Lord’s Test: टीम इंडिया और इंग्लैंड (IND vs ENG) के बीच टेस्ट सीरीज का तीसरा मैच क्रिकेट के ऐतिहासिक मैदान लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड में खेला जाना है. इंग्लैंड और इंडिया के दरमियान तीसरा मैच 10 जुलाई से खेला जायेगा। लेकिन इस मैच से पहले ऐसी खबर सामने आयी है जिसने पूरे क्रिकेट जगत को सदमे में लाकर रख दिया है.
दरअसल लॉर्ड्स टेस्ट ( Lord’s Test) मैच के शुरू होने के पहले भारतीय क्रिकेट फैंस के पसंदीदा क्रिकेटर का निधन हो गया है. तो चलिए जानते हैं कि कौन है वो खिलाड़ी और वो किस देश से खेलते थे.
Lord’s Test के पहले तेज गेंदबाज गॉर्डोन रोर्क का हुआ निधन
दरअसल ये खिलाड़ी कोई और नहीं बल्कि ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज गॉर्डोन रोर्क थे. रोर्क ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज थे. रोर्क का 87 साल की उम्र में निधन हुआ है. ये अपने दौर के सबसे तेज गेंदबाजों में से एक थे. इन्होने अपनी गेंदबाजी से बल्लेबाजों के मन में दहशत का माहौल बना दिया था.
गॉर्डोन रोर्क ने ऑस्ट्रेलिया के लिए अपना डेब्यू साल 1959 में किया था. उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ एशेज सीरीज के दौरान अपना डेब्यू किया था और उसमें ही शानदार गेंदबाजी करते हुए पांच विकेट लिए थे.
हेपटाइटिस के चलते छोटा रहा करियर
उसी साल उन्होंने भारत का दौरा भी किया था जहाँ उन्होंने अच्छी गेंदबाजी की थी लेकिन उसके बावजूद उनका करियर काफी छोटा रहा था. क्योंकि इंडिया दौरे के दौरान ही वो बीमार हो गए थे. उन्हें हेपटाइटिस हुआ था जिसके बाद उनकी तबियत में सुधार नहीं आया और उन्होंने क्रिकेट खेलना कम कर दिया था.
गॉर्डोन ने अपने छोटे से करियर में काफी नाम भी कमाया लेकिन उनका करियर काफी विवादों से भरा हुआ था. गॉर्डोन के बोलिंग एक्शन जकाफी विवादों में रहा क्योंकि वो गेंद फेंकते समय अपना बैकफुट आगे लाने की कोशिश करते थे ताकि गेंद और तेज फेंकी जा सकें. उनके चलते ही क्रिकेट में नो बॉल का नियम लाया गया था.
भारतीय प्रशंसकों के चहेते गॉर्डोन का ऐसा था करियर
गॉर्डोन को भारतीय फैंस भी काफी पसंद करते थे. वो घरेलू क्रिकेट में न्यू साउथ वेल्स की टीम से खेलते थे. उन्होंने घरेलू क्रिकेट भी काफी कम खेला था लेकिन उतने में ही उन्होंने अपने प्रदर्शन से काफी प्रभावित किया था. गॉर्डोन ने ऑस्ट्रेलिया के लिए मात्र 4 टेस्ट मैच खेले थे जिसमें उन्होंने 20.30 की औसत से 10 विकेट लिए थे जबकि उन्होंने घरेलू क्रिकेट में 36 मैचों में 24.60 की औसत से 88 विकेट लिए थे.