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रणजी छोड़ो कोई क्लब क्रिकेट में न दें जगह, लेकिन चयनकर्ता आगरकर की सिफारिश में खेल गया शुरूआती दोनों टेस्ट 

रणजी छोड़ो कोई क्लब क्रिकेट में न दें जगह, लेकिन चयनकर्ता आगरकर की सिफारिश में खेल गया शुरूआती दोनों टेस्ट  1

Agarkar: टीम इंडिया और इंग्लैंड (IND vs ENG) के दरमियान टेस्ट सीरीज का शुभारंभ हो चुका है। इंग्लैंड और इंडिया के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज की शुरुआत 20 जून को हुई थी और 4 अगस्त को सीरीज का आखिरी मैच ओवल में खेला जाएगा। टीम इंडिया फिलहाल सीरीज में पिछड़ चुकी है और पहले मैच की समाप्ति के बाद वो 0–1 से पीछे चल रही है।

टीम इंडिया (Team India) और इंग्लैंड के बीच सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच एजबेस्टन में खेला जा रहा है जिसमें भारतीय टीम ने अपनी पकड़ मजबूत कर ली है और मैच जीतकर सीरीज को बराबरी पर लाना चाहती है। इस सीरीज का नतीजा अभी कुछ और हो सकता था अगर अजित आगरकर (Agarkar) अपनी जिद्द में न आए होते और इस खिलाड़ी को मौका न दिया होता।

Agarkar ने कराई 8 सालों बाद करुण नायर की वापसी

रणजी छोड़ो कोई क्लब क्रिकेट में न दें जगह, लेकिन चयनकर्ता आगरकर की सिफारिश में खेल गया शुरूआती दोनों टेस्ट  2बताते चलें, कि ये खिलाड़ी कोई और नहीं बल्कि टीम इंडिया के बल्लेबाज करुण नायर (Karun Nair) है। करुण नायर ने घरेलू क्रिकेट और काउंटी में शानदार प्रदर्शन किया था जिसके बाद उनको 8 सालों के बाद टीम इंडिया में वापसी करने का मौका मिल था, लेकिन वो इसमें बुरी तरह से फेल हो गए है।

वो टेस्ट क्रिकेट में लंबे समय के बाद भले ही वापसी कर रहे हो लेकिन उन्होंने इतने समय में अपने प्रदर्शन में कुछ सुधार नहीं किया है। करुण नायर ने अपने टेस्ट करियर में सिर्फ एक ही पारी खेली है जो कि यादगार है उसके अलावा वो बाकी पारियों में मिलाकर 200 रन भी नहीं बना सकें है।

टेस्ट वापसी में शून्य पर हुए थे आउट

करुण नायर को इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में मध्यक्रम में खेलने आ मौका दिया गया था जहां पर बल्लेबाजी करना आसान होता है। क्योंकि इंग्लैंड की सपाट विकेटों में शुरू का फेस काफी कठिन होता है जिस समय गेंद स्विंग और सीम कर रही होती है। उसके बाद गेंद पुरानी होने के बाद बल्लेबाजी आसान होती जाती है, उसके बाद भी वो कुछ खास नहीं कर सके थे। करुण पहले मैच में अच्छी परिस्थिति और शानदार प्लेटफॉर्म मिलने के बाद बल्लेबाजी करने आए थे लेकिन वो पहली पारी में खाता खोलने में भी सफल नहीं हुए थे। हालांकि दूसरी पारी में उन्होंने बड़ी जद्दोजहद के बाद 30 रन बनाए थे लेकिन वो कभी भी टेस्ट मैच में कंफर्टेबल नहीं लग रहे थे।

करुण नायर को सीरीज के दूसरे मैच में मध्यक्रम की जगह टॉप ऑर्डर में मौका दिया गया जहां उन्होंने इस साल घरेलू और काउंटी क्रिकेट में खेलते हुए रन बनाए थे लेकिन वो वहां भी कुछ खास नहीं कर पाए है। एजबेस्टन टेस्ट में विकेट काफी फ्लैट थी और इसका फायदा भारतीय बल्लेबाजों ने जमकर उठाया था और उन्होंने दोनों पारियों में मिलाकर 1000 से ज्यादा रन बनाए है और कई बल्लेबाजों ने शतक और शानदार पारियां खेलने में सफल हुए है, लेकिन करुण नायर उसमें भी पूरे समय संघर्ष करते ही नजर आ रहे थे। करुण नायर ने दूसरे मैच की पहली पारी में 31 रन बनाए थे जबकि दूसरी पारी में जैसे तैसे करके 26 रन बनाने में सफल हुए थे। एजबेस्टन टेस्ट में वो सिर्फ 57 रन ही बना सकें।

इंग्लैंड टेस्ट सीरीज में करुण नायर का बल्ला रहा है फ्लॉप

करुण नायर ने इस टेस्ट सीरीज में खेले अभी तक दो टेस्ट मैचों की 4 पारियों में 29 की औसत से 87 रन बनाए है जिसमें उनका सर्वाधिक स्कोर 31 रन रहा है। करुण नायर टीम इंडिया की तरफ से दोनों टेस्ट मैच खेलने के बाद भी सबसे कम रन बनाने वाले बल्लेबाज है।

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Akash Awasthi

आकाश अवस्थी एक कंटेंट राइटर है मेरी रुचि खेल विशेषकर क्रिकेट और पॉलिटिक्स में...

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