World Cup: वर्ल्ड कप 2023 (World Cup 2023) का आयोजन भारत में हुआ है, जहां भारत समेत वर्ल्ड क्रिकेट की टॉप 10 बेस्ट टीमें एक दूसरे के खिलाफ ट्रॉफी के लिए जंग लड़ रही हैं। जिसमें भारतीय टीम ने अब तक बेहद शानदार प्रदर्शन किया है और उम्मीद की जा रही है कि भारतीय टीम वर्ल्ड कप (World Cup) की ट्रॉफी भी अपने नाम कर सकती है।
मगर इसी बीच टीम सिलेक्शन में फर्जीवाड़े का खुलाशा हुआ है, जिसने सभी के होश उड़ा दिए हैं। जिसमें खुलासा हुआ है कि सिर्फ एक फ़ोन काल के जरिए खिलाड़ियों को टीम में जगह मिल रही है। तो आइए जानते हैं कि आखिर पूरा मामला क्या है।
World Cup के बीच टीम चयन में फर्जीवाड़े का खुलासा
वर्ल्ड कप 2023 (World Cup 2023) में सभी टीमों और खिलाड़ियों ने अभी तक काफी शानदार प्रदर्शन किया है और वह हर संभव तरीके से अपने फैंस का मनोरंजन करने की कोशिश कर रहे हैं। मगर इसी बीच उत्तर प्रदेश से एक खबर सामने आई है, जिसमें खुलाशा हुआ है कि उत्तर प्रदेश की रणजी टीम में सिलेक्शन के दौरान कई तरह का फर्जीवाड़े हो रहे हैं। साथ ही एक खिलाड़ी के चयन के फर्जी तरीके का भी खुलाशा हुआ है।
टीम सिलेक्शन में हो रहा है फर्जीवाड़ा
दरअसल, यह मामला उत्तर प्रदेश का है, जहां एक छोटे भाई ने अपने बड़े भाई को रणजी टीम में जगह दिलाने के लिए चीफ सेक्रेटरी बनकर उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के अधिकारी को फोन कर दिया। जिसके बाद से बवाल खड़ा हो गया है। बता दें कि कानपुर के बर्रा के रहने दो भाईयों ने मिलकर प्लान बनाया और उन्होंने चीफ सेक्रेटरी बनकर यूसीए के अधिकारी को काल और मैसेज करके टीम में जगह देने का दवाब बनाया।
यूसीए के अधिकारी पर बनाया दवाब
कानपुर के बर्रा में रहने वाले दो भाइयों में से बड़ा भाई इशांत मिश्रा काफी समय से उत्तर प्रदेश की रणजी टीम में शामिल होने की कोशिस कर रहा है। मगर अभी तक उसे मौका नहीं मिल सका है, जिसके बाद उसे कहीं से जानकारी मिली की अगर कोई अधिकारी उसकी सिफारिश कर दे तो उसे मौका मिल सकता है। जिसके बाद क्या था छोटे भाई अंश मिश्रा ने चीफ सेक्रेटरी बनकर यूसीए के अधिकारी को काल कर दिया और अपने भाई को शामिल करने को कहा।
जिसके बाद यह मामला काफी तेजी से शुर्कियों में आ गया और पुलिस ने दोनों भाईयों समेत उनके पिता को भी गिरफतार कर लिया है। जिसमें उनपर नकली चीफ सेक्रेटरी बनकर कॉल करने का आरोप लगाया गया है। हालांकि ऐसा नहीं है कि इसमें सिर्फ इन दोनों भाइयों की गलती है, इसमें सबसे बड़ी गलती अधिकारीयों की है, जो प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को मौका न देकर पैसे देने वाले खिलाड़ियों को मौका देते हैं।
हाल ही में यूसीए के एक अधिकारी की कॉल रिकॉर्डिंग वायरल हुई थी, जिसमें पता चल रहा था कि 30 लाख रुपए देकर आप उत्तर प्रदेश की रणजी टीम में शामिल हो सकते हैं। ऐसे कई मामले सामने आते रहे हैं जिसे चयन के दौरान फर्जीवाड़ा किया गया है।
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