टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) जब क्रीज पर खड़े हो जाते हैं, तो अच्छे-अच्छे गेंदबाजों के पसीने छूट जाते हैं। एक समय था जब विदेशी गेंदबाज भारतीय गेंदबाजों को बाउंसर मारते थे, ताकि भारतीय बल्लेबाज कोई शॉट ना लगा पाएं लेकिन आज वो आलम है कि रोहित शर्मा को बाउंसर फेंकने से कई गेंदबाज घबराते हैं क्योंकि पुल शॉट मारने में रोहित का कोई सानी नहीं है।
रोहित शर्मा (Rohit Sharma) को फैंस हिटमैन भी कहते हैं और ये नाम उन्हें यूँ ही नहीं दिया गया है बल्कि उनके नाम वनडे में 3 दोहरे शतक जड़ने का रिकॉर्ड है और वनडे में सबसे ज्यादा 264 रन बनाने का रिकॉर्ड भी दर्ज है। यही कारण है कि जब क्रिकेट पर कोई कहानी लिखी जाएगी, तो उसमे हिटमैन का नाम जरूर होगा। यहाँ तक कि विराट भी ये स्वीकार का चुके हैं कि रोहित से बेहतर टाइमिंग बल्लेबाजी में किसी की नहीं है।
हालांकि, आज रोहित शर्मा (Rohit Sharma) टीम इंडिया के कप्तान हैं और 2021 नवंबर से लेकर अब तक वो भारत की कप्तानी सक्रिय रूप से कर रहे हैं लेकिन अब एक ऐसा दौर आ चुका है जब हिटमैन को टी20 वर्ल्ड कप 2024 (T20 World Cup 2024) के बाद भारत की कप्तानी छोड़ने की जरूरत है। इसके पीछे की क्या वजह है, वो आपको समझ आ जाएगा, जब आप इस आर्टिकल को पूरा पढ़ेंगे।
कम होगा काम का बोझ
टी20 वर्ल्ड कप 2024 (T20 World Cup 2024) के बाद रोहित शर्मा (Rohit Sharma) को भारत की कप्तानी काम के बोझ के कारण भी छोड़नी चाहिए। ऐसा नहीं है कि रोहित की कप्तानी में टीम इंडिया अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रही है। आंकड़ों पर नजर डालें तो रोहित भारत के लिए 115 मैचों में कप्तानी कर चुके हैं, जिसमे से भारत को 85 में जीत मिली है जबकि 26 में हार का समाना करना पड़ा है। एक मैच टाई तो 3 ड्रॉ रहे हैं। इसमें वो भी आंकड़े शामिल है जब उपकप्तान रहते हुए भी रोहित ने कोहली की अनुपस्थति में टीम इंडिया की कमान संभाली थी।
हालांकि, अब रोहित शर्मा (Rohit Sharma) तीनों फॉर्मेट के कप्तान हैं और इससे उनके काम का बोझ काफी बढ़ चुका है। तीनों फॉर्मेट में कप्तानी करना इतना आसान नहीं है। इसका असर उनकी बल्लेबाजी पर देखने को मिला है। जब से रोहित भारत के फुल टाइम कप्तान बने हैं, उसके बाद से उन्होंने 55 मैचों में मात्र 7 शतक ही जड़े हैं। मतलब साफ़ है कि रोहित के ऊपर जिम्मेदारी काफी बढ़ गई है और ये भी हो सकता है कि इस काम के बोझ के चलते कहीं हिटमैन बार-बार चोटिल ना हो जाएं। कप्तानी छोड़ने के बाद वो थोड़ा खुलकर खेल सकते हैं।
निभा सकते हैं धोनी वाला रोल
जब आप 10 साल से ज्यादा क्रिकेट खेल चुके होते हैं, आपको खेल की बारीकियां काफी अच्छे से समझ आ जाती है। रोहित शर्मा (Rohit Sharma) 17 साल से सक्रिय रूप से टीम इंडिया के लिए खेल रहे हैं। ऐसे में वो इस क्षेत्र में पारंगत हो ही चुके हैं। रोहित कप्तानी छोड़ने के बाद उस भूमिका को निभा सकते हैं, जो भूमिका धोनी ने कप्तानी छोड़ने के बाद निभाई थी। 2017 में कोहली को कप्तानी सौंपने के बाद धोनी ने खुद को एक नए रोल में दिखाया और वो था मेंटर और लीडर। विकेट के पीछे से धोनी ने कई बार अपनी अक्लमंदी से जीत भी दिलाई।
जब DRS की बात आती थी, तो सब धोनी के आगे ही देखते थे। कोहली भी निश्चिन्त होकर बाउंड्री पर चले जाते थे और धोनी गेंदबाजों से तालमेल बिठाकर विकेट निकाल लेते थे। अब कुछ इसी रूप में रोहित शर्मा (Rohit Sharma) को ढलने की जरूरत है। ये बात सच है कि आने वाले 4 या 5 साल के बाद हिटमैन भारत के लिए क्रिकेट खेलते नहीं दिखाई देंगे। ऐसे में रोहित को कप्तानी छोड़ खुद के खेल पर ध्यान देना चाहिए और किसी युवा खिलाड़ी को ये जिम्मेदारी सौंप उन्हें जीत दिलाने में मदद करनी चाहिए।
अगले वर्ल्ड कप के लिए नई टीम बना सकता है नया कप्तान
अगर रोहित शर्मा (Rohit Sharma) टी20 वर्ल्ड कप 2024 (T20 World Cup 2024) के बाद टीम इंडिया की कप्तानी छोड़ते हैं, तो किसी युवा खिलाड़ी के हाथ में टीम की बागडोर सौंपी जा सकती है। इससे होगा ये कि जो नया कप्तान होगा, उसके पास अगले वर्ल्ड कप के लिए टीम तैयार करने का अच्छा मौका होगा। अगला वर्ल्ड कप 2027 में खेला जाना है और अगर एक नया कप्तान बनता है, तो वो ट्रॉफी जीतने के लिए एक बेहतरीन टीम का गठन कर सकता है।
धोनी ने जब वनडे-टी20 की कप्तानी छोड़ी थी, तब कोहली को अपनी टीम तैयार करने के लिए 3 से ज्यादा साल का समय मिला था। एक नया कप्तान कभी-कभी टीम को फिर से जोशीला बना सकता है और खिलाड़ियों को बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित कर सकता है। इससे टीम के नई दिशा में जा सकती है।
नोट: हमारे विचार से ये हैं वो 3 कारण जिनकी वजह से रोहित शर्मा (Rohit Sharma) को टी20 वर्ल्ड कप 2024 (T20 World Cup 2024) के बाद टीम इंडिया की कप्तानी छोड़ देनी चाहिए।
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