PBKS vs MI: वो कहावत है ना, हाथ को आया लेकिन मुंह को ना लगा। जी हाँ, ऐसा ही कुछ हुआ PBKS vs MI के मुकाबले में जहाँ पंजाब की जीत एक समय तक तय थी लेकिन यहाँ पर कुछ त्रुटियां ऐसी हुईं कि मैच हाथों से फिसल गया। मुकाबला काफी रोचक हुआ।
जीत के लिए दोनों टीमों ने अक्ल के घोड़े दौड़ा दिए लेकिन लगता है यहाँ मुंबई के खिलाड़ी कुछ ज्यादा ही एनर्जी ड्रिंक पीकर आए थे, इसलिए बाजी मार गए। खैर, जीतने वालों को बधाई और हारने वालों को अपनी गलतियों पर ध्यान देने की जरूरत। वैसे इस मुकाबले में वो से ऐसे 3 खिलाड़ी रहे, जो अपनी ही टीम के लिए विलेन बने, उसके बारे में जानते हैं।
PBKS vs MI: पंजाब की हार के 3 विलेन खिलाड़ी!
इस मुकाबले में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का न्योता देने वाले सैम करण की चाल लगभग सफल थी लेकिन गेंदबाजी में कुछ ज्यादा ही रन चले गए जिसका खामियाजा पंजाब के गेंदबाजों को भुगतना पड़ा। मुंबई ने पहले बैटिंग करते हुए 192 रन बनाए जबकि पंजाब ने चेज करने समय 183 रन बनाए। ये टीम 9 रन से पीछे रह गई। मतलब साफ़ है, जो स्कोर 170 तक रुकना चाहिए था, वो 190 में प्रवेश हो गया और यहाँ गलती हुई है। तो चलिए जानते हैं, वो कौन से 3 खिलाड़ी हैं, जो पंजाब की हार के विलेन हैं।
कागिसो रबाडा
PBKS vs MI मैच में पंजाब की हार के पहले विलेन कागिसो रबाडा दिखाई पड़ते हैं, जिन्होंने रन पिटवाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। रबाडा को लगभग हर मुंबई के बल्लेबाज ने निशाना बनाया और जमकर रन कूटे। उन्होंने 4 ओवर में 42 रन दिए और 1 विकेट हासिल किया। उन्होंने 10.50 की इकोनॉमी से रन लुटाए। रबाडा आज के मैच में मुंबई के बल्लेबाजों पर लगाम कसने में कामयाब होते, तो शायद स्तिथि कुछ और होती।
सैम करण
PBKS vs MI मैच में पंजाब की हार के दूसरे विलेन कप्तान सैम करण भी रहे। पहले तो गेंदबाजी में सैम ने 4 ओवर में 41 रन लुटा दिए और मात्र 2 विकेट ही हासिल कर सके। उन्होंने 10.20 की इकोनॉमी से रन लुटाए। वहीं, आज के मैच में पंजाब के कप्तान ओपनिंग करने उतरे थे लेकिन कोई छाप नहीं छोड़ पाए। जहाँ उन्हें तेज शुरुआत देने की जरूरत थी, वहां ये खिलाड़ी मात्र 6 रन पर भी पवेलियन लौट गया। बुमराह ने उनका विकेट लिया।
लियाम लिविंगस्टोन
PBKS vs MI मैच में पंजाब की हार के तीसरे विलेन लियाम लिविंगस्टोन रहे जिनपर एक अच्छी पारी खेलने की जिम्मेदारी थी। लिविंगस्टोन नंबर 4 पर बैटिंग करने आए थे जो एक जिम्मेदारी वाली जगह है लेकिन यहाँ वो फेल हो गए। जेराल्ड कोएत्ज़ी के आगे उनकी एक ना चली और मुंबई के गेंदबाज ने इस खिलाड़ी को मात्र 1 रन पर भी पवेलियन का रास्ता दिखा दिया।