Team India: टीम इंडिया (Team India) के हेड कोच गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) इस समय काफी पावरफुल है। उनके कहे अनुसार ही टीम का सिलेक्शन हो रहा है और साथ हो वो जिस खिलाड़ी को चाह रहे है उसे टीम में मौका दे रहे है। ऐसे में भारतीय कप्तानों का योगदान कम होता जा रहा है।
कोच गंभीर क्रिकेट को फुटबॉल के तर्ज पर चलाना चाहते है, की वो ग्राउंड के अंदर से ही खेल को कंट्रोल कर सकें। लेकिन इसी पर काबू पाने के लिए बीसीसीआई ने उनके ऊपर लगाम थोड़ी टाइट कर दी है और उनके ऊपर इस दिग्गज खिलाड़ी को जगह दी गई है ताकि गंभीर अपनी मनमानी न चला सकें।
भारतीय मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर के हाथों में दी गई कमान
दरअसल ये कोई और नहीं बल्कि टीम इंडिया के मुख्य चयनकर्ता अजीत आगरकर (Ajit Agarkar) है। अजित आगरकर को साल 2023 के वर्ल्ड कप के पहले भारतीय टीम के सेलेक्टर बने थे जिसके बाद से उन्होंने कई बड़े फैसले लिए है। जिसमें रोहित शर्मा (Rohit Sharma) और राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) के कहने के बाद भी चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्या रहाणे (Ajinkya Rahane) जैसे खिलाड़ियों को मौका न देकर युवा खिलाड़ियों को मौका देना जिसका नतीजा भी देखने को मिला था और भारतीय टीम ने वो सीरीज अपने नाम की थी।
अजित आगरकर के चुके हैं Team India के लिए बड़े निर्णय
अजित आगरकर की अगुवाई वाली सिलेक्शन कमिटी ने ही सूर्यकुमार यादव को टीम इंडिया का टी20 कप्तान बनाया था। जबकि हार्दिक पांड्या टीम के उपकप्तान थे और वो रोहित की गैरमौजूदगी में एक साल से टीम का नेतृत्व भी कर रहे थे, लेकिन उन्होंने गंभीर के विरुद्ध जाकर सूर्या को कप्तान बनाया था। उनका ये फैसला अभी तक बिल्कुल सही साबित हुआ है और टीम इंडिया उनकी अगुवाई में एक भी सीरीज नहीं हारी है।
भारतीय टीम का हेड कोच सिलेक्शन कमिटी की मीटिंग में हिस्सा नहीं ले सकता है लेकिन गंभीर ने बीसीसीआई के इस नियम की धज्जियां उड़ा दी थी। वो हेड कोच होने के बाद भी सिलेक्शन कमिटी की मीटिंग में हिस्सा लेते थे और अपने मनमुताबिक खिलाड़ियों का चयन करवाते थे इसलिए अब सेलेक्टर इंग्लैंड दौरे पर टीम के साथ रहेंगे ताकि जिस खिलाड़ी को मौका मिलना चाहिए उसे ही जगह दी जाए।
इंग्लैंड दौरे पर टीम के साथ रहेगा सेलेक्टर
गंभीर अपनी मनमानी चलाते हुए किसी भी खिलाड़ी को मौका न दे सकें। किसी भी विदेशी दौरे पर कोई एक भारतीय सेलेक्टर टीम के साथ जायेगा और ये नियम बहुत पहले से चला आ रहा है और इस बार भी वैसे ही होगा। सेलेक्टर प्लेइंग इलेवन बनाने में हस्तक्षेप नहीं करेगा लेकिन उस खिलाड़ी को खिलाने का कारण जरूर जान सकता है।