Gill: टीम इंडिया और इंग्लैंड (IND vs ENG) के दरमियान इस दौरान नई वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) की साइकिल का आगाज हो चुका है। इंग्लैंड और इंडिया के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज की शुरुआत 20 जून को हुई थी और सीरीज का आखिरी मैच 31 जुलाई से ओवल में खेला जाएगा।
टीम इंडिया (Team India) के बीच सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच खेला जा रहा है जिसमें भारतीय टीम ने अपनी पकड़ मजबूत कर ली है और सीरीज को 1–1 से ड्रॉ करना चाहती है। सीरीज का नतीजा कुछ दूसरा हो सकता था अगर गंभीर और गिल (Gill) अपनी जिद्द में न आए होते और इस खिलाड़ी को मौका न दिया होता।
करुण नायर ने 8 साल के बाद वापसी में किया निराश
आपको बता दें, कि ये खिलाड़ी कोई और नहीं बल्कि टीम इंडिया के मध्यक्रम के बल्लेबाज करुण नायर (Karun Nair) है।
करुण नायर ने घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया था जिसके बाद उन्हें 8 सालों बाद टीम इंडिया में वापसी करने का मौका मिल था, लेकिन वो इस मौके को भुना नहीं पाए और उन्होंने उस समय के कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) और कोच रवि शास्त्री के फैसले पर मोहर लगा दी कि उनके अंदर वो काबिलियत नहीं है कि वो टेस्ट क्रिकेट में लंबे समय के लिए लगातार अच्छा कर सकें।
करुण नायर बीच में कुछ ऐसी पारियां खेल सकते है जो सभी को अपना दीवाना बना लें लेकिन अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में निरंतरता ही सबसे अहम मानी जाती है, जिसमें करुण नायर फेल हो चुके है।
टेस्ट वापसी में शून्य पर हुए थे आउट
करुण नायर को पहले मैच में मध्यक्रम में मौका दिया गया था जहां बल्लेबाजी करना आसान होता है। क्योंकि इंग्लैंड की सपाट विकेटों में शुरू का फेस हो बचना होता है और गेंद पुरानी होने के बाद बल्लेबाजी आसान होती जाती है। उसके बाद भी अच्छी परिस्थिति और शानदार प्लेटफॉर्म मिलने के बाद भी वो अपने वापसी वाले टेस्ट मैच की पहली पारी में खाता खोलने में भी सफल नहीं हुए थे। हालांकि दूसरी पारी में उन्होंने जैसे तैसे करके 30 रन बनाए थे लेकिन वो कभी भी कंफर्टेबल नहीं लग रहे थे।
सीरीज के दूसरे मैच में उन्हें मध्यक्रम की जगह टॉप ऑर्डर में मौका दिया गया जहां उन्होंने घरेलू और काउंटी क्रिकेट में रन बनाए थे लेकिन वो वहां भी कुछ खास नहीं कर पाए है। एजबेस्टन की इतनी सपाट विकेट में जहां टीम इंडिया ने दोनों पारियों में मिलाकर 1000 से ज्यादा रन बनाए है और कई बल्लेबाजों ने शतक और शानदार पारियां खेली है उसमें भी वो पूरे समय संघर्ष करते ही नजर आ रहे थे। करुण नायर ने दूसरे मैच की पहली पारी में 31 रन बनाए थे जबकि दूसरी पारी में बचते बचाते 26 रन बनाने में सफल हुए थे। एजबेस्टन टेस्ट में वो सिर्फ 57 रन ही बना सकें।
गंभीर– Gill के चलते मिल करुण नायर को मौका
करुण नायर ने इस टेस्ट सीरीज में खेले अभी तक दो टेस्ट मैचों की 4 पारियों में 29 की औसत से 87 रन बनाए है जिसमें उनका सर्वाधिक स्कोर 31 रन रहा है। करुण नायर भारत की तरफ से दोनों टेस्ट मैच खेलने के बाद सबसे कम रन बनाने वाले बल्लेबाज है लेकिन जब तक गंभीर और गिल का हाथ है तो फिर डर किस बात का है।
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