IND vs ENG: टीम इंडिया (Team India).का इंग्लैंड दौरा शुरू नहीं हुआ है कि अभी से ही कई दिग्गज खिलाड़ियों ने संन्यास लेकर सभी को हैरान कर दिया है। इन खिलाड़ियों ने अपने पीक में संन्यास लिया है जिससे फैंस बहुत ज्यादा आश्चर्यचकित है। इंडिया और इंग्लैंड के दरमियान टेस्ट सीरीज का आगाज 20 जून से होगा और इसका फाइनल मुकाबला 31 जुलाई से खेला जाएगा। तो चलिए जानते हैं कि इंडिया इंग्लैंड सीरीज से पहले किन खिलाड़ियों ने संन्यास ले लिया है।
इन खिलाड़ियों ने लिया IND vs ENG सीरीज से पहले संन्यास
रोहित शर्मा– टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के पहले ही टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। रोहित टेस्ट क्रिकेट में पिछले कुछ समय से बहुत खराब फॉर्म में चल रहे थे जिसके चलते उन्होंने ये फैसला लिया है। रोहित शर्मा की उम्र भी ज्यादा हो गई थी और अब उनका इस वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप साइकिल में पूरा खेल पाना मुश्किल था जिसके चलते उन्होंने संन्यास ले लिया है। रोहित की कप्तानी में टीम इंडिया इस बार वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में क्वालीफाई नहीं कर पाई थी और ये भी एक मुख्य कारण था कि उन्होंने आगे टेस्ट क्रिकेट खेलना उचित नहीं समझा है। रोहित ने पिछले साल ही टी20 क्रिकेट को अलविदा कहा था।
रोहित ने टेस्ट क्रिकेट में भारतीय टीम के लिए 67 टेस्ट मैच खेले है जिसमें उन्होंने 40 की औसत से 4301 रन बनाए है जिस दौरान उन्होंने 12 शतक और 18 अर्धशतक लगाए है।
विराट कोहली– टीम इंडिया के पूर्व कप्तान विराट कोहली ने भी रोहित शर्मा के संन्यास के कुछ दिनों के अंतराल में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। विराट और रोहित ने टी20 क्रिकेट भी साथ में छोड़ा था और अब टेस्ट क्रिकेट भी लगभग साथ में छोड़ा है। विराट की उम्र और फिटनेस सब सही थी लेकिन लंबे समय से उनके टेस्ट क्रिकेट में रन नहीं आ रहे थे जिसके चलते उन्होंने ये फैसला लिया है। विराट कोहली का टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेना समझ के परे है, क्योंकि वो आराम से एक साइकिल और खेल सकते थे और ये उनका बेस्ट फॉर्मेट भी था।
विराट ने भारतीय टीम के लिए 123 टेस्ट मैच खेले थे जिसमें उन्होंने 46 की औसत से 9270 रन बनाए थे और इस दौरान उन्होंने 30 शतक और 31 अर्धशतक लगाए थे।
ग्लेन मैक्सवेल– ऑस्ट्रेलिया के धाकड़ ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल ने भी वनडे क्रिकेट से संन्यास ले किया है। मैक्सवेल ने वनडे में कई कमाल की पारियां खेलकर अपनी टीम को मैच जिताए है जिसको कल्पना करना भी मुश्किल है। मैक्सवेल ने चैंपियंस ट्रॉफी में कोई बहुत अच्छा प्रदर्शन नहीं किया था और उनका शरीर भी अब वैसा नहीं साथ दे रहा था जिसके चलते उन्होंने वनडे क्रिकेट को छोड़ना उचित समझा है। मैक्सवेल ऑस्ट्रेलिया टीम की रीढ़ की हड्डी थे जो कहीं से भी मैच पलटने का दम रखते थे।
मैक्सवेल ने वनडे में ऑस्ट्रेलिया के लिए 149 मैच खेले थे जिसमें उन्होंने 34 की औसत से 3990 रन बनाए थे और इस दौरान उन्होंने 4 शतक और 23 अर्धशतक लगाए थे।
हेनरिक क्लासेन– साउथ अफ्रीका के ताबड़तोड़ विकेटकीपर बल्लेबाज हेनरिक क्लासेन ने मात्र 33 साल की उम्र में संन्यास लेकर सभी को हैरान कर दिया है। क्लासेन अपनी पीक फॉर्म में चल रहे थे और वो अपनी टीम को मैच जिताऊ पारियां भी खेलकर दे रहे थे, लेकिन साउथ अफ्रीका क्रिकेट बोर्ड में टॉप मैनेजमेंट में बदलाव होने के साथ ही उन्होंने एकाएक ये फैसला ले लिया कि अब वो अंतराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेलेंगे वो भी तब जब कुछ महीनों के अंदर भारत में टी20 वर्ल्ड कप है और 2027 में साउथ अफ्रीका में ही वर्ल्ड कप होना था।
क्लासेन ने साउथ अफ्रीका के लिए 4 टेस्ट मैचों में 13 की औसत से 104 रन बनाए थे, जबकि 60 वनडे मैचों में 44 की औसत से 2141 रन बनाए थे। इस दौरान उन्होंने 4 शतक और 11 अर्धशतक लगाए थे। वहीं उन्होंने टी20 में 58 मुकाबलों में 23 की औसत से 1000 रन बनाए थे।
निकोलस पूरन– वेस्टइंडीज के तूफानी विकेटकीपर बल्लेबाज निकोलस पूरन ने भी अंतराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। उनका भी ये निर्णय काफी हैरान करने वाला था। पूरन ने इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज से पहले आराम मांगा था जो कि उन्हें दिया भी गया था लेकिन यकायक उन्होंने सीरीज खत्म होने से पहले अंतराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। पूरन अभी सिर्फ 29 साल के थे और उनके अंदर काफी क्रिकेट बची हुई थी।
पूरन ने वेस्टइंडीज के लिए वनडे में 61 मुकाबले खेले थे जिसमें उन्होंने 40 की औसत से 1983 रन बनाए थे जिसमें उन्होंने 3 शतक और 11 अर्धशतक लगाए थे। वहीं उन्होंने 106 टी20 मुकाबलों में 26 की औसत से 2275 रन बनाए थे, जिस दौरान उन्होंने 13 अर्धशतक भी लगाए थे।
Also Read: