Team India: वर्ल्ड कप 2023 अपने आखिरी चरण में हैं महज कुछ ही दिनों में साफ पता चल जाएगा की पाकिस्तान या फिर कोई और टीम भारत के साथ सेमी फाइनल मुकाबले में भिड़ेगी। दूसरे सेमी फाइनल की टीमें तय हो गई है। जिसमें ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका की टीमें हैं। लेकिन अभी 15 नवंबर को होने वाले पहले सेमीफाइनल की तस्वीर साफ नहीं हुई है।
क्या वो टीम न्यूज़ीलैंड होगी या अफगानिस्तान होगी या फिर पाकिस्तान। टीम जो भी भारत का जीतना लगभग तय हो चुका है। वहीं दूसरे मुकाबले की विजेता टीम का मुकाबला टीम इंडिया के साथ फाइनल में होगा। ऐसे में टीम इंडिया के पास 20 साल पुराने जख्म को भरने का अच्छा खासा मौका है। आइए जानते हैं पूरी खबर।
19 नवंबर को ऑस्ट्रेलिया से बदला ले सकती है Team India
वर्ल्ड को 2023 में अगर टीम इंडिया (Team India) और बाकी टीमों के प्रदर्शन को देखें तो टीम इंडिया की टक्कर में इस वक़्त ऑस्ट्रेलिया ही दिख रही है। टीम इंडिया 15 नवंबर को न्यूज़ीलैंड, अफगानिस्तान या पाकिस्तान के खिलाफ सेमीफाइनल खेलेगी। टीम जो भी सामने हो टीम इंडिया का जीतना लगभग तय है। वहीं अगर बात करें तो दूसरे सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के बीच खेला जाना है।
जिसमें अगर अभी के प्रदर्शन को देखें तो ऑस्ट्रेलिया की टीम काफी तगड़ी नजर आ रही है। साउथ अफ्रीका पॉइंट्स टेबल देखने पर भले ही ज्यादा मजबूत नजर आए लेकिन ऑस्ट्रेलिया की टीम ने पिछले कुछ मुकाबलों में गजब क्रिकेट खेली है। जिससे उनके फाइनल में पहुँचने के चांस बड़ी मात्रा में बढ़ें हैं। अगर ऑस्ट्रेलिया 16 तारीख को साउथ अफ्रीका के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में जीत दर्ज करती है तो फिर 20 साल बाद टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच वर्ल्ड कप का फाइनल हो सकता है। टीम इंडिया अपना पुराना हिसाब-किताब भी चुकता कर सकती है।
2003 के वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया ने टीम इंडिया को हराया था
साल 2003 साउथ अफ्रीका के जोहान्सबर्ग का मैदान दिन 23 मार्च पूरी दुनिया की नजरें अपने-अपने टेलिविज़न सेट पर थीं। क्योंकि वर्ल्ड कप 2003 की 2 सबसे तगड़ी टीमों के बीच वर्ल्ड कप 2003 का फाइनल मुकाबला खेला जा रहा था। टीम इंडिया के लिए इस मुकाबले में एक ही चीज उनके पक्ष में गई और वो था टॉस। टॉस टीम इंडिया के कप्तान सौरव गांगुली ने जीता था।
उन्होंने पहले ऑस्ट्रेलिया को बल्लेबाजी करने के लिए बुलाया बस यहीं उनसे भूल हो गई। फाइनल जैसे बड़े मुकाबले में बोर्ड पर पहले बल्लेबाजी करके रन लगाने के बजाय उन्होंने टारगेट चेस करना ज्यादा बेहतर समझा। सौरव गांगुली का ये फैसला टीम इंडिया के लिए उल्टा पड़ गया। मैथ्यू हेडन और डेमियन मार्टिन के शानदार अर्धशतक और उसेक बाद कप्तान रिकी पोंटिंग की 140 रनों की आतिशी शतकीय पारी के बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने 2 विकेट के नुकसान यापार 359 रन बोर्ड पर लगाए।
360 के पहाड़ से टारगेट का पीछा करने उतरी टीम इंडिया की शुरुआत ही बेहद खराब रही दिग्गज सचिन तेंडुलकर 4 रन पर ही पवेलियन लौट गए। इसके बाद सिवाय वीरेंद्र सहवाग और थोड़ा बहुत राहुल द्रविड़ के कोई भी बल्लेबाजी लड़ता हुआ नजर नहीं आया। टीम इंडिया 39.2 ओवरों में 234 रनों पर सिमट गई सबसे ज्यादा 82 रन सहवाग के बल्ले से आए। ऑस्ट्रेलिया ने 125 रनों से वर्ल्ड कप का खितबी मुकाबला अपने नाम कर टीम इंडिया का सपना चकनाचूर कर दिया।