांगुली ने टीम इंडिया (Team India) के लिए 113 टेस्ट और 311 वनडे मैच खेले हैं और इस दौरान उन्होंने क्रमश: 7212 और 11363 रन बनाए हैं। उन्होंने अपने करियर में कुल 38 शतक लगाए हैं। वहीं, गंभीर की बात करें तो उन्होंने भारत को दो बार वर्ल्ड कप जिताने का काम किया है। 2011 फ़ाइनल की पारी शायद ही कोई भूल सकता है। उन्होंने भारत के लिए 58 टेस्ट, 147 वनडे और 37 टी20 मैच खेले हैं और इस दौरान उन्होंने क्रमशः 4154 रन, 5238 रन और 932 रन बनाए हैं। उन्होंने अपने करियर में कुल 20 शतक भी जमाए हैं।