Gautam Gambhir : इंडियन क्रिकेट टीम के हेड कोच गौतम गंभीर पर इस समय जबरदस्त दबाव है। बता दे इंग्लैंड दौरे पर भारतीय टीम के प्रदर्शन और कुछ रणनीतिक फैसलों ने जहां उनकी तारीफ भी कराई है, वहीं अब उनकी कोचिंग को लेकर बड़े सवाल भी उठने लगे हैं। वहीं सबसे बड़ा सवाल यह है कि अगर इंडिया इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा टेस्ट सीरीज हार जाता है, तो क्या गंभीर की कोचिंग की पारी इतनी जल्दी खत्म हो जाएगी?
एथरटन ने दिखाया गंभीर को ‘सच्चाई का आईना’
दरअसल, यह सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल एथरटन ने सीधा दावा किया है कि गंभीर पर अब ‘करियर संकट’ मंडरा रहा है। क्यूंकि एथरटन ने इंग्लैंड के खिलाफ 5वें टेस्ट के दौरान कहा कि भारत लगातार दो टेस्ट सीरीज हार चुका है और अगर इंग्लैंड में भी हार मिली, तो गंभीर की नौकरी खतरे में पड़ सकती है। बता दे माइकल एथरटन ने स्काई स्पोर्ट्स पर कहा, “इंडिया ने घर में न्यूजीलैंड से 0-3 से हार झेली, फिर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया से 1-3 से मात खाई।
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अगर वो इंग्लैंड से भी हार जाते हैं तो यह गंभीर के लिए बहुत बड़ा झटका होगा। इंडिया में लोग जीत के भूखे हैं और यहां लगातार 3 सीरीज हारने का मतलब है कि कोच की भूमिका पर सवाल उठेंगे।” साथ ही एथरटन का मानना है कि BCCI इतने बड़े क्रिकेट बाजार में ज्यादा देर तक धैर्य नहीं रखती, क्योंकि इंडिया की जनसंख्या और क्रिकेट टैलेंट पूल काफी बड़ा है। ऐसे में बोर्ड के पास हमेशा नए विकल्प रहते हैं।
कोचिंग में अभी मिली है कामयाबी भी
हालांकि यह भी सच है कि गौतम गंभीर ने हाल ही में इंडियन टीम को आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब दिलाया, जो पिछले 12 वर्षों में पहली ICC ट्रॉफी थी। इस सफलता के बाद उन्हें लंबे समय के लिए कोचिंग कॉन्ट्रैक्ट दिया गया, जो 2027 विश्व कप तक का है। लेकिन वहीं टेस्ट क्रिकेट में लगातार हारों की वजह से उनके ऊपर आलोचना की तलवार लटकने लगी है। इंडियन फैंस हर फॉर्मेट में जीत की उम्मीद रखते हैं और खासकर टेस्ट क्रिकेट में ऐसी शर्मनाक हारें फैंस को बर्दाश्त नहीं होतीं।
गंभीर को निकालने की तीन वजह
साथ ही गंभीर की रणनीतियों पर भी सवाल उठ रहे हैं। इस इंग्लैंड दौरे में उन्होंने कई चौंकाने वाले फैसले किए—पिच क्यूरेटर से बहस, सीनियर खिलाड़ियों को आराम, और कई युवा चेहरों को मौका देना, जिनमें से कुछ बुरी तरह फ्लॉप हुए। वहीं 5वें टेस्ट में इंडिया ने चार बदलाव किए—जसप्रीत बुमराह को आराम दिया गया, करुण नायर को लाया गया, ध्रुव जुरेल को पंत की जगह मौका मिला और प्रसिद्ध कृष्णा की एंट्री हुई। हालांकि ये फैसले वर्कलोड मैनेजमेंट और चोटों के चलते थे, लेकिन इससे टीम का संतुलन बिगड़ा।
गंभीर पर रहेगा दबाव, लेकिन हटाए जाने की संभावना कम
हालांकि गंभीर की कोचिंग पर आलोचना तो हो रही है, लेकिन यह कहना जल्दबाजी होगी कि उन्हें तुरंत हटा दिया जाएगा। क्योंकि BCCI आमतौर पर अपने कोच को पूरा समय देती है, जैसा कि रवि शास्त्री और राहुल द्रविड़ के साथ भी हुआ था। लेकिन अगर इंडिया इस टेस्ट सीरीज को भी हारता है, तो गौतम गंभीर को अपने फैसलों और रणनीतियों पर गंभीर मंथन करना पड़ेगा।
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