Team India: क्रिकेट जगत में अक्सर कहा जाता है—”एक की चोट, दूसरे का मौका”, और जब ये मौका किसी मेहनती खिलाड़ी के हाथ आता है, तो वो पूरी तस्वीर ही बदल सकता है। कुछ ऐसा ही हो रहा है हरियाणा के एक उभरते ऑलराउंडर के साथ। दरअसल,लंबे समय तक घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करने के बावजूद टीम इंडिया की सीनियर जर्सी उनके लिए एक सपना ही बनी रही।
लेकिन अब, चोटों की मार झेल रही टीम इंडिया में उन्हें अचानक से मैनचेस्टर टेस्ट के लिए स्क्वॉड में जगह मिल गई है। और हैरानी की बात ये है कि इस मौके में महेंद्र सिंह धोनी और गौतम गंभीर दोनों की अहम भूमिका मानी जा रही है, जो आमतौर पर एक-दूसरे के कट्टर प्रतिद्वंद्वी माने जाते हैं। कौन है वो खिलाडी आइये जानते है।
अंशुल कंबोज खेल सकते है मैनचेस्टर टेस्ट
दरअसल, हम जिस खिलाडी की बात कर रहे है। वो कोई नहीं बल्कि अंशुल कंबोज है। जी हां अंशुल कंबोज को ही अचानक से मैनचेस्टर टेस्ट स्क्वाड में शामिल होने का ऑफर आया है। जिसके लिए उन्होंने हामी भी भर दी है। बता दे अंशुल कंबोज ने 2022 में फर्स्ट क्लास करियर की शुरुआत की, लेकिन उनका असली दमखम व्हाइट-बॉल क्रिकेट में दिखा।
Also Read : रोहित (कप्तान), गिल, कोहली, अय्यर, केएल….पहले ODI मैच के लिए टीम इंडिया की प्लेइंग हुई फिक्स
रिकॉर्ड के हिसाब से सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में सात मैचों में सात विकेट और विजय हजारे ट्रॉफी में 10 मैचों में 17 विकेट लेकर हरियाणा की खिताबी जीत में अहम भूमिका निभाई। इससे वह चयनकर्ताओं की नजर में आए। वहीं 2024 में अंशुल ने रणजी ट्रॉफी में इतिहास रच दिया।
बता दे केरल के खिलाफ एक पारी में सभी 10 विकेट लेकर वह भारत के सिर्फ तीसरे गेंदबाज बने, जिन्होंने यह कारनामा किया। बता दे इससे पहले यह कमाल प्रेमांग्सु चटर्जी (1956-57) और प्रदीप सोमसुंदरम (1985-86) ही कर पाए थे।
धोनी और गंभीर के बिच 36 का आकड़ा
वही क्रिकेट फैंस के बीच यह धारणा वर्षों से रही है कि गौतम गंभीर और एमएस धोनी के बीच मतभेद हैं। याद दिला से 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में गंभीर की 97 रनों की पारी को मीडिया में दरकिनार कर धोनी के फिनिश को ज्यादा महत्व दिया गया, जिससे यह टकराव और गहराया। लेकिन दिलचस्प बात यह है कि इस बार इन दोनों दिग्गजों का संयुक्त प्रभाव एक उभरते खिलाड़ी के लिए वरदान बन गया।
बता दे गंभीर, जो इस समय भारतीय टीम के मुख्य रणनीतिकार की भूमिका निभा रहे हैं, अंशुल कंबोज को घरेलू सर्किट से बखूबी जानते हैं। वहीं दूसरी ओर, अंशुल की धोनी के साथ कनेक्शन झारखंड प्रीमियर लीग और चेन्नई सुपर किंग्स के ट्रायल कैंप से जुड़ता है, जहां धोनी ने अंशुल की गेंदबाजी की तारीफ की थी। बता दे यही दो ध्रुव अब अंशुल को अंतरराष्ट्रीय मंच तक पहुंचाने में सहायक बन गए हैं।
अर्शदीप और आकाशदीप की चोट से खुला दरवाज़ा
बता दे मैनचेस्टर टेस्ट से पहले भारतीय टीम को दो बड़े झटके लगे। पहले आकाशदीप चोट के कारण बाहर हुए और फिर अर्शदीप सिंह भी इसी सूची में शामिल हो गए। ऐसे में अंशुल कंबोज, जो पहले आकाश दीप के बैकअप के तौर पर टीम के साथ जुड़े थे, अब लगभग प्लेइंग XI का हिस्सा बनते दिख रहे हैं।