Virat Kohli – दरअसल, भारतीय क्रिकेट में हर बड़े टूर्नामेंट से पहले खिलाड़ियों की फिटनेस को लेकर सख्ती बढ़ गई है। और इसके लिए खिलाड़ियों को बेंगलुरु स्थित नेशनल क्रिकेट अकादमी (NCA) में टेस्ट देना होता है। लेकिन इस बार हलचल तब मच गई जब टीम इंडिया (Team India) के दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली (Virat Kohli) का फिटनेस टेस्ट हजारों किलोमीटर दूर लंदन में कराया गया है।
इससे वे टीम इंडिया (Team India) के ऐसे इकलौते खिलाड़ी बने, जिन्होंने भारत से बाहर यह टेस्ट दिया। तो आखिर क्या वजह रही कि उन्हें यह विशेष सुविधा मिली? आइए जानते हैं इसके पीछे के तीन बड़े कारण।
विराट कोहली के अद्भुत रिकॉर्ड्स और क्रिकेटिंग लेगेसी
आपको बात दे सबसे पहला कारण विराट कोहली (Virat Kohli) के अविश्वसनीय क्रिकेटिंग रिकॉर्ड्स है। रिकॉर्ड के हिसाब से कोहली (Virat Kohli) अब तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 82 शतक जड़ चुके हैं, जिनमें ODI में 51, टेस्ट में 30 और टी20 में 1 शतक शामिल हैं।
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वे आईसीसी (ICC) टूर्नामेंट्स के नॉकआउट मैचों में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं और बतौर कप्तान भारतीय टीम को टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा जीत दिला चुके हैं। यही नहीं, वे सबसे ज्यादा आईसीसी (ICC) अवॉर्ड्स जीतने वाले भारतीयों में से एक हैं।
लिहाज़ा ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि कोहली भारतीय क्रिकेट के सबसे बड़े ब्रांड हैं और उनकी उपलब्धियों को देखते हुए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) उन्हें हर बार खास ट्रीटमेंट देता है।
लंदन में घर होने की वजह से मिली सहूलियत
वहीं दूसरा बड़ा कारण है कि विराट कोहली (Virat Kohli) का लंदन में घर है। और वे इस समय अपने परिवार के साथ इंग्लैंड में थे। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के सामने यह स्थिति आई कि या तो कोहली को भारत बुलाया जाए, या फिर उनके लिए वहीं टेस्ट आयोजित किया जाए।
इसी कश्मकश में आखिरकार बोर्ड ने सोचा कि अपने स्टार प्लेयर की सुविधा के लिए इतना करना कोई बड़ी बात नहीं है। और फिर शायद इसी वजह से उन्हें लंदन में फिटनेस टेस्ट देने की छूट दी गई। इस फैसले से साफ है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) अपने टॉप खिलाड़ियों की कंफर्ट और मानसिक शांति का भी पूरा ध्यान रखता है।
विराट की शानदार फिटनेस – सिर्फ औपचारिकता थी टेस्ट
इसके अलावा तीसरा और सबसे अहम कारण यह है कि विराट कोहली (Virat Kohli) की फिटनेस को लेकर बोर्ड को कभी चिंता करने की ज़रूरत नहीं पड़ी। वे भारतीय क्रिकेट इतिहास के सबसे फिट खिलाड़ियों में गिने जाते हैं। मैदान पर उनकी दौड़ने की क्षमता, तीव्रता और अनुशासन उन्हें बाकियों से अलग बनाता है।
ऐसे में यही वजह रही कि इस बार का फिटनेस टेस्ट उनके लिए महज़ एक औपचारिकता साबित हुआ। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) को पहले से भरोसा था कि विराट कोहली (Virat Kohli) आसानी से टेस्ट पास कर लेंगे, और हुआ भी वैसा ही। उन्होंने आराम से यो-यो टेस्ट पास किया और फिट घोषित कर दिए गए।
VIP ट्रीटमेंट मिलना गलत नहीं
विराट कोहली (Virat Kohli) का लंदन में फिटनेस टेस्ट होना इसलिए खास बन गया क्योंकि बाकी सभी खिलाड़ी NCA में टेस्ट देने पहुंचे थे। लेकिन विराट कोहली (Virat Kohli) की बात अलग है क्यूंकि उनके रिकॉर्ड्स, लंदन में मौजूदगी और शानदार फिटनेस की वजह से ही उन्हें यह VIP ट्रीटमेंट दिया गया है। लिहाज़ा, यही वजह है कि आज भी कोहली भारतीय क्रिकेट के सबसे स्पेशल खिलाड़ी माने जाते हैं।
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FAQs
विराट कोहली का फिटनेस टेस्ट भारत में क्यों नहीं हुआ?
क्या विराट कोहली फिटनेस टेस्ट पास हुए?