रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू(RCB) ने आईपीएल-2025 का खिताब अपने नाम कर लिया है। इसी के साथ इस फ्रेंचाइजी ने अपना 17 सालों से चला आ रहा सूखा खत्म कर दिया है। आरसीबी (RCB)ने अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए फाइनल मैच में पंजाब किंग्स को छह रनों से हरा दिया और अपनी पहली ट्रॉफी जीती। टीम की इस जीत में उसके हर खिलाड़ी का योगदान रहा, लेकिन कुछ खिलाड़ी खास रहे जिन्होंने जीत की इबारत में सबसे बड़ी भूमिका निभाई। इसके साथ ही RCB ने अपनी पुरानी में सुधार लाकर ये खिताब अपने नाम किया।
रन चेज में सुधार
आरसीबी (RCB) की टीम की सबसे बड़ी ताकत बल्लेबाजी रही है, लेकिन फाइनल जैसे बड़े अहम मैच में उसकी ताकत कमजोर बन जाती थी। 2009, 2011 और 2016 में आरसीबी की टीम ने आईपीएल फाइनल मैच खेले और उन तीनों ही मैच में आरसीबी की टीम की सबसे बड़ी कमजोरी रही कि वह रन चेज में फ्लॉप रही। लेकिन इस बार RCB ने पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम के लिए अच्छी बढ़त बनाई और पंजाब के बल्लेबाजों को रन बनाने से रोका।
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फाइनल में गेंदबाजी
आईपीएल 2025 के फाइनल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की गेंदबाजी ने टीम को उनका पहला आईपीएल खिताब जिताने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने पंजाब किंग्स (PBKS) के खिलाफ 190 रनों के लक्ष्य का सफलतापूर्वक बचाव किया और उन्हें 184/7 पर रोककर 6 रनों से जीत हासिल की। भुवनेश्वर कुमार ने निर्णायक भूमिका निभाई, खासकर 17वें ओवर में उन्होंने नेहाव वढेरा और मार्कस स्टोइनिस जैसे दो महत्वपूर्ण बल्लेबाजों को आउट कर मैच का पासा पलट दिया। उन्होंने 4 ओवर में 38 रन देकर 2 विकेट लिए। भुवनेश्वर कुमार ने निर्णायक भूमिका निभाई, खासकर 17वें ओवर में उन्होंने नेहाव वढेरा और मार्कस स्टोइनिस जैसे दो महत्वपूर्ण बल्लेबाजों को आउट कर मैच का पासा पलट दिया। उन्होंने 4 ओवर में 38 रन देकर 2 विकेट लिए। जोश हेजलवुड ने पावरप्ले और डेथ ओवरों में कसी हुई गेंदबाजी की, जिससे पंजाब के बल्लेबाज बड़े शॉट खेलने में संघर्ष करते रहे। यश दयाल ने भी उनका अच्छा साथ दिया।
ओपनिंग पार्टनरशिप
आईपीएल 2025 के फाइनल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की ओपनिंग साझेदारी कुछ खास नहीं रही। हालांकि विराट कोहली ने 35 गेंदों में 43 रन बनाकर टीम के लिए सर्वाधिक स्कोर किया, लेकिन उनके ओपनिंग पार्टनर फिल साल्ट केवल 16 रन बनाकर जल्दी आउट हो गए। इसके बाद मयंक अग्रवाल (24 रन) और कप्तान रजत पाटीदार (26 रन) ने छोटी लेकिन महत्वपूर्ण साझेदारियां निभाईं। कुल मिलाकर, RCB की पारी में कोई बड़ी साझेदारी देखने को नहीं मिली और पंजाब किंग्स के गेंदबाजों ने नियमित अंतराल पर विकेट लिए, जिससे RCB 20 ओवर में 9 विकेट पर 190 रन ही बना पाई।
फाइनल खेलने का अनुभव और टीम संयोजन
आरसीबी पहले तीन बार फाइनल खेल चुकी है, लेकिन जीत नहीं पाई। अब उनके पास पुरानी हार का हिसाब चुकता करने और इतिहास रचने का मौका है। उनके पास फाइनल खेलने का अनुभव है, जबकि पंजाब 14 साल बाद फाइनल में पहुंची है। वहीं, आरसीबी की गेंदबाजी और बल्लेबाजी पंजाब से अधिक संतुलित है। साथ ही अनुभवी खिलाड़ियों के मामले में भी आरसीबी आगे है।
विराट कोहली का फॉर्म और अनुभव
विराट कोहली आरसीबी के सबसे बड़े स्टार हैं। उन्होंने कई बार टीम को फाइनल में पहुंचाया लेकिन खिताब नहीं जीत पाए। इस बार भी कोहली 614 रन बनाकर शानदार फॉर्म में हैं। खिताब जीतकर वह अपना सपना पूरा कर सकते हैं। उनका अनुभव और नॉक आउट मैचों में उनका संयम टीम के काम आ सकता है।
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