Rohit Sharma: टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने आईपीएल के दौरान ही अपनी इंस्टा स्टोरी से हड़कंप मचा दिया है. रोहित शर्मा ने कल यानी 7 मई को अपनी इंस्टाग्राम पर एक स्टोरी लगायी थी जिसमें उन्होंने अपनी टेस्ट कैप के साथ फोटो डाली हुई थी और उसमें उन्होंने अपने रिटायरमेंट से संन्यास ले लिया है. रोहित के संन्यास ने सभी को हैरान करके रख दिया है.
ऐसे में जब सभी भारतीयों के सर पर आईपीएल का जादू सर चढ़कर बोल रहा है तब उन्होंने संन्यास का ऐलान कर दिया है. उनके संन्यास के बाद फैंस को बड़ा झटका लगा है. रोहित ने आईपीएल में अच्छी फॉर्म दिखाई थी जिसेक बाद उनका सन्यास लेना सबको हैरान कर रहा है. इस आर्टिकल में हम उन 5 कारणों के बारे में जानेंगे कि क्यों उन्हें सन्यास का ऐलान नहीं करा चाहिए था.
5 कारण क्यों Rohit Sharma को नहीं लेना चाहिए था संन्यास
फॉर्म में वापसी- रोहित शर्मा के लिए पिछले कुछ महीने टेस्ट में अच्छे नहीं गए थे और वो लगातार ख़राब फॉर्म से जूझ रहे थे जिसके चलते उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में हुए आखिरी मैच में ऑप्ट आउट कर लिया था तब उनके संन्यास के कयास लगाए जा रहे थे लेकिन उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में फॉर्म में वापसी की थी और वो ट्रॉफी जिताने में मदद की थी.
उसके बाद आईपीएल के शुरुआती मैचों में वो जल्दी आउट हो जा रहे थे लेकिन जैसे जैसे आईपीएल बढ़ा है उन्होंने फॉर्म पकड़ ली है और अब वो लगातार रन बना रहे है, इसलिए उनको अभी संन्यास नहीं लेना चाहिए था.
किसी कप्तान का तैयार न होना- रोहित शर्मा ने टेस्ट से सन्यास तो ले लिया है लेकिन उन्हें अभी संन्यास नहीं लेना चाहिए था क्योंकि अभी टेस्ट टीम में टीम इंडिया के पास कप्तान का कोई विकल्प तैयार नहीं है. टीम में अभी कई युवा खिलाड़ी है जो आगे चलकर अच्छा करेंगे और कप्तानी कर सकते है लेकिन अभी किसी ने ऐसा प्रदर्शन नहीं किया है जिससे उनको कप्तानी मिल सकें.
इसलिए रोहित को कुछ समय और खेलना चाहिए था ताकि उनके अंडर में युवा कप्तान को ग्रूम किया जा सकता था. टीम इंडिया के पास कप्तानी के लिए जसप्रीत बुमराह अच्छा विकल्प है लेकिन उनका हर टेस्ट मैच में खेलना संभव नहीं है इसलिए उन्हें कप्तानी नहीं दी जा सकती है. यही कारण है कि रोहित को अभी टेस्ट से संन्यास नहीं लेना चाहिए था.
अनुभवी ओपनर का विकल्प न होना- रोहित शर्मा के संन्यास लेने से न सिर्फ एक अच्छा कप्तान गया है बल्कि एक अच्छे बल्लेबाज की भी कमी टीम इंडिया को खलने वाली है. जब से रोहित शर्मा ने दोबारा टीम में वापसी की है तब से वो इंडिया की तरफ से सबसे ज्यादा रन बनाने वाल बल्लेबाज है. उन्होंने टीम इंडिया की बल्लेबाजों को पिछले कई सालों में अपने कंधो पर उठाया है.
रोहित शर्मा ने घर और विदेशी परिस्थितियों में हर जगह रन बनाये है और पिछले बार जब टीम इंडिया ने इंग्लैंड का दौरा किया था तब उन्होंने इंग्लैंड में अच्छा प्रदर्शन किया था जिसके चलते टीम इंडिया सीरीज ड्रा कराने में सफल हुई थी.
2027 वर्ल्ड कप को ध्यान में रखना- रोहित शर्मा पहले भी कई बार बोल चुके हैं कि उनका सपना वर्ल्ड कप जीतना है जिसके लिए वो अपनी कोशिश जारी रखेंगे. लेकिन अब उन्होंने जब टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया है तो ऐसे में अब उनका 2027 में होने वाले वर्ल्ड कप में खेलना मुश्किल है.
क्योंकि रोहित ने साल 2024 में टी20 वर्ल्ड कप जीतने के बाद टी20 क्रिकेट से संन्यास ले लिया था और अब वो सिर्फ एक ही फॉर्मेट खेलते है ऐसे में अब उनका वर्ल्ड कप खेलना मुश्किल होगा क्योंकि वनडे सीरीज काफी समय के बाद होती है और ऐसे में लगातार प्रैक्टिस में रहना काफी मुश्किल होता है और फॉर्म भी अच्छी नहीं रहती है इसलिए उनको संन्यास नहीं लेना चाहिए था.
इंग्लैंड में अच्छा रिकॉर्ड- रोहित शर्मा का इंग्लैंड के विरुद्ध रिकॉर्ड काफी अच्छा है. भले ही वो इंग्लैंड में खेले या फिर भारत में खेल रहे हो. टीम इंडिया पिछली बार इंग्लैंड में सीरीज रोहित शर्मा के चलते ही ड्रा करा पायी थी. क्योंकि उन्होंने काफी अच्छी बल्लेबाजी की थी और उस डामाडोल बल्लेबाजी लाइनअप में अकेले ही मोर्चा संभाल रहे थे. जबकि इस बार कोई ऐसा बल्लेबाज नहीं है जो उनकी कमी को पूरा कर सकें और ये सीरीज वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के लिहाज से काफी अहम होने वाली है. इसलिए उन्हें अभी टेस्ट क्रिकेट को अलविदा नहीं कहना चाहिए था.
ऐसा हैं रोहित शर्मा का टेस्ट करियर
रोहित शर्मा का टेस्ट करियर काफी देर में शुरू हुआ था. चोट की वजह से वो लम्बे समय तक टीम से अंदर बाहर रहते थे लेकिन जब उन्हें ओपनिंग की जिम्मेदारी मिली थी तब से ही उन्होंने उसको बखूबी निभाया था. रोहित शर्मा के टेस्ट करियर की बात करें, तो उन्होंने 67 टेस्ट मैच खेले हैं जिनकी 116 पारियों में 40.57 की औसत से 4301 रन बनाये है. इस दौरान उन्होंने 12 शतक भी लगाए है और 18 बार अर्धशतक लगाया है.
टेस्ट में भी ठीक हैं रोहित शर्मा का रिकॉर्ड
रोहित शर्मा ने ऐसे समय में टीम इंडिया की कप्तानी संभाली थी जब टीम संकट में थी. हालाँकि वो जितने अच्छे कप्तान वाइट बॉल में थे वो टेस्ट में उस तरीके से रिजल्ट नहीं ला पाए थे. रोहित शर्मा ने भारत के लिए 24 टेस्ट मैच खेले है जिसमें 12 मैच में जीत मिली थी जबकि 9 मैच में हार का सामना करना पड़ा है जबकि 3 मैच ड्रा हुए है.