KL Rahul: लखनऊ सुपर जायंट्स को आईपीएल 2024 में चौथी हार का सामना करना पड़ा है। उन्हें राजस्थान रॉयल्स की टीम ने उन्हें के घर में 7 विकेटों से पराजित कर दिया। इस मैच के दौरान लखनऊ की टीम ने कप्तान केएल राहुल (KL Rahul) के अर्धशतक के दम पर एक अच्छा स्कोर खड़ा किया। हालांकि उनकी खराब गेंदबाजी और फील्डिंग का फायदा उठाकर राजस्थान ने मैच अपनी झोली में डाल लिया। मैच के बाद केएल ने क्या कहा, आइए जानें।
KL Rahul हार के बाद इन खिलाड़ियों पर बरसे
अपने घरेलू मैदान यानि इकाना स्टेडियम में लखनऊ सुपर जायंट्स टॉस हारकर पहले बैटिंग करते हुए 20 ओवर में 96 रनों का स्कोर खड़ा किया। एक समय ऐसा लग रहा था कि वह इस मैच को आसानी से जीत लेंगे। हालांकि आखिर के ओवरों में उनकी गेंदबाजी और फील्डिंग बेहद साधारण रही। इसका फायदा उठाकर संजू सैमसन और ध्रुव जुरेल ने मैच उनके पाले से छीन लिया। साथ ही लखनऊ की टीम ने इस मैच में 15-20 रन कम बनाए। हार के बाद केएल राहुल (KL Rahul) ने कहा,
“मुझे लगता है कि हम लगभग 20 रन पीछे रह गये। हमें आदर्श शुरुआत नहीं मिली लेकिन मेरी और हुडा की साझेदारी शानदार रही। इस प्रकार के मैचों में, सेट बल्लेबाज को 50-60 तक पहुंचने के बाद सौ के करीब स्कोर करना होता है। मुझे लगता है कि लगभग 15 ओवर के बाद हम 150 रन पर थे, हमें इसका थोड़ा और फायदा उठाना चाहिए था।”
“यह स्पष्ट है कि अधिक छक्के लगाने वाली टीम ही जीतती है। हम छक्के मारने की कोशिश करते हैं लेकिन आज उन दो शुरुआती विकेटों के बाद हमें अपना दृष्टिकोण बदलना पड़ा। यदि हुडा आगे बढ़ता और 20 रन और बनाता, और मैं 20 रन और बनाता तो हम 220 के आसपास समाप्त होते। यही अंतर होता, यही 20 रन हम पीछे छोड़ गए।”
टीम की गेंदबाजी को लेकर दिया ये बयान
राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ लखनऊ सुपर जायंट्स की ओर से केएल राहुल (KL Rahul) ने 48 गेंदों में 76 व दीपक हूडा ने 31 गेंदों पर 50 रनों की पारी खेली। वहीं गेंदबाजी की बारी आई तो केवल यश ठाकुर, मार्कस स्टॉइनिस और अमित मिश्रा ही विकेट ले सके। रवि बिश्नोई ने एक ओवर में 16 रन दिए। मोहसिन खान ने 4 ओवर में 52 रन खर्चे। साथ ही आखिरी के ओवरों में यश ठाकुर द्वारा छोड़े गए कुछ कैच, इस टीम को काफी महंगे पड़े। केएल ने पोस्ट मैच शो में अपनी गेंदबाजी को लेकर कहा,
“मिश्रा एक अनुभवी खिलाड़ी हैं और आज वह दिन था जब हम जानते थे कि वह कितनी धीमी गति से गेंदबाजी करते हैं और कितनी बड़ी बाउंड्री के साथ उपयोगी हो सकते हैं। एक बार जब रन बनते रहे तो उन्होंने हमारे गेंदबाजों पर दबाव बना दिया। 2-3 ओवर ऐसे थे जब क्रुणाल ने वास्तव में अच्छी गेंदबाजी की और उन पर दबाव डाला लेकिन फिर उन्होंने तेज गेंदबाजों पर आक्रमण किया। मुझे बिश्नोई को लाने का अच्छा समय नहीं मिल सका, जब रोवमैन और हेटमायर बल्लेबाजी करने आए तो मैं उसे बैकएंड पर रखना चाहता था क्योंकि हम जानते थे कि वह उनके सामने अच्छी गेंदबाजी कर सकता है।”