Gambhir: टीम इंडिया (Team India) इस समय इंग्लैंड में चौथा टेस्ट मैच खेल रही है. चौथे टेस्ट मैच में टीम इंडिया हार के करीब आ रही है. गौतम गंभीर (Gambhir) जब से टीम इंडिया के कोच बने है तब से वो अपनी मनमानी ही चला रहे है.
पहले तो उन्होंने जबरदस्ती रोहित और कोहली को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने पर मजबूर किया और उसके बाद अब वो जिस खिलाड़ी को चाह रहे है उसे मौका दे रहे है और जिसे चाह रहे है टीम से ड्रॉप कर दे रहे है. मैनचेस्टर टेस्ट में भी गंभीर ने ऐसे खिलाड़ी को टीम में जगह दी है जो इस मैच में कोई छाप नहीं छोड़ पा रहे है.
अर्शदीप की चोट ने खोले अर्शदीप के लिए दरवाजे
आपको बता दें, कि ये खिलाड़ी कोई और नहीं बल्कि टीम इंडिया के लिए मैनचेस्टर टेस्ट में डेब्यू करने वाले खिलाड़ी अंशुल कम्बोज (Anshul Kmaboj) है. अंशुल कम्बोज को तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह (Arshdeep Singh) के चोटिल होने की वजह से टीम में मौका दिया गया था.
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अर्शदीप सिंह को हाथ में चोट लगी थी जिसके बाद वो टेस्ट सीरीज से बाहर हो गए है. उसके बाद अंशुल कम्बोज को टीम में मौका दिया गया बल्कि उन्हें सीधे प्लेइंग इलेवन में खिलाने का मौका दिया गया था. हालाँकि अंशुल की जितनी चर्चा हो रही थी वो उस उम्मीद में बिल्कुल भी खरे न में हीं उतरे है.
बल्लेबाजी करने की वजह से मिली टीम में प्राथमिकता
अंशुल कम्बोज को मैनचेस्टर टेस्ट में प्रसिद्ध कृष्णा के होने के बावजूद इसलिए टीम में जगह दी गयी थी क्योंकि वो बल्लेबाजी से भी कुछ रन बना सकते है. अंशुल तक ये टेस्ट मैच भुलाने लायक रहा है. अंशुल न तो बल्ले से कुछ ख़ास कर पाए है और न ही उनका मेन एसेट गेंदबाजी में वो प्रभावी दिखे है.
अंशुल ने खिलाफ अच्छी गेंदबाजी की थी जिसकी वजह से उनकी चर्चा काफी ज्यादा हुई थी, लेकिन इस टेस्ट मैच में कुछ फेज में तो उन्होंने अच्छी गेंदबाजी करते हुए प्रभावित किया है जबकि बाकी समय वो काफी साधारण गेंदबाज नजर आये है.
अंशुल कम्बोज का मैनचेस्टर टेस्ट में लचर प्रदर्शन
अंशुल ने इस मैच में अभी तक 18 ओवर गेंदबाजी की है जिसमें उन्होंने 4.90 की इकॉनमी से गेंदबाजी करते हुए 89 रन दिए है और मात्र 1 विकेट छटकने में सफल हुए है. अंशुल न तो विकेट ले पा रहे है और न ही रनों पर लगाम लगा पा रहे है. अंशुल बल्लेबाजी में भी खाता खोलने में भी सफल नहीं हुए थे.
अंशुल का घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन अच्छा रहा है लेकिन इस मैच में वो बिल्कुल भी वैसे नहीं लग रहे है जैसा उन्होंने घरेलू क्रिकेट और आईपीएल में किया था. अंशुल को नयी गेंद से गेंदबाजी दी गयी थी ताकि वो बेस्ट कंडीशन में गेंदबाजी कर सकें और उन्हें अजीब न महसूस हो लेकिन वो उसमें भी खरे नहीं उतरे है.