बीसीसीआई (BCCI): भारतीय क्रिकेट टीम के बेहतरीन खिलाड़ी विराट कोहली और रोहित शर्मा ने इंग्लैंड दौरे के पहले ही टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया है और ये अब सिर्फ ओडीआई क्रिकेट ही खेलते हुए दिखाई देंगे। इनके संन्यास के बाद ये खबर आई थी कि, बीसीसीआई (BCCI) की मैनेजमेंट के द्वारा इन्हें इंग्लैंड के खिलाफ हेडिंग्ले के मैदान में खेले जाने वाले मुकाबले के पहले “गॉर्ड ऑफ ऑनर” दिया जाएगा।
लेकिन आपकी जानकारी के लिए बताते चलें कि, भारतीय क्रिकेट में ऐसे कई दिग्गज खिलाड़ी हुए हैं जिन्होंने भारतीय क्रिकेट के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया। लेकिन बीसीसीआई (BCCI) की मैनेजमेंट के द्वारा इन खिलाड़ियों को हमेशा ही नजरअंदाज किया गया और इन्हें फ़ेयरवेल तक नहीं दिया गया। ये खिलाड़ी मौजूदा समय के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों से भी बड़े थे।
BCCI ने नहीं दिया इन दिग्गज खिलाड़ियों को फ़ेयरवेल

रविचंद्रन अश्विन
भारतीय क्रिकेट टीम के बेहतरीन खिलाड़ी रविचंद्रन अश्विन ने ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर संन्यास का ऐलान किया था। अश्विन से ब्रिस्बेन के मैदान में खेले गए मुकाबले के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में संन्यास का ऐलान किया था और इसके बाद अगले मुकाबले में इन्हें “गॉर्ड ऑफ ऑनर” दिया गया था। लेकिन क्रिकेट एक्सपर्ट्स और समर्थकों का मानना था कि, बीसीसीआई (BCCI) की मैनेजमेंट के द्वारा इन्हें फ़ेयरवेल मैच देना चाहिए था।
इन्होंने भारतीय टीम के लिए टेस्ट क्रिकेट में 106 मैच खेले हैं और इस दौरान इन्होंने कुल 537 विकेट अपने नाम किए हैं। वहीं बल्लेबाजी करते हुए इन्होंने 25.75 की औसत से 3503 रन बनाए हैं।
गौतम गंभीर
भारतीय क्रिकेट टीम के मौजूदा कोच गौतम गंभीर ने अपने करियर का आखिरी टेस्ट मुकाबला साल 2016 में खेला था और इनका टेस्ट करियर भी बेहद ही शानदार रहा था। लेकिन 2016 के बाद इन्हें भारतीय टीम से सीधे बाहर कर दिया गया था और कुछ सालों के बाद इन्होंने क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। इनके समर्थकों का मानना था कि, बीसीसीआई (BCCI) की मैनेजमेंट के द्वारा इन्हें फ़ेयरवेल मैच देना चाहिए था। गंभीर ने भारतीय टीम के लिए 58 टेस्ट मैचों में 41.95 की औसत से कुल 4154 रन बनाए हैं।
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हरभजन सिंह
पूर्व भारतीय खिलाड़ी हरभजन सिंह को बीसीसीआई की मैनेजमेंट के द्वारा आखिरी मर्तबा साल 2015 में टेस्ट क्रिकेट में मौका दिया गया था। लेकिन इसके बाद भी इन्होंने घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन करना नहीं छोड़ा और ये लगातार भारतीय चयनसमिति के दरवाजे पर दस्तक देते रहे लेकिन इन्हें नजरअंदाज कर दिया गया।
आखिरकार इन्होंने 2021 में अपने संन्यास का ऐलान किया था। इनके समर्थकों का मानना था कि, बीसीसीआई (BCCI) की मैनेजमेंट के द्वारा इन्हें फ़ेयरवेल मैच देना चाहिए था। इन्होंने बतौर गेंदबाज 103 मैचों में 417 विकेट अपने नाम किए हैं वहीं बैटिंग करते हुए इन्होंने 2224 रन बनाए हैं।
वीरेंद्र सहवाग
भारतीय क्रिकेट के विस्फोटक सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने कई सालों तक क्रिकेट की दुनिया में राज किया लेकिन 2013 के बाद से इन्हें क्रिकेट के मैदान से बाहर कर दिया गया था। इन्होंने साल 2015 में अपने क्रिकेट करियर से संन्यास का ऐलान कर दिया था। सहवाग जैसे खिलाड़ी के बारे में मानना है कि, बीसीसीआई (BCCI) की मैनेजमेंट के द्वारा इन्हें फ़ेयरवेल मैच देना चाहिए था। इन्होंने 103 टेस्ट मैचों में खेलते हुए 23 शतकों और 31 अर्धशतकों की मदद से 8503 रन बनाए हैं।
वीवीएस लक्ष्मण
भरोसेमंद बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण ने भारतीय क्रिकेट टीम के लिए लंबे समय तक बेहतरीन खेल दिखाया और कई यादगार पारियां खेली। लेकिन इनके करियर का अंत वैसे नहीं हुआ जैसे होना चाहिए था। इन्होंने साल 2012 में क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। इनके समर्थकों का मानना था कि, बीसीसीआई (BCCI) की मैनेजमेंट के द्वारा इन्हें फ़ेयरवेल मैच देना चाहिए था। इन्होंने भारत के लिए खेलते हुए 134 टेस्ट मैचों में 45.97 की औसत से कुल 8781 रन बनाए हैं।
राहुल द्रविड़
‘भारत की दीवार” माने जाने वाले राहुल द्रविड़ को बीसीसीआई की मैनेजमेंट के द्वारा साल 2011-12 के ऑस्ट्रेलियाई दौरे में मौका दिया गया था। लेकिन इस दौरे में ये अपनी छाप छोड़ने में फेल हुए थे और इन्हें ट्रोल होना पड़ा था। इसके बाद इन्होंने मार्च के महीने में टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। इन्होंने भारत के लिए खेलते हुए टेस्ट क्रिकेट में 163 मैचों में 52.63 की औसत से 13265 रन बनाए हैं। इन्हें भी बीसीसीआई (BCCI) की मैनेजमेंट के द्वारा फ़ेयरवेल नहीं दिया गया था।
जहीर खान
अपनी तेज गेंदबाजी के लिए पूरी दुनिया में मशहूर जहीर खान को भी बीसीसीआई (BCCI) की मैनेजमेंट के द्वारा फ़ेयरवेल मैच नहीं दिया गया है।इन्होंने अपने करियर का आखिरी मुकाबला साल 2014 में खेला था और इसके बाद साल 2015 में इन्होंने क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया था। इन्होंने भारतीय टीम के लिए 92 टेस्ट मैच खेले हैं और इस दौरान इन्होंने कुल 311 बल्लेबाजों का शिकार किया है।
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